संत कबीर दास के दोहे – Jayanti 2025 Kabir Dohas Special Collection In Hindi

संत कबीर दास के दोहे – Jayanti 2025 Kabir Dohas Special Collection In Hindi

Authored By: Nishant Singh

Published On: Tuesday, June 10, 2025

Updated On: Tuesday, June 10, 2025

Kabir Das Jayanti Quotes 2025 share on whatsapp facebook and instagram

इस Wednesday, 11 June को मनाई जा रही Sant Kabir Das Jayanti 2025 एक ऐसा अवसर है जब हम कबीर दास जी के शब्दों में छिपे गहरे जीवन दर्शन को याद करते हैं. Sant Kabir Ke Dohe न केवल साहित्य की अनुपम धरोहर हैं बल्कि आध्यात्मिक और नैतिक मार्गदर्शन का सबसे सशक्त माध्यम भी हैं. इस विशेष लेख में हम प्रस्तुत कर रहे हैं Sant Kabir Das Ke Dohas का Collection in Hindi जो आप Instagram, WhatsApp या Facebook पर शेयर कर सकते हैं. कबीर दास जयंती 2025 के इस पावन अवसर पर, आइए मिलकर इन प्रेरणादायक दोहों से अपने जीवन को समृद्ध बनाएं और उनके शाश्वत संदेशों को नई पीढ़ी तक पहुंचाएं.

Authored By: Nishant Singh

Updated On: Tuesday, June 10, 2025

इस लेख में:

हर साल हिंदू कैलेंडर के ज्येष्ठ महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. इस साल Wednesday 11 June को Sant Kabir Das Jayanti 2025 मनाई जा रही  है. यह एक ऐसा दिन जब हम न सिर्फ़ एक महाकवि को याद करते हैं, बल्कि उनके उन विचारों को भी जीने की कोशिश करते हैं, जो सादगी में गहराई और शब्दों में दर्शन समेटे हुए हैं. कबीर दास जी ने समाज को एकता, प्रेम, और ईमानदारी का संदेश दिया, और अपने दोहों के माध्यम से हमें आत्मचिंतन का रास्ता दिखाया.

इस दिन को खास बनाने का सबसे सुंदर तरीका है—कबीर के विचारों को शब्दों में सजाकर, अपने दिल से दूसरों तक पहुँचाना. चाहे उनके दोहे हों, या उनसे प्रेरित विचार—हर पंक्ति जीवन को नया नजरिया देने वाली होती है. आप भी इस संत कबीर जयंती पर अपने सोशल मीडिया पर उनकी शिक्षाओं को साझा करके प्रेम और शांति का संदेश फैला सकते हैं.

इस लेख में हम आपके लिए लाए हैं कुछ खास और Motivational Kabir Dohas, Lines और Messages, जिन्हें आप अपने व्हाट्सएप स्टेटस, इंस्टाग्राम पोस्ट या फेसबुक पर शेयर कर सकते हैं. अपने शब्दों के माध्यम से आप भी कबीर जी की रचनात्मकता और सोच को आगे बढ़ा सकते हैं. यह लेख खास आपके लिए है—कबीर के ज्ञान को दिल से जीने के लिए.

Top 5 Dohas of Sant Kabir Das– संत कबीर के दोहे

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संत कबीर जयंती सिर्फ एक तिथि नहीं, बल्कि सत्य, प्रेम और आत्मज्ञान के संदेशों का पर्व है. इस खास मौके पर हम आपके लिए लाए हैं Top 5 Dohas of Sant Kabir Das, जो न केवल प्रेरणा देते हैं बल्कि आत्मचिंतन की ओर भी ले जाते हैं. आप इन विचारों को अपने दोस्तों, परिवार, या सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं और इस दिन को बना सकते हैं और भी अर्थपूर्ण.

“काल करे सो आज कर, आज करे सो अब,⏳
पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब,⚡
कबीर दास जयंती की बधाई !🙏”

“पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,📚
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय.❤️
कबीर दास जयंती की बधाई !🎉”

“दुख में सुमिरन सब करे, सुख में करै न कोय.😔
जो सुख में सुमिरन करे, दुख काहे को होय॥😊
कबीर दास जयंती की बधाई !🌸”

“माटी कहे कुम्हार से, तू क्या रौंदे मोय.🧱
एक दिन ऐसा आएगा, मैं रौंदूगी तोय॥🌍
कबीर दास जयंती की बधाई !🌟”

