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लखनऊ का मौसम 23 April 2025: गर्मी का कहर जारी रहेगा, पारा और चढ़ेगा, जानिए खुद को कैसे रखें सुरक्षित!
लखनऊ का मौसम 23 April 2025: गर्मी का कहर जारी रहेगा, पारा और चढ़ेगा, जानिए खुद को कैसे रखें सुरक्षित!
Authored By: Khursheed
Published On: Tuesday, April 22, 2025
Updated On: Tuesday, April 22, 2025
23 अप्रैल को लखनऊ में गर्मी अपने चरम पर होगी. अधिकतम तापमान 40°C और न्यूनतम 23°C रहने की संभावना है. आसमान साफ़ रहेगा और वर्षा या किसी अन्य मौसमीय चेतावनी की कोई संभावना नहीं है. हालांकि तेज़ धूप और गर्म हवाओं के कारण लू लगने का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे धूप में बाहर निकलने से बचें, शरीर को हाइड्रेट रखें और हल्के कपड़े पहनें.
Authored By: Khursheed
Updated On: Tuesday, April 22, 2025
गर्मी का प्रकोप उत्तर भारत में तेजी से बढ़ रहा है और राजधानी लखनऊ भी इससे अछूती नहीं है. 23 अप्रैल को लखनऊ में गर्मी अपने तेज़ रूप में नजर आएगी. अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. दिन के समय तेज़ धूप और गर्म हवाएं लोगों को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए धूप में बाहर निकलने से बचना बेहतर होगा.
आर्द्रता के स्तर की बात करें तो अधिकतम 60% और न्यूनतम 30% रहने की संभावना है, जिससे हल्की उमस का भी अनुभव हो सकता है. हालांकि, पूरे दिन आसमान साफ़ रहने की संभावना है और किसी भी तरह की मौसम संबंधी चेतावनी नहीं दी गई है.
इस मौसम में लू चलने की आशंका बनी रह सकती है, इसलिए बुज़ुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, और सीधी धूप से बचें.
24 से 28 अप्रैल तक का मौसम पूर्वानुमान
24 से 28 अप्रैल तक का मौसम गर्म रहने की संभावना है, जिसमें अधिकतम तापमान लगभग 39-41°C के बीच रहेगा और न्यूनतम तापमान 24-25°C के आसपास रहेगा. आर्द्रता 45-50% तक रह सकती है, जिससे गर्मी का एहसास थोड़ा अधिक हो सकता है. इस दौरान हल्की से मध्यम हवाएं चलने की संभावना है, लेकिन ये गर्मी से राहत नहीं दिला पाएंगी. 24 अप्रैल को तापमान उच्चतम 41°C तक पहुंच सकता है, और 28 अप्रैल तक यह तापमान 39-40°C के आसपास रहेगा. इन दिनों में सूरज की सीधी किरणों से बचना और पर्याप्त पानी पीना जरूरी होगा. गर्मी की मार से बचने के लिए दोपहर के समय बाहर जाने से बचें और हल्के कपड़े पहनने की कोशिश करें.
गर्मी और लू से बचने के उपाय
- दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें:यह समय सबसे अधिक तापमान वाला होता है, जब लू चलने की संभावना सबसे ज्यादा होती है. यदि बहुत ज़रूरी न हो तो घर के अंदर ही रहें.
- हल्के और ढीले कपड़े पहनें:सूती और हल्के रंग के कपड़े शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं.
- सिर और आंखों को ढककर रखे: बाहर निकलते समय टोपी, छाता, सनग्लास और दुपट्टे का इस्तेमाल करें ताकि तेज धूप से सिर और आंखों को सुरक्षा मिल सके.
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं: गर्मी से बचने के लिए दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं.
- घरेलू पेय का सेवन करें: नींबू पानी, आम पना, छाछ, नारियल पानी और बेल का शरबत जैसे पारंपरिक पेय शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखते हैं.
- भारी और मसालेदार भोजन से बचें: गर्मी में हल्का और ताज़ा भोजन करें. तली-भुनी चीज़ों और अधिक मिर्च-मसाले से पाचन गड़बड़ हो सकता है.
पिछले 10 दिनों में लखनऊ में मौसम का मिज़ाज
दिनांक | Min Temp. | Max Temp. |
---|---|---|
Apr 23, 2025 | 23 | 40 |
Apr 22, 2025 | 24 | 40 |
Apr 21, 2025 | 26 | 41 |
Apr 20, 2025 | 24 | 37 |
Apr 19, 2025 | 29 | 42 |
Apr 18, 2025 | 26 | 42 |
Apr 17, 2025 | 26 | 42 |
Apr 16, 2025 | 27 | 40 |
Apr 15, 2025 | 25 | 38 |
Apr 14, 2025 | 27 | 41 |
लखनऊ में इतनी गर्मी का क्या है कारण?
लखनऊ में गर्मी पड़ने का सबसे बड़ा कारण पछुआ हवाएं हैं. साथ ही तेजी से हो रहे शहरीकरण, पेड़ों की कटाई और कंक्रीट के बढ़ते निर्माण ‘Urban Heat Island Effect’ को बढ़ावा देते हैं, जिससे शहरों का तापमान आस-पास के ग्रामीण इलाकों से ज़्यादा होता है.समुद्र से काफी दूर होने के कारण यहां समुद्री मॉनसून का सुकून देने वाला प्रभाव भी कम ही पहुंच पाता है.
शहरीकरण का दुष्प्रभाव
लखनऊ में तेजी से बढ़ते शहरीकरण ने ‘अर्बन हीट आइलैंड’ प्रभाव को जन्म दिया है. कंक्रीट के जंगलों ने प्राकृतिक हरियाली को निगल लिया है, जबकि निर्माण गतिविधियों ने गर्मी सोखने वाली खुली जमीन को कम कर दिया है. एयर कंडीशनर और वाहनों से निकलने वाली गर्मी ने शहर के तापमान को और बढ़ा दिया है.
प्रदूषण की भूमिका
वायु प्रदूषण ने लखनऊ की गर्मी की समस्या को और विकराल बना दिया है. वायुमंडल में जमा प्रदूषक कण सूरज की गर्मी को रोककर रखते हैं, जबकि धूल और स्मॉग की मोटी परत शहर को एक गर्म कंबल की तरह ढंक लेती है. यह प्रभाव रात के तापमान को भी असामान्य रूप से बढ़ा देता है.
मौसम पैटर्न में बदलाव
पिछले कुछ वर्षों में मौसम के पैटर्न में आए बदलाव ने भी गर्मी को बढ़ाया है. पश्चिमी विक्षोभ की कमी, मानसून पूर्व बारिश में कमी और लंबे समय तक चलने वाली शुष्क हवाओं ने गर्मी की अवधि को बढ़ा दिया है.
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन ने दिल्ली के तापमान को भी प्रभावित किया है. बढ़ता वैश्विक तापमान, अप्रत्याशित मौसम चक्र और गर्मी के मौसम की अवधि में वृद्धि ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
तत्काल प्रभाव और समाधान
इस भीषण गर्मी के कारण लू की घटनाएं बढ़ी हैं, बिजली की मांग आसमान छू रही है और जल संकट गहराता जा रहा है. इस स्थिति से निपटने के लिए शहर में हरियाली बढ़ाने, जल संरक्षण के उपाय अपनाने और सतत विकास की नीतियों को लागू करने की तत्काल आवश्यकता है.