पढ़ाई के लिए कनाडा से क्यों बच रहे हैं भारतीय छात्र (Indian Student)
Authored By: Gunjan Shandilya
Published On: Wednesday, June 26, 2024
Updated On: Wednesday, June 26, 2024
लंबे समय से कनाडा भारतीय छात्रों का पसंदीदा डेस्टिनेशन रहा है। लेकिन इस साल के शुरुआत से ही वहां भारतीय छात्रों की संख्या में भारी गिरावट हुई है। आखिर क्यों?
लाखों की संख्या में भारतीय छात्र शिक्षा लेने विदेश जाते हैं। भारतीय छात्र सबसे ज्यादा कनाडा के कॉलेजों में एडमिशन लेने वहां जाते हैं। खासकर पंजाब के अधिकांश छात्रों का पसंदीदा एजुकेशन डेस्टिनेशन कनाडा होता हैं। लेकिन इस वर्ष शुरुआत के तीन महीनों में वहां भारतीय छात्रों की संख्या में जबरदस्त गिरावट आई है।
कितने कम हुए छात्र
इसकी जानकारी एक रिपोर्ट के जरिए हुई। कनाडा की संस्था, इमिग्रेशन रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाडा (IRCC) ने इसको लेकर एक रिपोर्ट हाल के दिनों में जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष शुरू के दो महीने जनवरी और फरवरी में 45,000 भारतीय छात्रों ने स्टडी परमिट के लिए आवेदनों। वहीं मार्च महीने में छात्रों की संख्या घटकर मात्र 4,210 रह गई। पिछले साल 3 लाख 19 हजार से भारतीय छात्र कनाडा शिक्षा के लिए गए थे।
कनाडा में भारतीय छात्र क्यों कम हुए
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा में स्टडी परमिट के लिए आवेदन करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में आई गिरावट कई कारण हैं। इसका एक बाद कारण, हाल के वर्षों में भारत और कनाडा के राजनयिक संबंधों में बढ़ते विवाद को भी माना जा रहा है। भारत और कनाडा के बीच हाल के वर्षों में तनाव भबी बढ़ है। इसका असर भी इस पर पड़ा है। इस साल कनाडा की सरकार ने अप्रूव स्टडी परमिट की संख्या 35 प्रतिशत कम कर दी है। यानि इस साल केवल 3 लाख 60 हजार विदेशी छात्रों को स्टडी परमिट मिलेगा।
कनाडा सरकार (Canadian Government) ने बढ़ाया एजुकेशन खर्च
कनाडा की सरकार ने वहां विदेशी छात्रों की पढ़ाई पर खर्च को बढ़ा दिया है। पहले भारतीय छात्र ट्यूशन फीस, यात्रा खर्च आदि पर करीब 10 हजार डॉलर खर्च करते थे। यह खर्च पिछले करीब 20 सालों से चला आ रहा था। लेकिन इस वर्ष इन सबके अलावा औसतन खर्च बढ़कर 20,635 डॉलर हो गया है। यह वृद्धि भारतीय छात्रों को कनाडा की ओर जाने से शायद रोक रहा है।
कनाडा में भारतीय छात्र
आईआरसीसी (IRCC) की एक रिपोर्ट को माने तो कनाडा में विभिन्न देशों के छात्रों की संख्या में करीब 41 प्रतिशत से अधिक भारतीय छात्र हैं। 2022 में 2,25,450 भारतीय छात्रों को अध्ययन परमिट दिए गए थे। इनमें 1.36 लाख छात्र पंजाब के थे। पिछले साल वहां 3 लाख 19 हजार भारतीय छात्रों को स्टडी परमिट मिला था। वर्तमान समय में 3.4 लाख पंजाब के छात्र वहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। एक रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि सिर्फ पंजाब के छात्र पढ़ाई पर वहां सालाना 68,000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करते हैं।
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