PM Modi US Visit: मोदी-ट्रंप की बैठक में रक्षा संबंधों को और ऊंचाइयों पर पहुंचाने की बनी सहमति

PM Modi US Visit: मोदी-ट्रंप की बैठक में रक्षा संबंधों को और ऊंचाइयों पर पहुंचाने की बनी सहमति

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Friday, February 14, 2025

Updated On: Friday, February 14, 2025

PM मोदी और ट्रंप की बैठक में रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सहमति
PM मोदी और ट्रंप की बैठक में रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सहमति

प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुए बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बनी और समझौता हुआ. इनमें दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को और अधिक उंचाइयों तक लेने जाने पर भी दोनों नेताओं ने मोहर लगा दिया है. हथियार खरीद और  प्रौद्योगिकी साझेदारी के लिए रूपरेखा तैयार करने पर सहमति जताई.

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Friday, February 14, 2025

हाईलाइट

  • अमेरिका भारत के साथ रक्षा संबंधों को और मजबूत करते हुए जेट एफ-35 बेचेगा.
  • देश के बीच 10 वर्षीय रक्षा समझौता हुआ.
  • अमेरिका, भारत को नई प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण करेगा, इस पर भी सहमति बना.
  • दोनों देश संयुक्त प्रशिक्षण और अभ्यास से थल, वायु, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबरस्पेस में सैन्य सहयोग का विस्तार करेगा.

PM Modi US Visit: व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई. बैठक में एफ-35 लड़ाकू विमानों की बिक्री और रक्षा सहयोग का विस्तार करने को अंतिम रूप दिया गया. अपने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दोनों नेताओं ने इसे विस्तार से बताया भी. अमेरिका अब रक्षा से संबंधित प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण करने को तैयार हो गया है.

10 वर्षीय रक्षा समझौता

दोनों नेताओं ने संयुक्त कांफ्रेंस में बताया कि अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी के लिए दस वर्षीय कार्य योजना पर हस्ताक्षर करने की तैयारी कर रहा है. इसका उद्देश्य उभरती सुरक्षा चुनौतियों के बीच दोनों देश आपसी रक्षा संबंधों को और मजबूत करेगा. इससे दोनों देशों के बीच निकट सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को बल मिलेगा.

नई खरीद और सह-उत्पादन पर सहमति

दोनों नेताओं ने लड़ाकू विमान सहित हथियार, ड्रोन आदि की नई खरीद के साथ-साथ उसके सह-उत्पादन समझौतों की भी घोषणा की। भारत हिंद महासागर में निगरानी बढ़ाने के लिए स्ट्राइकर इन्फेंट्री कॉम्बैट व्हीकल, जेवलिन एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल और छह अतिरिक्त पी-8आई समुद्री गश्ती विमान अमेरिका से खरीदेगा. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘इस साल से हम भारत के साथ सैन्य एवं रक्षा क्षेत्र में कई अरब डॉलर बिक्री बढ़ाएंगे.’

रक्षा साझेदारी का विस्तार

भारत और अमेरिका दोनों इस बात पर सहमत हैं कि भारतीय सेना में अमेरिकी रक्षा प्रणालियों दबदबा बढ़ा है. इसमें C-130J सुपर हरक्यूलिस, P-8I पोसिडॉन, AH-64E अपाचे, CH-47F चिनूक, C-17 ग्लोबमास्टर III और MH-60R सीहॉक अमेरिकी विमान शामिल हैं. भारतीय सेना की मारक एवं निगरानी क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए अमेरिका हार्पून एंटी-शिप मिसाइलों, M777 होवित्जर और MQ-9B ड्रोन की बिक्री को विस्तार देगा.

सैन्य उपकरणों के रखरखाव को बनाया सरल

अमेरिका ने भारत को एक प्रमुख रक्षा साझेदार और रणनीतिक व्यापार प्राधिकरण-1 (STA-1) के रूप में मान्यता दिया. दोनों देश हथियार हस्तांतरण विनियमों की समीक्षा करने पर भी सहमति व्यक्त की. इसमें अंतर्राष्ट्रीय शस्त्र विनियमन (ITAR) में यातायात शामिल है. इसका उद्देश्य भारत में रक्षा व्यापार, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और अमेरिकी सैन्य उपकरणों के रखरखाव को सरल बनाना है.

सैन्य अभ्यासों को विस्तार

दोनों देश संयुक्त प्रशिक्षण और अभ्यासों के माध्यम से थल, वायु, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबरस्पेस में भी सैन्य सहयोग का विस्तार करेगा. 2019 में पहली बार आयोजित ‘टाइगर ट्रायम्फ’ त्रि-सेवा अभ्यास को भविष्य में अधिक परिचालन जटिलता के साथ भारत में बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा। क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए दोनों देश इंडो-पैसिफिक में विदेशी तैनाती बढ़ाने, रसद और खुफिया जानकारी साझा करने में सुधार करने और संयुक्त मानवीय और आपदा राहत अभियान चलाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है.

सैन्य उत्पादन सहयोग

स्वायत्त प्रणाली उद्योग गठबंधन (ASIA), इंडो-पैसिफिक में रक्षा प्रौद्योगिकी और उत्पादन में सहयोग देगी. इसमें उच्चस्तरीय समुद्री प्रणालियों और एआई-सक्षम काउंटर-ड्रोन समाधानों का एंदुरिल इंडस्ट्रीज और महिंद्रा ग्रुप सह-विकास करेगा. उन्नत सोनार प्रौद्योगिकी का L3 हैरिस और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स एक साथ मिलकर सह-विकास करेगा.

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
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