नीतीश (Nitish) बार-बार झुककर प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) का क्यों छू रहे हैं पैर

Authored By: Gunjan Shandilya

Published On: Thursday, June 27, 2024

Categories: Politics

Updated On: Thursday, June 27, 2024

नीतीश कुमार अपने व्यवहारों से इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। कभी अचानक से प्रधानमंत्री के हाथों को अपने हाथ में लेकर बतियाते हैं। तो कभी मंच पर ही झुककर मोदी का पैर छूने लगते हैं।

इन दिनों राष्ट्रीय राजनीति में मोदी-राहुल के बाद किसी की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है तो वे नीतीश कुमार हैं। विपक्ष बार-बार उन पर डोरे डाल रहा है।विपक्ष की बातों से लगता है कि कुछ पलों में नीतीश पलटी मारकर इंडी खेमे में आएंगे और उनकी सरकार बना देंगे। इसी कारण वे सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। विपक्ष के अलावा नीतीश कुमार अपने व्यवहारों से भी इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। कभी अचानक से उनके हाथों को अपने हाथ में लेकर बतियाना। तो कभी मंच पर ही झुककर प्रधानमंत्री मोदी का पैर छूने का प्रयास करना। अचानक से नीतीश का मोदी प्रेम क्यों जागृत हुआ इसे समझने जरूरी है।

इंडी गठबंधन (Indi Alliance) के सूत्रधार

नीतीश कुमार(Nitish Kumar) इंडी गठबंधन के सूत्रधार रहे हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव से महीनों पहले नीतीश इंडी गठबंधन से बाहर आकर फिर से एनडीए (NDA) में शामिल हो जाते हैं। तब अधिकांश ने यही कहा कि नीतीश को गठबंधन का संयोजक नहीं बनाया गया, इसलिए नीतीश एनडीए के साथ आ गए। जबकि उन्हें करीब से जानने वाले लोगों का कुछ और ही मानना है। वे कहते हैं, ‘नीतीश कुमार राजनीति के बहुत ही महीन खिलाड़ी हैं। वे बहुत दूर से भांप जाते हैं कि देश की राजनीति में आगे क्या होने जा रहा है।’

आएगा तो मोदी ही

लोकसभा चुनाव से बहुत पहले वे भांप गए थे कि इंडी गठबंधन कितना भी जोर-आजमाइस कर ले लेकिन केंद्र में मोदी की ही सरकार बनेगी। वैसे स्थिति में वे केंद्र की सत्ता में भागीदार भी नहीं बन पाते और बिहार में लालू और तेजस्वी उन्हें सरकार चलाने नहीं देते। क्योंकि तेजस्वी यादव, नीतीश सरकार के हर कार्य को अपना बताकर प्रसारित कर रहा था। उन्हें यह भी आभास था कि यदि किसी तरह केंद्र में इंडी गठबंधन की सरकार बन भी गई तो वहां राहुल गांधी सहित कई नीति नियंता बनेंगे। इसमें अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन, और लालू यादव जैसे लोग होंगे। वे कुछ खास नहीं कर पाएंगे। इसलिए वे चुनाव से पहले ही मोदी के शरणागत हो गए।

मोदीमय हुए नीतीश

एक समय वह भी था, जब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भोज पर आमंत्रित कर नीतीश कुमार ने भोज ही कैन्सल कर दिया था। अब एक समय यह भी है कि नीतीश कुमार पूरी तरह मोदीमय हो गए हैं। अब वे ऐसे मोदीमय हो गए हैं कि मंच पर झुककर प्रधानमंत्री के पैर छूने लगते हैं। इसका सबसे ताजा घटना सात जून का है। संसद के सेंट्रल हॉल में एनडीए के सांसदों की बैठक हुई। उसमें नरेन्द्र मोदी को नेता चुना गया। उस दौरान एनडीए के 13 नेताओं ने भाषण दिया। नीतीश कुमार जब अपना भाषण खत्म कर मोदी के पास गए और उनके पैर छूने की कोशिश करते हैं। प्रधानमंत्री भी उन्हें पूरा सम्मान देते हुए, तुरंत खड़े हो जाते हैं। और उन्हें झुकने से रोक लेते हैं।

नवादा में मोदी के पैर छूए

लोकसभा चुनाव के दौरान 7 अप्रैल को बिहार के नवादा में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मोदी गए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी तब वहां मौजूद थे। नीतीश कुमार ने भी सभा को संबोधित किया। अपना संबोधन खत्म कर जब नीतीश अपनी जगह पर बैठने आए तो नरेंद्र मोदी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि आपने इतना अच्छा भाषण दिया कि मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा। मोदी के यह कहते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुस्कुराते हुए झुके और उनके पैर छू लिए।

लखनऊ में झुककर अभिवादन

इसके पहले लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में भी नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी का झुककर अभिवादन किया था। 25 मार्च 2022 को शपथ ग्रहण समारोह के मंच पर नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के बाद मंच पर आए। उन्होंने पहले योगी आदित्यनाथ को अभिवादन किया। फिर पीएम मोदी की ओर बढ़े और झुककर उनका अभिवादन किया। उस समय भी प्रधानमंत्री मोदी ने उनका हाथ पकड़कर कुछ देर बातचीत की।

मोदी का हाथ अपने हाथ में

नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) के न्यू कैंपस के उद्घाटन के दौरान मंच पर प्रधानमंत्री मोदी के एक ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दूसरी ओर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर बैठे थे। अचानक से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी के बाएं हाथ को पकड़कर अपने हाथों ले लिया। वे उनके हाथ में कुछ देखने लगे। शुरू में प्रधानमंत्री मोदी अचकचा गए। मगर बाद में मुस्कुराते हुए नीतीश कुमार से बात की। उनके सवाल का जवाब दिया। नीतीश कुमार के इन व्यवहारों से कई लोग आश्चर्यचकित हुए। लेकिन यह किसी को नहीं पता कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों के दूसरे को बहुत सम्मान देते हैं।

मोदी भी नीतीश का करते हैं सम्मान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नीतीश कुमार का बहुत सम्मान करते हैं। इसके बार में बिहार के वरिष्ठ पत्रकार अनीश अंकुर बताते हैं, ‘2021 में विधानसभा चुनावों में जेडीयू की सीटें कम होने के बाद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया। उसके पीछे नरेंद्र मोदी ही थे। दूसरी बार जब फिर नीतीश आरजेडी को छोड़कर एनडीए में आए तो उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए कोई तैयार नहीं था। गृहमंत्री अमित शाह बिल्कुतैयार नहीं थे। बिहार भाजपा के नेता तो नीतीश को एनडीए में वापस लाना ही नहीं चाहते थे। सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का फैसला था कि नीतीश कुमार जिस तरह आना चाहते हैं, उन्हें उसी सम्मान के साथ एनडीए में लाया जाए।

About the Author: Gunjan Shandilya
समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव। विभिन्न मंचों पर विषयों को रोचक और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता। नई पत्रकारिता शैलियों और प्रौद्योगिकियों के साथ कदम से कदम मिलाने में निपुण।

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