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सत्ता संभालने के बाद CM रेखा गुप्ता के सामने ये हैं 10 बड़ी चुनौतियां
सत्ता संभालने के बाद CM रेखा गुप्ता के सामने ये हैं 10 बड़ी चुनौतियां
Authored By: सतीश झा
Published On: Tuesday, March 18, 2025
Last Updated On: Tuesday, March 18, 2025
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी कैबिनेट की पहली बैठक कर राजधानी के विकास को लेकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं. हालांकि, उनके सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियां भी हैं, जिन्हें निपटाना उनकी प्राथमिकता होगी.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Tuesday, March 18, 2025
Delhi Politics: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) के लिए दिल्ली को सुचारु रूप से संचालित करना आसान नहीं होगा, क्योंकि अतीत में ठप हुई योजनाओं को फिर से गति देना और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी. आने वाले एक वर्ष में उनकी नीतियों और निर्णयों से यह स्पष्ट होगा कि वे इन चुनौतियों से कैसे निपटती हैं और दिल्ली को एक बेहतर, सुरक्षित और सुव्यवस्थित राजधानी बनाने की दिशा में कितना सफल होती हैं.
पिछले कुछ वर्षों में कई योजनाएं अधूरी रह गई हैं, कई पर काम धीमा पड़ा है, और कई अब तक जमीन पर नहीं उतर पाई हैं. ऐसे में आगामी एक वर्ष के भीतर उनके सामने कौन-कौन सी 10 बड़ी चुनौतियां रहेंगी, आइए जानते हैं:
1. जल संकट और यमुना की सफाई
दिल्ली में जल संकट एक गंभीर समस्या बनी हुई है. गर्मियों में पानी की किल्लत और टैंकर माफिया का मुद्दा विकराल रूप ले लेता है. साथ ही, यमुना नदी की सफाई अब भी अधूरी है। रेखा गुप्ता को यमुना एक्शन प्लान को तेज करना होगा और जल आपूर्ति को सुचारु बनाना होगा.
2. प्रदूषण नियंत्रण और वायु गुणवत्ता सुधार
दिल्ली में वायु प्रदूषण हर साल एक विकट समस्या बनकर उभरता है. सर्दियों में पराली जलाने और बढ़ते वाहनों की संख्या से AQI बेहद खराब स्थिति में पहुंच जाता है. नए मुख्यमंत्री को इसके लिए दीर्घकालिक समाधान निकालना होगा, जैसे सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना, इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ाना और निर्माण स्थलों पर सख्ती लागू करना.
3. दिल्ली में अधूरे बुनियादी ढांचे को पूरा करना
राजधानी में सड़कों के रखरखाव, पुलों, फ्लाईओवर और अंडरपास के निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं. कई परियोजनाओं को गति देने की जरूरत है, खासकर रिंग रोड और एक्सप्रेसवे जैसे महत्वपूर्ण मार्गों को जल्द पूरा करना उनकी प्राथमिकता होगी.
4. महिलाओं की सुरक्षा और कानून व्यवस्था
दिल्ली में महिला सुरक्षा हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है. नए मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता को पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना होगा, CCTV कैमरों की संख्या बढ़ानी होगी और महिला हेल्पलाइन सेवाओं को और प्रभावी बनाना होगा.
5. सार्वजनिक परिवहन को मजबूत बनाना
दिल्ली में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार और बस सेवाओं में सुधार एक बड़ी चुनौती होगी. नई इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करना, बस स्टॉप को सुव्यवस्थित करना और ऑटो-रिक्शा और कैब सेवाओं को अधिक संगठित बनाना उनकी प्राथमिकताओं में रहेगा.
6. स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारना
सरकारी अस्पतालों में बेड की कमी, डॉक्टरों की संख्या में कमी और दवाओं की उपलब्धता की समस्या बनी हुई है. साथ ही, मोहल्ला क्लीनिकों की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है. मुख्यमंत्री को इन सेवाओं में सुधार लाने के लिए बजट बढ़ाने और नई योजनाएं लाने की जरूरत होगी.
7. शिक्षा प्रणाली को सुधारना
दिल्ली के सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है. स्कूलों में अध्यापकों की कमी, इन्फ्रास्ट्रक्चर की दिक्कतें और स्मार्ट क्लासरूम की कमी अब भी बनी हुई है. नई सरकार को दिल्ली में शिक्षा सुधारों को और गति देनी होगी.
8. बिजली और पानी के बिलों पर नीति स्पष्ट करना
पिछली सरकार ने बिजली और पानी मुफ्त देने की योजना लागू की थी, लेकिन इसकी वजह से बजट पर भारी दबाव पड़ा. नई सरकार को तय करना होगा कि क्या वे इस योजना को जारी रखेंगे या इसमें संशोधन करेंगे.
9. अवैध निर्माण और सीलिंग का मुद्दा
दिल्ली में अवैध कॉलोनियों और अनधिकृत निर्माण को नियमित करने का मुद्दा बार-बार उठता रहा है. सीलिंग के चलते हजारों छोटे व्यापारियों को नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री को इस समस्या का समाधान निकालना होगा ताकि व्यापारी और आम जनता को राहत मिले.
10. बजट और वित्तीय प्रबंधन
दिल्ली सरकार को बजट पेश करना है, जिसमें नई योजनाओं और विकास कार्यों के लिए पर्याप्त वित्तीय प्रबंधन करना होगा. राजस्व बढ़ाने के लिए नए स्रोत तलाशने और खर्चों को नियंत्रित करने की चुनौती उनके सामने होगी.
चुनावी वादे पूरे नहीं करने पर सीएम रेखा गुप्ता पर AAP रहेगी हमलावर
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सत्ता संभालते ही आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन पर हमलावर रुख अपनाना शुरू कर दिया है. AAP का कहना है कि बीजेपी सरकार ने चुनाव के दौरान जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब उन वादों को पूरा करने में असफल हो रही है. पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि नई सरकार ने अपने वादों को पूरा नहीं किया, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. AAP नेताओं ने कहा कि अगर रेखा गुप्ता सरकार जल्द ही अपने वादों को पूरा नहीं करती, तो पार्टी सड़कों पर उतरकर बड़े आंदोलन करेगी. AAP कार्यकर्ताओं ने विभिन्न इलाकों में जनसभाएं शुरू कर दी हैं और जनता को सरकार की नाकामियों के बारे में जागरूक करने का अभियान चला रही है.