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दस साल में तीन लाख तक पहुंचेगा सेंसेक्स! अरबपति निवेशक की बड़ी भविष्यवाणी
दस साल में तीन लाख तक पहुंचेगा सेंसेक्स! अरबपति निवेशक की बड़ी भविष्यवाणी
Authored By: Suman
Published On: Wednesday, June 4, 2025
Last Updated On: Wednesday, June 4, 2025
अरबपति निवेशक रामेदव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal) ने अनुमान लगाया है कि बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) दस साल में यानी वर्ष 2035 तक 3 लाख तक पहुंच सकता है.
Authored By: Suman
Last Updated On: Wednesday, June 4, 2025
Indian stock market 10-year outlook: अरबपति निवेशक रामेदव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal) ने अनुमान लगाया है कि अगले पांच साल (2030) में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1.5 लाख तक जा सकता है. यही नहीं, दस साल में यानी वर्ष 2035 तक 3 लाख तक पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था जिस तरह से तरक्की कर रही है उसकी वजह से यह लक्ष्य मुश्किल नहीं है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) के चेयरमैन और को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल ने ऐतिहासिक डेटा का हवाला देते हुए कहा कि पिछले 45 साल में सेंसेक्स ने सालाना 16 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से रिटर्न दिया है.
उन्होंने कहा कि लॉन्ग टर्म में भारत का इकनॉमिक ग्रोथ मोमेंटम बढ़िया है और शेयर बाजार के टिकाऊ ने रहने की उम्मीद है. बिजनेस न्यूजपेपर इकनॉमिक टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में रामदेव अग्रवाल ने कहा कि अगर ऐतिहासिक डेटा को देखें तो हर पांच साल में सेंसेक्स करीब दोगुना हो जाता है.
रामदेव अग्रवाल ने कहा, ‘अभी सेंसेक्स 80 हजार के आसपास है, मुझे लगता है कि अगले पांच साल में यह 1.5 लाख तक पहुंच जाएगा. यानी साल 2030 तक यह 1.5 लाख तक और साल 2035 तक 3 लाख तक पहुंच जाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘जब मैंने 1980 में पहला शेयर खरीदा था तो सेंसेक्स सिर्फ 100 पर था. अब यह 80,000 तक पहुंच गया है. यानी यह सालाना करीब चक्रवृद्धि 16 फीसदी की बढ़त दर से 800 गुना बढ़ गया है.’ उन्होंने कहा कि इसी के अनुरूप दुनिया की अर्थव्यवस्था भी बढ़ रही है. वर्ष 1995 में दुनिया की अर्थव्यवस्था 25 लाख करोड़ डॉलर की थी, लेकिन अब यह करीब 115 लाख करोड़ डॉलर तक हो गई है.
रामदेव अग्रवाल ने अगले एक दशक के लिए क्विक कॉमर्स, कैपिटल गुड्स, मैन्युफैक्चरिंग, एनर्जी ट्रांजिशन जैसी चार बड़ी थीम पर निवेश करने का सुझाव दिया है.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (जिसे अब BSE लिमिटेड कहा जाता है) की स्थापना 1875 में ही हो गई थी. यह एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है. लेकिन 30 दिग्गज शेयरों वाले बीएसई के सूचकांक सेंसेक्स की शुरुआत 1 जनवरी 1986 को हुई.
इसका बेस ईयर 1978-79 को माना गया और 1 अप्रैल 1979 के आधार पर इसकी बेस वैल्यू 100 मानी गई. सेंसेक्स नाम असल में सेंसेटिव इंडेक्स का शॉर्ट फॉर्म है. सेंसेक्स को अपने 100 से 25 हजार के आंकड़े तक पहुंचने में करीब तीन दशक लग गए, लेकिन इसने अगले एक दशक में ही 25 हजार से 75 हजार तक का रास्ता तय कर लिया.
मोदी राज में तीन गुना से ज्यादा बढ़ा सेंसेक्स
साल 2014 में मोदी सरकार बनने से पहले के आंकड़ों को देखें तो 18 जनवरी, 2013 को सेंसेक्स 20 हजार के अहम बिंदु के पार बंद हुआ था, लेकिन इसके 20 से 25 हजार तक पहुंचने में सिर्फ डेढ़ साल लगे. साल 2014 के मई महीने में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग की सरकार बनी. इसके बाद 16 मई 2014 को ही सेंसेक्स 25,364 के स्तर तक पहुंच गया था. अब सेंसेक्स 81 हजार के आसपास है. इस तरह मोदी राज के दौरान सेंसेक्स में तीन गुना से ज्यादा की बढ़त हो चुकी है.
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