“गुरु गोबिंद दोऊ खड़े, का के लागूं पाय.🧘‍♂️
बलिहारी गुरु आपने, गोबिंद दियो बताय॥🙏
कबीर दास जयंती की बधाई !✨”

“जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान,🤝
मोल करो तरवार का, पड़ा रहन दो म्यान.⚔️
कबीर दास जयंती की बधाई !🎊”

संत कबीर का विश्वप्रसिद्ध दोहा – “रहिमन धागा प्रेम का”

संत कबीर दास का यह दोहा प्रेम और रिश्तों की नाजुकता को बयान करने वाला सबसे मशहूर दोहा है। इसमें छिपा गहरा संदेश आज के जमाने में भी उतना ही सच्चा है जितना सदियों पहले था। आइए जानते हैं इस अमर दोहे का वास्तविक अर्थ:

कबीर का अमर दोहा:

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गांठ परि जाय।।

हिंदी में सरल अर्थ:

कबीर दास जी कहते हैं कि प्रेम का धागा बहुत नाजुक होता है, इसे कभी भी झटके से या गुस्से में नहीं तोड़ना चाहिए। क्योंकि एक बार टूटने के बाद यह फिर से वैसा नहीं जुड़ता – अगर जुड़ भी जाए तो बीच में गांठ रह जाती है।

जीवन में संदेश: रिश्तों में प्रेम, धैर्य और समझदारी से काम लेना चाहिए। एक बार रिश्ता टूटने पर वापस जोड़ना मुश्किल होता है, और अगर जुड़ भी जाए तो पहले जैसी मिठास नहीं रहती।

Best Sant Kabir Das Ke Dohe in Hindi – शब्दों में समर्पण

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अगर आप इस संत कबीर जयंती पर सोशल मीडिया पर कुछ खास और अर्थपूर्ण साझा करना चाहते हैं, तो ये Best Sant Kabir Das Ke Dohe in Hindi आपके लिए हैं. ये दोहे कबीर जी की सादगी, भक्ति और दर्शन को खूबसूरती से बयां करते हैं. आप इन्हें अपने Instagram पोस्ट, WhatsApp स्टेटस या Facebook स्टोरी में लगाकर इस दिन को बना सकते हैं यादगार और प्रेरणादायक.

  • “यह तन विष की बेलरी, गुरु अमृत की खान.☠️🍯
    शीश दियो जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान..🙏💫
    कबीर दास जयंती की बधाई !🎉”
  • “रात गंवाई सोय के, दिवस गंवाया खाय,🌙🍽️
    हीरा जन्म अमोल सा, कोड़ी बदले जाय..💎💰
    कबीर दास जयंती की बधाई !🎊”
  • “ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोय,🗣️💭
    औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए.❄️🤗
    कबीर दास जयंती की बधाई !🌸”
  • “कबीरा खड़ा बाज़ार में, मांगे सबकी खैर,🛒🤲
    ना काहू से दोस्ती,न काहू से बैर !✋🤝🚫
    कबीर दास जयंती की बधाई !✨”
  • “साधु भूखा भाव का धन का भूखा नाहीं,🍃🙏
    धन का भूखा जो फिरै सो तो साधु नाहीं !💸🚶‍♂️
    कबीर दास जयंती की बधाई !🌟”

कबीर दास जयंती 2025 Instagram, Facebook & WhatsApp (500×600) Status इन हिंदी

Kabir Das Jayanti 2025 के इस खास मौके पर हम आपके लिए लेकर आए हैं  बेहतरीन Images जिन्हें आप 500 x 600 रेजोल्यूशन में WhatsApp, Instagram और Facebook पर आसानी से शेयर कर सकते हैं.

Top 5 Dohas of Sant Kabir Das in Hindi – दोहों में छिपा गहरा जीवन ज्ञान

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कबीर दास जी के दोहे केवल शब्द नहीं, बल्कि अनुभव और आत्मज्ञान का सार हैं. उनके हर दोहे में जीवन की सच्चाई, भक्ति और समाज के प्रति जागरूकता झलकती है. इस संत कबीर जयंती पर हम आपके लिए लाए हैं Top 5 Dohas of Sant Kabir Das in Hindi, जिन्हें आप अपने विचारों में उतार सकते हैं या सोशल मीडिया पर शेयर करके औरों को भी प्रेरित कर सकते हैं. ये दोहे हर दिल को छू लेने की ताकत रखते हैं.

