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AdFalciVax Vaccine : RMRC भुवनेश्वर ने ICMR के साथ मिलकर तैयार कर लिया है मलेरिया का स्वदेशी टीका
AdFalciVax Vaccine : RMRC भुवनेश्वर ने ICMR के साथ मिलकर तैयार कर लिया है मलेरिया का स्वदेशी टीका
Authored By: स्मिता
Published On: Tuesday, July 22, 2025
Last Updated On: Tuesday, July 22, 2025
AdFalciVax Vaccine : आरएमआरसी भुवनेश्वर ने आइसीएमआर के साथ मिलकर ‘एडफाल्सीवैक्स’ नामक मलेरिया का टीका विकसित कर लिया है. एडफाल्सीवैक्स टीका दोहरे चरण की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है. चिकित्सा जगत में यह उम्मीद की जा रही है कि यह किफायती होगा और लंबे समय तक प्रभावी रहेगा.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Tuesday, July 22, 2025
AdFalciVax Vaccine: दुनिया भर में आरटीएस.एस. (ब्रांड नाम मॉस्किरिक्स) सार्वजनिक उपयोग के लिए स्वीकृत पहला मलेरिया टीका है. दो साल की उम्र तक शिशुओं को इसकी कम से कम तीन खुराक देनी होती है. चौथी खुराक से सुरक्षा अगले 1-2 साल तक बढ़ जाती है. यह टीका गंभीर मलेरिया के कारण अस्पताल में भर्ती होने की संख्या को लगभग 30% तक कम करता है. यह टीका विदेशी है. अब भारत में आरएमआरसी भुवनेश्वर ने आइसीएमआर के साथ मिलकर ‘एडफाल्सीवैक्स’ नाम का मलेरिया वैक्सीन विकसित कर लिया है. एडफाल्सीवैक्स टीका के बारे में चिकित्सा जगत में यह उम्मीद की जा रही है कि यह किफायती और लंबे समय तक प्रभावी रहेगा. आइसीएमआर अब इसे (AdFalciVax Vaccine) निजी कंपनियों को तैयार करने और व्यावसायिक उपयोग के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए विचार कर रहा है.
रोगियों की जान बचाने में मिलेगी मदद (Indigenous Malaria Vaccine)
एडफाल्सीवैक्स स्वदेशी टीके (Adfalcivax Vaccine) को आइसीएमआर और भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) के शोधकर्ताओं ने मिल कर तैयार किया है. यह टीका मलेरिया संक्रमण के खिलाफ प्रभावी साबित हुआ है. इस टीके के उत्पादन के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने निजी कंपनियों के साथ समझौते की तैयारी शुरू कर दी है. उम्मीद है कि इससे न सिर्फ अस्पतालों पर दबाव को कम होगा, बल्कि रोगियों की जान बचाने में भी मदद मिल सकेगी. मलेरिया के नये टीके को फिलहाल एडफाल्सीवैक्स नाम दिया है, जो मलेरिया परजीवी प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम के खिलाफ काम करेगा.
कैसे होता है मलेरिया ( Cause of Malaria)
मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज़ मच्छरों के काटने से फैलने वाले परजीवियों से होती है. यह एक प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य चिंता का विषय है, खासकर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों (Tropical and Subtropical Region) में होता है. इसके लक्षणों में बुखार, ठंड लगना और सिरदर्द शामिल हैं. इसके कारण संभावित रूप से गंभीर जटिलतायें जैसे पीलिया, दौरे पड़ना, या यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है.
एडफाल्सीवैक्स वैक्सीन के फायदे (Adfalcivax Vaccine)
परीक्षण में नया टीका एडफाल्सीवैक्स पूरी तरह असरदार पाया गया है. नया टीका मानव संक्रमण को रोक सकता है. एडफाल्सीवैक्स में पीएफएस-230 और पीएफएस48/45 प्रोटीन का एक मिश्रण शामिल है. यह संक्रमण रोकने वाला मजबूत एंटीबॉडी बनाता है.
- डब्ल्यूएचओ की वर्ष 2023 में विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2023
- दुनिया में 26.3 करोड़ मामले मलेरिया के पाए गए
- 5.97 लाख लोगों की हुई मौत
- भारत में 20 लाख मामले सामने आये
- 2023 में मलेरिया के कारण मरने वाले की संख्या 3,461
हालांकि मलेरिया मुक्त भारत के लगातार प्रयास चल रहे हैं, जिसमें देश को कुछ हद तक सफलता भी मिली है.
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