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Chaitra Navratri 2025: नवरात्र में ना हों मंदिरों के आसपास अंडा-मांस की दुकान, CM योगी का अफसरों को सख्त फरमान
Chaitra Navratri 2025: नवरात्र में ना हों मंदिरों के आसपास अंडा-मांस की दुकान, CM योगी का अफसरों को सख्त फरमान
Authored By: JP Yadav
Published On: Saturday, March 29, 2025
Updated On: Monday, March 31, 2025
Chaitra Navratri 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने निर्देश दिया है कि नवरात्र के दौरान मंदिरों के आसपास अंडा, मांस आदि की दुकानें नहीं हों.
Authored By: JP Yadav
Updated On: Monday, March 31, 2025
Chaitra Navratri 2025: इस साल रविवार (30 मार्च, 2025) से नवरात्र की शुरुआत होन रही है. चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2025) हिंदुओं के अहम त्योहारों में से एक है. यह नौ रातों और दस दिनों का पर्व है. इस दौरान देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा होती है. नवरात्र त्योहार के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने नवरात्र को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं.
X पर पोस्ट कर सीएम ने दिया फरमान
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है- ‘चैत्र नवरात्रि के दिनों में पूरे प्रदेश में समान रूप से निर्बाध 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जाए. मंदिरों के आसपास अंडा, मांस आदि की दुकानें नहीं होनी चाहिए.’ नवरात्र उत्सव 30 मार्च से शुरू होगा और 6 अप्रैल को समाप्त होगा.
चैत्र नवरात्रि के दिनों में पूरे प्रदेश में समान रूप से निर्बाध 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जाए। मंदिरों के आसपास अंडा, मांस आदि की दुकानें नहीं होनी चाहिए।
नवरात्रि के दृष्टिगत नगर विकास विभाग और ग्राम्य विकास विभाग को क्रमश: नगरों और गांवों में मंदिरों/देवालयों के साथ-साथ पूरे…
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) March 29, 2025
वाराणसी में मछली और मांस की दुकानें बंद रहेंगी
उधर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में नवरात्र के दौरान मछली और मांस की दुकानें बंद रहेंगी. इस बाबत नगर निगम ने प्रस्ताव पारित किया है. महापौर अशोक तिवारी के मुताबिक, काशी के धार्मिक महत्व और श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए नवरात्र के दौरान सभी मछली और मांस की दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इस आदेश का उल्लंघन करने वाले किसी भी दुकानदार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उधर, इस निर्णय की पार्षदों के एक वर्ग ने कड़ी आलोचना की है, जिन्होंने तर्क दिया है कि इससे हजारों लोगों की आजीविका प्रभावित होगी.
सदन में विरोध की तैयारी में पार्षद
यहां पर बता दें कि वाराणसी नगर निगम में 100 पार्षद हैं, जिनमें 14 मुस्लिम समुदाय से हैं. अलीपुर पार्षद रजिया बेगम ने कहा कि यह निर्णय 12 सदस्यीय कार्यकारी परिषद और महापौर द्वारा लिया गया है. उन्होंने कहा कि जब यह सदन में आएगा तो हम इस निर्णय का विरोध करेंगे. पार्षद ने तर्क दिया कि पूरे नौ दिनों की अवधि के लिए व्यवसायों को पूरी तरह से बंद करना अन्यायपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इससे हाशिए के समुदायों के हजारों लोग, जो इन मांस की दुकानों को चलाते हैं, अपना व्यवसाय खो देंगे.
दुकानों को बंद करने को लेकर होता है विवाद
यहां पर बता दें कि हर साल नवरात्र पर मांस और मछली की दुकानों को बंद करने को लेकर विवाद होता है. यह विवाद सिर्फ यूपी में नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी होता है. इस पर जमकर राजनीति भी की जाती है. महाराष्ट्र में भी नवरात्र के दौरान मांस और मछली की दुकानों को बंद करने की मांग जोर पकड़ने लगी है.
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