Special Coverage
ट्रेन में टीटीई ने सैनिकों से की बदसलूकी, यात्रियों ने दिखाया साहस और समर्थन!
ट्रेन में टीटीई ने सैनिकों से की बदसलूकी, यात्रियों ने दिखाया साहस और समर्थन!
Authored By: Sharim Ansari
Published On: Wednesday, May 14, 2025
Last Updated On: Wednesday, May 14, 2025
TT misbehavior viral news : जब देश की रक्षा करने वाले 35 जवानों के साथ ट्रेन में बदसलूकी हुई, तो क्या हुआ? भीड़ में से कुछ आम लोगों ने जो किया, वो हर भारतीय का दिल छू लेगा. ये सिर्फ एक घटना नहीं, एक ऐसा सच है जो सिस्टम की संवेदनशीलता और जनता की असली देशभक्ति को उजागर करता है. जानिए कैसे एक टीटीई के व्यवहार ने देशभर में हलचल मचा दी.
Authored By: Sharim Ansari
Last Updated On: Wednesday, May 14, 2025
नॉर्थईस्ट एक्सप्रेस के AC कोच में 35 जवानों से टीटीई ने किया दुर्व्यवहार
TT misbehavior viral news – मंगलवार की शाम करीब चार बजे नॉर्थईस्ट एक्सप्रेस के एसी कोच में एक ऐसी घटना हुई, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. गुवाहाटी और अन्य सीमावर्ती इलाकों में इमरजेंसी ड्यूटी पर भेजे जा रहे भारतीय सेना के 35 जवानों के साथ एक टीटीई (ट्रेन टिकट परीक्षक) ने न केवल अभद्र व्यवहार किया, बल्कि उन्हें अपमानित करते हुए जनरल बोगी में जाने पर मजबूर करने की कोशिश की. जवान बिना आरक्षित टिकट के थे और एसी कोच के शौचालय के पास बैठे हुए थे, क्योंकि उन्हें तत्काल रिपोर्टिंग का आदेश मिला था.
यात्रियों ने दिखाई देशभक्ति – सोशल मीडिया बना हथियार
टीटीई का व्यवहार न केवल कठोर था, बल्कि बेहद असंवेदनशील भी. जवानों को इस हाल में देख कोच में मौजूद यात्रियों का खून खौल उठा. ट्रेन में यात्रा कर रहे वाराणसी के रमेश तिवारी, विमल सक्सेना और अन्य यात्रियों ने तुरंत एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो व मैसेज पोस्ट किए, जिसमें उन्होंने रेलमंत्री और प्रयागराज मंडल के डीआरएम को टैग करते हुए मदद की गुहार लगाई. इन पोस्ट्स पर सैकड़ों की संख्या में ट्वीट्स की बाढ़ आ गई और पूरा देश इन जवानों के समर्थन में उतर आया.
रेलवे की टूटी नींद – मगर यात्रियों ने मांगी इंसाफ से ज़्यादा इज़्ज़त
इस मुद्दे के वायरल होते ही रेलवे विभाग हरकत में आया. डीआरएम कार्यालय ने तुरंत एक यात्री से संपर्क किया और पूछा कि क्या टीटीई पर कार्रवाई की जाए. लेकिन इन सजग यात्रियों ने बदले की मांग नहीं की, उन्होंने सिर्फ इतना कहा — “जवानों को सम्मानपूर्वक सीट मिलनी चाहिए.” इसके बाद प्रयागराज स्टेशन पहुंचने से पहले ही रेलवे कर्मियों ने यात्रियों के सहयोग से सभी जवानों को सम्मान के साथ बैठने की व्यवस्था कर दी.
“शादी रुक सकती है, लेकिन देश की रक्षा नहीं” – जवानों के शब्दों ने जीता दिल
इन जवानों ने बताया कि उनकी छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं और उन्हें तुरंत सीमा पर रिपोर्ट करना है. दो जवान तो ऐसे थे, जिनकी इसी महीने शादी तय थी, मगर उन्होंने गर्व से कहा – “शादी तो हो जाएगी, लेकिन मातृभूमि की रक्षा का मौका बार-बार नहीं मिलता.” यह शब्द हर भारतीय के दिल में गर्व भर देने वाले हैं.
“बिना वर्दी, बिना शरम – टीटीई की हरकत पर भड़के लोग, उठी कार्रवाई की मांग”
इस पूरे प्रकरण में एक और बात जिसने यात्रियों को और नाराज़ कर दिया, वह थी टीटीई की वेशभूषा. टीटीई ड्रेस कोड में नहीं था, शरीर पर टैटू गुदवाए थे और उसका रवैया एक सरकारी कर्मचारी की गरिमा के बिलकुल विपरीत था. कई यात्रियों ने यहां तक सवाल उठाए कि क्या वह पाकिस्तान समर्थक है? लोगों ने उसकी पहचान और उस पर कार्रवाई की मांग की है.
जब सिस्टम चूक जाए, तो जनता बनती है वर्दी की असली ढाल
यह घटना सिर्फ एक विवाद नहीं, बल्कि एक आईना है – जो सिस्टम की खामियों और जनता की जागरूकता दोनों को दिखाता है. जब सिस्टम जवानों की इज़्ज़त करना भूल जाए, तब जनता को ही आगे आकर वर्दी की गरिमा की रक्षा करनी पड़ती है – और इस बार, देश के नागरिकों ने यह कर दिखाया.