जारी रहेगी बंगाल के अधिकारियों की लड़ाई, सीएम ममता बनर्जी ने किया साफ
Authored By: सतीश झा
Published On: Wednesday, January 1, 2025
Last Updated On: Wednesday, January 1, 2025
तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को पूरे पश्चिम बंगाल में अपने 28वें स्थापना दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया। इस अवसर पर पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के अधिकारों और आम जनता की भलाई के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर से व्यक्त किया।
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Wednesday, January 1, 2025
गौर करने योग्य यह भी है कि 1998 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना के दिन को याद करते हुए ममता बनर्जी (Mamta Banarjee) ने कहा, “सबसे पहले, मैं आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। आज हमारे दल का स्थापना दिवस भी है। इस विशेष मौके पर, मैं आप सभी के साथ मेरे द्वारा लिखे और कंपोज किए गए एक गीत को साझा कर रही हूं, जिसे प्रख्यात गायक इंद्रनील सेन ने गाया है। बंगाल के लोगों के अधिकारों की लड़ाई पहले भी जारी थी, आज भी है और आगे भी जारी रहेगी। जय हिंद! जय बांग्ला! वंदे मातरम! तृणमूल कांग्रेस जिंदाबाद! मां-माटी-मानुष जिंदाबाद!“
इस अवसर पर तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और बलिदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “तृणमूल कांग्रेस राज्य और देश की जनता के कल्याण के लिए समर्पित है। मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्पण और योगदान को सलाम करता हूं। वे हमारी पार्टी की ताकत हैं। नए साल में हमें आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए और भी जोश के साथ तैयार रहना होगा।“
पार्टी के मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं ने झंडा फहराकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कोलकाता और अन्य जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैलियां, और झंडा फहराने के आयोजन कर स्थापना दिवस मनाया गया। उत्तर 24 परगना, नदिया और पुरुलिया जैसे जिलों में पारंपरिक नृत्य, मिठाई वितरण और पार्टी के भविष्य के लक्ष्यों पर चर्चा जैसे कार्यक्रम हुए।
1998 में कांग्रेस से अलग होकर ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की थी। 2011 में वाम मोर्चा सरकार को हराकर पार्टी ने सत्ता में कदम रखा। 2021 में लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनावों में जीत हासिल कर ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत किया।
ममता बनर्जी के इस संदेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नया उत्साह भरा। उनका यह दृढ़ संकल्प कि बंगाल के अधिकारों की लड़ाई जारी रहेगी, उनकी जनता और राज्य के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।
(हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी के इनपुट के साथ)