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डोनाल्ड ट्रंप के पहले दिन पर इसलिए है पूरी दुनिया की नजर
डोनाल्ड ट्रंप के पहले दिन पर इसलिए है पूरी दुनिया की नजर
Authored By: सतीश झा
Published On: Monday, January 20, 2025
Updated On: Monday, January 20, 2025
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने में केवल कुछ घंटे बचे हैं. इस समय पूरी दुनिया उनकी चुनावी वादों पर नजरें गड़ाए हुए है, जिनमें से कई को उन्होंने पदभार संभालने के पहले दिन ही पूरा करने का वादा किया था.
Authored By: सतीश झा
Updated On: Monday, January 20, 2025
शपथ ग्रहण करने के बाद इसकी संभावना बहुत कम है कि रिपब्लिकन नेता पहले ही दिन अपने सभी वादों को पूरा कर पाएंगे, फिर भी उनकी योजना महत्वाकांक्षी और प्रभावशाली है। इनमें से कुछ वादों को कार्यकारी आदेशों के जरिए पूरा किया जा सकता है, जबकि अन्य के लिए कांग्रेस के सहयोग और संवैधानिक संशोधनों की आवश्यकता होगी.
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पहले दिन के लिए क्या वादे किए हैं ? आइए नजर डालते हैं डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के उन मुख्य वादों पर, जो उन्होंने अपने चुनाव अभियान के दौरान किए थे और जिन्हें वे पदभार संभालते ही पूरा करने की योजना बना रहे हैं.
आव्रजन (Immigration) : ट्रंप (Donald Trump) ने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े निर्वासन अभियान की शुरुआत करने का वादा किया है, जिसका उद्देश्य देश में अवैध रूप से रह रहे सभी व्यक्तियों को निकालना है. उन्होंने सीमाओं को बंद करने और अवैध आव्रजन को समाप्त करने का भी संकल्प लिया.
जन्मसिद्ध नागरिकता (Birthright Citizenship) : डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अमेरिका में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को स्वचालित नागरिकता देने की व्यवस्था समाप्त करने की योजना बना रहे हैं, जिसे जन्मसिद्ध नागरिकता कहा जाता है. यह प्रावधान अवैध अप्रवासियों के बच्चों पर लागू होता है.
क्षमादान (Pardons) : राष्ट्रपति ने 6 जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल में हुए दंगों के सिलसिले में दोषी ठहराए गए या आरोपित कई लोगों को क्षमादान देने की योजना बनाई है. यह कार्य वे एक कार्यकारी आदेश के जरिए कर सकते हैं.
टैरिफ (Tariffs) : डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने व्यापार युद्धों को फिर से शुरू करने का संकेत दिया है। उन्होंने मेक्सिको और कनाडा से आयातित सभी वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने का प्रस्ताव रखा है. इसके अलावा, वे चीन से आयातित वस्तुओं पर पहले से लगे शुल्कों में 10% की बढ़ोतरी करना चाहते हैं. इन दोनों उपायों को कार्यकारी आदेश के माध्यम से लागू किया जा सकता है.
नाटो और यूक्रेन (NATO and Ukraine) : डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बार-बार दावा किया है कि वे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त कर देंगे. हालांकि, यह कार्य कहीं अधिक जटिल है और इसके लिए कार्यकारी आदेश से अधिक प्रयासों की आवश्यकता होगी. फिर भी, ट्रंप यूक्रेन की नाटो में शामिल होने की उम्मीदों को झटका दे सकते हैं.
इलेक्ट्रिक वाहन (Electric Vehicle) जनादेश: ट्रंप तथाकथित “इलेक्ट्रिक वाहन जनादेश” को समाप्त करने की योजना बना रहे हैं. हालांकि, ऐसा कोई जनादेश नहीं है, लेकिन वे बाइडेन-युग के उत्सर्जन और ईंधन अर्थव्यवस्था मानकों को कम करने की कोशिश कर सकते हैं, जो वाहन निर्माताओं को अधिक ईवी बेचने और उपभोक्ताओं को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
ऊर्जा नीति (Energy Policies) : राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल की घोषणा करने का वादा किया है, ताकि ड्रिलिंग, पाइपलाइनों, रिफाइनरियों, बिजली संयंत्रों और रिएक्टरों की मंजूरी को तेज किया जा सके.
स्कूलों के लिए संघीय धन (Federal Funding for Schools) : उन स्कूलों की संघीय फंडिंग में कटौती करने का वादा किया है, जो वैक्सीन या मास्क अनिवार्य करते हैं, या जो उनके अनुसार “अनुचित नस्लीय, लैंगिक या राजनीतिक सामग्री” जैसे कि आलोचनात्मक नस्ल सिद्धांत या ट्रांसजेंडर से संबंधित नीतियों को पढ़ाते हैं.
‘डीप स्टेट’ का खात्मा (‘Deep State’ Overhaul): पहले दिन के लिए डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के वादों में तथाकथित “डीप स्टेट” को खत्म करने की योजना भी शामिल है। इसका पहला कदम होगा उनके 2020 के “शेड्यूल एफ” आदेश को फिर से लागू करना, जिससे हजारों नौकरी-संरक्षित और गैर-राजनीतिक सिविल सेवकों को राजनीतिक नियुक्तियों के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया जा सकेगा, जिन्हें इच्छानुसार बर्खास्त किया जा सके.
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की प्रस्तावित कार्यवाही कार्यकारी आदेशों से लेकर दीर्घकालिक कानून और संवैधानिक परिवर्तनों तक फैली हुई है. हालांकि, यह देखना बाकी है कि वे तुरंत कितने वादे पूरा कर पाते हैं, उनकी योजना अमेरिकी नीतियों में बड़े बदलाव का संकेत देती है.
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