Gold vs Share Market: शेयर बाजार से 7 गुना ज्यादा रिटर्न, किसने किया इंवेस्टर्स को मालामाल

Gold vs Share Market: शेयर बाजार से 7 गुना ज्यादा रिटर्न, किसने किया इंवेस्टर्स को मालामाल

Authored By: Suman

Published On: Saturday, March 29, 2025

Updated On: Saturday, March 29, 2025

शेयर बाजार बनाम गोल्ड: 7 गुना ज्यादा रिटर्न देने वाले निवेश विकल्प पर नजर।
शेयर बाजार बनाम गोल्ड: 7 गुना ज्यादा रिटर्न देने वाले निवेश विकल्प पर नजर।

Gold vs Share Market: शेयर बाजार से बहुत अच्छा रिटर्न मिलता है. लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष में तो इसकी हालत खराब रही. शेयर बाजार की तुलना में गोल्ड ने करीब सात गुना ज्यादा रिटर्न दिया है.

Authored By: Suman

Updated On: Saturday, March 29, 2025

Gold vs Share Market: आमतौर पर यह माना जाता है कि शेयर बाजार से बहुत अच्छा रिटर्न मिलता है. लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष में तो इसकी हालत खराब रही और उधर गोल्ड खूब चमका. इसकी वजह से पिछले एक साल में शेयर बाजार की तुलना में गोल्ड ने करीब सात गुना ज्यादा रिटर्न दिया है.

पिछला एक साल शेयर बाजार के लिए खूब उतार-चढ़ाव भरा रहा. अंतरराष्ट्रीय हालात की वजह से सितंबर के बाद से शेयर बाजार (Indian Share Market)  ऐसा पस्त हुआ कि आज तक अभी भी अपनी पुरानी ऊंचाई को हासिल नहीं कर पाया है. पिछले दस दिनों में शेयर बाजार में कुछ मजबूती के संकेत जरूर दिखे लेकिन अब भी यह सितंबर की अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई से काफी दूर है.

शेयर बाजार क्यों टूटे

मौजूदा वित्त वर्ष में अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक देखें तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी (NSE Nifty) ने करीब 5.3 फीसदी और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) ने करीब 5.1 फीसदी का ही रिटर्न दिया है. अंतरराष्ट्रीय सतर पर भू-राजनीतिक तनाव खासकर इजरायल-हमास जंग की वजह से दुनिया भर के बाजारों की हालत खराब रही. इसके बाद सितंबर से जब यह संकेत मिलने लगे कि अमेरिका में ट्रंप सरकार (Trump Government) आ रही है तो उसके बाद दो शेयर बाजार पस्त हो गए.

ट्रंप ने आते ही शेयर बाजारों की हालत खराब कर दी. कई देशों पर रेसिप्रोकल यानी बराबरी का टैक्स (Reciprocal Tax) लगाने के उनके ऐलान से कई देशों के कारोबार पर भारी चोट पहुंचने की आशंका मजबूत हो गई और इसने शेयर बाजारों को हलकान कर दिया. शेयर बाजार लगातार पस्त होते चले गए.

गोल्ड लगातार चमकता रहा

ऐसे में लोगों ने सुरक्षित माने जाने वाले सोने में धड़ाधड़ निवेश करना शुरू कर दिया. उधर कई केंद्रीय बैंक भी अपने भंडार को मजबूत करने के लिए जमाकर सोना खरीदने लगे. इन सब वजहों से गोल्ड लगातार मजबूत होता रहा और निरंतर नए रिकॉर्ड बनाता रहा.
गोल्ड की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले एक साल में करीब 38 फीसदी बढ़ी है. अप्रैल 2024 में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 2250 डॉलर प्रति औंस के आसपास था और फिलहाल इसकी कीमत 3070 डॉलर प्रति औंस के करीब पहुंच गई है.

इधर भारतीय बाजार में भी गोल्ड की कीमत 1 अप्रैल 2024 के 68,326 रुपये प्रति दस ग्राम के मुकाबले 89 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गई है. यानी अगर अंतरराष्ट्रीय कीमतों के हिसाब से देखें तो गोल्ड में भारतीय शेयर बाजार के मुकाबले करीब सात गुना और भारतीय कीमत के लिहाज से करीब छह गुना ज्यादा रिटर्न मिला है.

सोने को एक सदाबहार निवेश माना जाता है. अभी भारतीय बाजार मे शादियों का सीजन शुरू होते ही कीमतों में और मजबूती की गुंजाइश बनी हुई है. हालांक जानकार यही कहते हैं कि अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में नहीं डालना चाहिए यानी आपको कभी भी एक ही निवेश साधन के भरोसे रहना चाहिए. अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करिये यानी कुछ हिस्सा गोल्ड, कुछ शेयर मार्केट या म्यूूचुअल फंड, कुछ रियल एस्टेट जैसे कई साधनों में लगाइए.

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार और निवेश संबंधी खबरें सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी जाती हैं. इसे निवेश सलाह नहीं मानना चाहिए. ​किसी भी तरह के निवेश से पहले सेबी रजिस्टर्ड किसी सलाहकार की राय जरूर लें.)

About the Author: Suman
सुमन गुप्ता एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जो आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर अच्छी पकड़ रखती हैं। कई पत्र—पत्रिकाओं के लिए पिछले दस साल से स्वतंत्र रूप से लेखन। राष्ट्रीय राजनीति, कोर इकोनॉमी, पर्सनल फाइनेंस, शेयर बाजार आदि से जुड़े उनके सैकड़ों रिपोर्ट, आर्टिकल प्रकाशित हो चुके हैं।
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