भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले को टाल सकता है अमेरिका, ट्रंप ने दिए संकेत
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Saturday, August 16, 2025
Last Updated On: Saturday, August 16, 2025
अमेरिका भारत पर रूस से तेल खरीदने के चलते 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के अपने फैसले को टाल सकता है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि पुतिन-ट्रंप मुलाकात के बाद भारत पर प्रतिबंधों का दबाव कम हो सकता है.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Saturday, August 16, 2025
US tariffs on India 2025: ट्रंप प्रशासन रूस से तेल खरीद पर भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के अपने फैसले को टाल सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूस पहले ही भारत जैसे बड़े ग्राहक को खो चुका है और ऐसे में अतिरिक्त टैरिफ लगाना उसके लिए विनाशकारी हो सकता है. इसे ट्रंप का एक बड़ा संकेत माना जा रहा है. अलास्का में ट्रंप और पुतिन की बैठक के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भारत पर प्रतिबंधों का खतरा कम हो सकता है.
अतिरिक्त टैरिफ विनाशकारी हो सकता है
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अलास्का में बैठक के लिए जाते समय एयर फोर्स वन में फॉक्स न्यूज से बातचीत करते हुए कहा कि अमेरिका उन देशों पर अतिरिक्त टैरिफ नहीं लगा सकता जो रूस से कच्चा तेल खरीदना जारी रखे हुए हैं.
- ट्रंप ने कहा, “उन्होंने (व्लादिमीर पुतिन) ने अपना एक अहम ग्राहक खो दिया है, जो कि भारत है और करीब 40 प्रतिशत रूसी तेल खरीद रहा है. वहीं, चीन भी ऐसा ही कर रहा है. अगर मैंने अतिरिक्त टैरिफ लगाए तो यह उनके लिए विनाशकारी होगा. अगर मुझे लगता है कि यह जरूरी है, तो मैं करूंगा. हो सकता है मुझे यह न करना पड़े.”
ट्रंप और पुतिन के बीच तीन घंटे चली बैठक
- मालूम हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शुक्रवार को अलास्का में लगभग तीन घंटे की बैठक हुई. अमेरिका में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बैठक के बाद रूसी तेल खरीदने की वजह से भारत पर लगे प्रतिबंधों का दबाव कम हो सकता है.
- उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर क्लॉस लारेस ने कहा कि आगे चलकर प्रतिबंधों का प्रभाव कम हो सकता है.
- उन्होंने कहा, “पुतिन को उम्मीद थी कि या तो प्रतिबंध लागू नहीं होंगे या आधिकारिक तौर पर हटा लिए जाएंगे. अगर ये हटा लिए जाते हैं या इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है, तो फिर ऐसी संभावना नहीं है कि ट्रंप भारत, चीन या किसी अन्य देश पर सेकेंडरी सैंक्शन (द्वितीयक प्रतिबंध) लगाएंगे.”
भारत पर टैरिफ और बढ़ाने की धमकी
बता दें कि अमेरिका की ओर से भारत पर 27 अगस्त से 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया गया है. वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में, अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा था कि अगर अलास्का शिखर सम्मेलन में ट्रंप और पुतिन के बीच “चीजें ठीक नहीं रहीं”, तो रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर अतिरिक्त टैरिफ और बढ़ सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी में आश्वासन दिया था कि भारत अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने में मदद के लिए अमेरिका से ऊर्जा आयात को 2024 के 15 अरब डॉलर से बढ़ाकर 2025 में 25 अरब डॉलर कर देगा. इसके बाद, सरकारी स्वामित्व वाली भारतीय तेल और गैस कंपनियों ने अमेरिकी कंपनियों से और अधिक दीर्घकालिक ऊर्जा खरीद के लिए बातचीत शुरू कर दी. नई दिल्ली ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह रूसी तेल पर निर्भरता कम करने के लिए अपने ऊर्जा आयात स्रोतों में विविधता ला रही है.
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(आईएएनएस इनपुट के साथ)