Hanuman Jayanti 2025 : ज्योतिष का विशिष्ट योग बन रहा है इस दिन, ज्योतिषाचार्य

Hanuman Jayanti 2025 : ज्योतिष का विशिष्ट योग बन रहा है इस दिन, ज्योतिषाचार्य

Authored By: स्मिता

Published On: Thursday, April 10, 2025

Updated On: Thursday, April 10, 2025

Lord Hanuman sitting on throne with blessing posture on Hanuman Jayanti 2025 with special astrological yog
Lord Hanuman sitting on throne with blessing posture on Hanuman Jayanti 2025 with special astrological yog

Hanuman Jayanti 2025 : देश भर में हनुमान जयंती 12 अप्रैल को धूमधाम से मनाई जाएगी. ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस वर्ष हनुमान जयंती पर रवि योग और जय योग बन रहा है. यह दिवस हस्त और चित्रा नक्षत्र में मनाया जाएगा. 12 अप्रैल को हस्त नक्षत्र सुबह से लग जाएगा.

Authored By: स्मिता

Updated On: Thursday, April 10, 2025

Hanuman Jayanti 2025 : हिंदुओं के आराध्य देवता श्री हनुमान हैं. उन्हें शिवजी का अवतार भी माना जाता है. इसलिए उन्हें रुद्रावतार भी कहा जाता है. हनुमान जी रामजी के प्रिय हैं. हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि पर हनुमान जयंती मनाने की परंपरा है. मान्यता है जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर हनुमान जी की उपासना करता है, उनके सभी मनोकामना पूर्ण होती है. इस वर्ष हनुमान जयंती 12 अप्रैल को है. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस वर्ष हनुमान जयंती पर ज्योतिष का विशिष्ट योग (Hanuman Jayanti 2025) बन रहा है.

राम भक्ति था जीवन का उद्देश्य

भगवान विष्णु को रामावतार के समय सहयोग करने के लिए रुद्रावतार हनुमान का जन्म हुआ. सीता खोज, रावण युद्ध और लंका विजय में हनुमान जी ने प्रभु श्रीराम की पूरी मदद की. उनके जन्म का उद्देश्य ही राम भक्ति था. हनुमानजी के जन्म दिन को हनुमत जयंती और हनुमान व्रतम नामों से भी जाना जाता है. इस अवसर पर देश भर के मंदिरों में हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी.

रवि योग और जय योग का संयोग

ज्योतिषाचार्य आचार्य पंडित मनोज पांडेय ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है. चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को है. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को संकट मोचन श्री राम भक्त हनुमान का जन्म हुआ था. पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र पूर्णिमा 11 अप्रैल को तड़के 2.40 बजे शुरू हो रही है. हनुमान जयंती के अवसर पर रवि योग और जय योग का संयोग लग रहा है, इसलिए यह पावन दिवस हस्त और चित्रा नक्षत्र में मनाया जाएगा. 12 अप्रैल को हस्त नक्षत्र सुबह से लग जाएगा. पंडित मनोज पांडेय के अनुसार, पूर्णिमा का समापन 13 अप्रैल को रात 4.34 बजे होगा. सूर्योदय के समय पूर्णिमा तिथि 12 अप्रैल को है. ऐसे में हनुमान जयंती 12 अप्रैल को मनाई जाएगी. उसी दिन व्रत रखा जाएगा और हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा.

रवि योग (Ravi Yoga)

रवि योग सूर्य से जुड़ा योग है. यह शुभ योग है. रवि योग के कारण व्यक्ति समृद्ध बनता है और समाज में अपार सम्मान प्राप्त करता है. वह अपने क्षेत्र में एक चमकते सूरज की तरह होगा. लेकिन यह व्यक्ति में घमंड और अहंकार भी लाता है. जो घमंडी और जिद्दी बना सकता है. साथ ही, व्यक्ति दूसरों की मदद करता है और ज़रूरतमंदों को खूब दान डेता है.

जय योग (Jaya Yoga)

यह भी सूर्य से जुड़ा योग है. जय योग नक्षत्र और तिथि के संयोग से बनने वाला एक योग है. इसमें व्यक्ति की बात सुनी जाती है या मुकदमे में जीत मिलती है. जय योग के दो प्रकार होते हैं – यायी जय योग और स्थायी जय योग. इनका समय पंचांग में देखा जा सकता है.

(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ)

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स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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