  • “माला फेरत जुग गया, गया न मन का फेर,📿⏳
    कर का मनका डारि दे, मन का मनका फेर..💫
    कबीर दास जयंती की बधाई !🎉”
  • “साईं इतना दीजिए, जा में कुटुंब समाए,🙏🏡
    मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाए..🍽️
    कबीर दास जयंती की बधाई !🌸”
  • “साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय,🌾✨
    सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय.🍂🕊️
    कबीर दास जयंती की बधाई !🎊”
  • “जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ,🔍💧
    मैं बपुरा बूडन डरा, रहा किनारे बैठ.😨🏞️
    कबीर दास जयंती की बधाई !🌟”
  • “चाह मिटी, चिंता मिटी मनवा बेपरवाह,💭❌
    जिसको कुछ नहीं चाहिए वो शहनशाह !👑
    कबीर दास जयंती की बधाई !🎇”

Motivational Dohas on Sant Kabir Das Jayanti 2025 – जो दिल और सोच दोनों को जगाएं

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संत कबीर दास जी की वाणी में ऐसी ताकत है जो थमे हुए कदमों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है. उनके विचार न केवल आत्मा को छूते हैं, बल्कि कठिन समय में उम्मीद की रौशनी भी दिखाते हैं. इस लेख में हम आपके लिए लाए हैं चुनिंदा Motivational Dohas on Sant Kabir Das Jayanti 2025, जिन्हें आप अपने जीवन में उतार सकते हैं या दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं सोशल मीडिया पर प्रेरणा के रूप में.

  • “धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय,🐢🌱
    माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय..🌿🌸🍎”
  • “चिंता ऐसी डाकिनी, काटि करेजा खाए🕷️😟
    वैद्य बिचारा क्या करे, कहां तक दवा खवाय..💊🤔”
  • “तिनका कबहुँ ना निन्दिये, जो पाँवन तर होय,🍃🙏
    कबहुँ उड़ी आँखिन पड़े, तो पीर घनेरी होय.😴💫”
  • “तूँ तूँ करता तूँ भया, मुझ मैं रही न हूँ.👤❌
    वारी फेरी बलि गई, जित देखौं तित तूँ ॥🔄👀”
  • “मन के हारे हार हैं, मन के जीते जीति.🧠❤️
    कहै कबीर हरि पाइए, मन ही की परतीति॥🙏✨”

FAQ

संत कबीर दास जयंती हर साल हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. 2025 में यह पर्व 11 जून को मनाया जा रहा है. इस दिन संत कबीर के जीवन, विचारों और शिक्षाओं को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है.

संत कबीर के दोहे सरल भाषा में गहरी जीवन सीख देते हैं. वे सामाजिक भेदभाव, आडंबर और अज्ञानता पर चोट करते हैं. उनके दोहों में भक्ति, आत्मचिंतन और व्यवहारिक जीवन के गूढ़ सत्य छिपे हैं, जो हर युग में प्रासंगिक बने हुए हैं.

कबीर दास जी का मुख्य संदेश था—”धर्म से पहले इंसान बनो“. वे भक्ति, करुणा, प्रेम और सामाजिक समानता के समर्थक थे. उन्होंने आडंबरों का विरोध किया और सच्चे गुरु की महिमा को सर्वोपरि बताया. उनका जीवन सादगी और सत्य का उदाहरण था.

कबीर दास की रचनाएं सरल और बोलचाल की भाषा में हैं, जिसे ‘सधुक्कड़ी’ कहा जाता है. इसमें हिंदी, अवधी, ब्रज और अरबी-फारसी के शब्द मिलते हैं.

कबीर दास की रचनाएं “बीजक”, “कबीर ग्रंथावली”, “साखी”, “रमैनी” और “पद” के रूप में जानी जाती हैं. सबसे प्रसिद्ध उनकी साखियाँ हैं.

कबीर दास के अनुयायियों को कबीरपंथी कहा जाता है, और उनका पंथ कबीर पंथ कहलाता है.

About the Author: Nishant Singh
निशांत कुमार सिंह एक पैसनेट कंटेंट राइटर और डिजिटल मार्केटर हैं, जिन्हें पत्रकारिता और जनसंचार का गहरा अनुभव है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए आकर्षक आर्टिकल लिखने और कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करने में माहिर, निशांत हर लेख में क्रिएटिविटीऔर स्ट्रेटेजी लाते हैं। उनकी विशेषज्ञता SEO-फ्रेंडली और प्रभावशाली कंटेंट बनाने में है, जो दर्शकों से जुड़ता है।
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