सेंसेक्स में 1300 से ज्यादा अंकों की भारी गिरावट, आज क्यों धराशायी हुआ शेयर बाजार

सेंसेक्स में 1300 से ज्यादा अंकों की भारी गिरावट, आज क्यों धराशायी हुआ शेयर बाजार

Authored By: Suman

Published On: Friday, June 13, 2025

Last Updated On: Friday, June 13, 2025

शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1300 अंक से ज्यादा टूटा। जानिए आज बाजार के धराशायी होने के पीछे की बड़ी वजहें.
शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1300 अंक से ज्यादा टूटा। जानिए आज बाजार के धराशायी होने के पीछे की बड़ी वजहें.

पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने (West Asia crisis) से हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार धराशायी हो गया. बीएसई सेंसेक्स आज 1300 अंकों से ज्यादा टूट गया. .

Authored By: Suman

Last Updated On: Friday, June 13, 2025

Share Market Today: पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने (West Asia crisis) से हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार धराशायी हो गया. बीएसई सेंसेक्स आज 1300 अंकों से ज्यादा टूट गया. निफ्टी में भी करीब 1.7 फीसदी की गिरावट आई है.

इजरायल-ईरान में तनाव (Israel-Iran strike) बढ़ने जैसी कई अन्य नेगेटिव खबरें शेयर बाजार पर हावी हो गई हैं. इसकी वजह से एक दिन में ही निवेशकों के करीब 7 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं. इजरायल ने शुक्रवार को ईरान पर हवाई हमले किए हैं इससे दुनिया भर के शेयर बाजारों का सेंटिमेंट खराब हुआ है. इजरायल के प्रधानमंत्री ने बताया है कि यह हमला ईरान के न्यूक्लियर एनरिचमेंट प्रोग्राम को नुकसान पहुंचाने के लिए है. इससे पश्चिम एशिया में तनाव अच्छा खासा बढ़ गया है.

क्यों टूटा बाजार

इजरायल और ईरान के बीच में तनाव बढ़ने से आज एशिया के सभी प्रमुख बाजार लाल निशान में चले गए. सुबह बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1264 अंकों की गिरावट के साथ 80,427.81 पर खुला, लेकिन थोड़ी ही देर में इसमें गिरावट गहरा गई और यह 1337 अंकों की गिरावट के साथ 80,354.59 तक चला गया. हालांकि बाद में बाजार थोड़ा संभल गया. दोपहर सवा 12 बजे के आसपास सेंसेक्स 81,121.96 के स्तर पर पहुंच गया था.

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) 415 अंकों की गिरावट के साथ 24,473 पर खुला लेकिन बाद में थोड़ा संभल गया. इस तरह आज शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव दिख रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा है कि वह अपने व्यापारिक साझेदार देशों को लेटर लिखकर यह बताएंगे कि वे 9 जुलाई की डेडलाइन से पहले कोई रास्ता निकालें. 9 जुलाई को अमेरिका के भारी टैरिफ पर लगी रोक की 90 दिन की सीमा खत्म हो रही है. अभी तक सिर्फ ब्रिटेन ही अमेरिका के साथ कोई समझौता कर पाया है. चीन के साथ भी एक समझौता करने का ट्रंप ने दावा किया है, लेकिन अभी इस पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है. भारत भी अमेरिका के साथ एक समझौता करने की पुरजोर कोशिश में लगा हुआ है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान को टैरिफ संकट के फिर से बढ़ने के रूप में ही देखा जा रहा है.

पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से आज ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई दोनों तरह के क्रूड के दाम में 10 फीसदी से ज्यादा की तेजी आ गई. भारत को इसका सबसे ज्यादा नुकसान होने वाला है क्योंकि यह दुनिया के सबसे बड़े तेल आयातक देशों में से है. इन सबकी वजह से आज रुपया भी करीब 73 पैसा टूटकर डॉलर के मुकाबले 86.25 पर खुला.

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About the Author: Suman
सुमन गुप्ता एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जो आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर अच्छी पकड़ रखती हैं। कई पत्र—पत्रिकाओं के लिए पिछले दस साल से स्वतंत्र रूप से लेखन। राष्ट्रीय राजनीति, कोर इकोनॉमी, पर्सनल फाइनेंस, शेयर बाजार आदि से जुड़े उनके सैकड़ों रिपोर्ट, आर्टिकल प्रकाशित हो चुके हैं।
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