दिल्ली-NCR में फिर मूसलाधार बारिश का दौर, 43 से अधिक गांव बुरी तरह प्रभावित
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Friday, September 5, 2025
Last Updated On: Friday, September 5, 2025
दिल्ली और एनसीआर में मौसम एक बार फिर करवट बदल रहा है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, 10 सितंबर तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश का दौर जारी रहेगा. लगातार हो रही बारिश से यमुना और हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Friday, September 5, 2025
Delhi NCR Heavy Rain: राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में इस समय मौसम ने अपना रंग बदल लिया है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, 6 और 7 सितंबर को गरज-चमक के साथ तेज बारिश होगी, जबकि 9 सितंबर को मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है. 10 सितंबर तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है. लगातार हो रही बरसात से नदियों का जलस्तर बढ़ने के साथ कई गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं.
निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि बारिश और बढ़ी तो हालात और गंभीर हो सकते हैं.
अभी एक हफ्ते तक जारी रहेगा बारिश का दौर
मौसम विभाग का कहना है कि बारिश का यह दौर अभी एक हफ्ते तक जारी रह सकता है. इस दौरान राजधानी में अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. वहीं, नमी का स्तर 55 से 90 प्रतिशत तक पहुंच सकता है, जिससे लोगों को उमस और चिपचिपी गर्मी की परेशानी झेलनी पड़ सकती है.
लगातार हो रही बरसात का असर नदियों पर भी दिख रहा है. यमुना और हिंडन का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिला प्रशासन के मुताबिक, अब तक 43 से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. कई निचले इलाकों में पानी भरने के कारण लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है. राहत और बचाव का काम जारी है और प्रशासन की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं.
यमुना का जलस्तर बढ़ा
गुरुवार सुबह यमुना का जलस्तर 207.48 मीटर तक दर्ज किया गया, जबकि खतरे का स्तर 205.33 मीटर है. इससे जुलाई 2023 जैसे हालात दोहराए जाने का खतरा बढ़ गया है.
उस समय पानी 208.66 मीटर तक पहुंच गया था और करीब एक हफ्ते तक जनजीवन ठप रहा था. 9 सितंबर 1978 को भी जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंचा था और दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति बन गई थी. इस बार छह जिले पानी की चपेट में हैं. रिंग रोड, सिविल लाइंस और यमुना किनारे के कई क्षेत्रों में पानी घरों तक घुस गया है. यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के बाहर सड़क पर पानी भरने से यात्रियों को परेशानी हो रही है.
जलभराव से स्थिति और भी हो सकती है गंभीर
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में बारिश और तेज हुई तो जलभराव और बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है. फिलहाल एनसीआर की कई सड़कों पर ट्रैफिक जाम और पानी जमा होने की दिक्कत बनी हुई है, और तेज बारिश से हालात और बिगड़ सकते हैं.
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों में जाने से बचें और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें. साथ ही, बिजली गिरने के समय खुले मैदान या खाली जगहों पर खड़े होने से परहेज करें.
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