तीन दिवसीय दौरे पर आज भारत आएंगे चीन के विदेश मंत्री, एस जयशंकर और एनएसए डोभाल से करेंगे मुलाकात
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Monday, August 18, 2025
Last Updated On: Monday, August 18, 2025
चीनी विदेश मंत्री वांग यी सोमवार को भारत पहुंचेंगे और विदेश मंत्री एस. जयशंकर व एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे. यह यात्रा पीएम मोदी की आगामी चीन यात्रा से पहले बेहद अहम मानी जा रही है. दोनों देशों के बीच सीमा विवाद, व्यापार और विश्वास बहाली जैसे मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Monday, August 18, 2025
China Foreign Minister India Visit 2025: भारत-चीन संबंधों में तनाव और संवाद की कोशिशों के बीच एक अहम कूटनीतिक पहल होने जा रही है. चीनी विदेश मंत्री वांग यी सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच रहे हैं. इस दौरान वह विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे.
यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अब भी दोनों देशों के हजारों सैनिक तैनात हैं और 2020 की गलवान झड़पों के बाद से संबंधों में आई खटास को दूर करने की कोशिशें जारी हैं.
सीमा पर स्थायी शांति बनाए रखने पर होगी चर्चा
चीन के विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जल्द होने वाली चीन यात्रा से ठीक पहले हो रही है. यही वजह है कि यह मुलाकात और भी खास मानी जा रही है. इस दौरान भारत और चीन अपनी विवादित सीमा पर स्थायी शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए नए रास्तों पर बातचीत कर सकते हैं. माना जा रहा है कि इससे दोनों देशों के बीच भरोसा और गहरा होगा.
चीनी विदेश मंत्री की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत-अमेरिका रिश्तों में खिंचाव बढ़ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारतीय सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है और रूसी तेल की खरीद पर भी 25 प्रतिशत का जुर्माना लगाया है. ऐसे हालात में वांग यी की मुलाकात भारत के लिए और भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
गलवान घाटी में झड़पों के बाद तनाव गंभीर
- 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बेहद बढ़ गया था. इस यात्रा को उसी तनाव को कम करने और रिश्तों को पटरी पर लाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. वांग यी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सीमा विवाद पर विशेष प्रतिनिधियों (एसआर) के तौर पर बातचीत करेंगे.
- वांग यी मुख्य रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों (एसआर) की एक नई दौर की वार्ता के लिए भारत आएंगे. वांग और डोभाल सीमा वार्ता के लिए नामित विशेष प्रतिनिधि हैं.
जयशंकर से आज मिलेंगे चीनी विदेश मंत्री
वांग यी सोमवार शाम करीब 4:15 बजे नई दिल्ली पहुंचेंगे. शाम 6 बजे उनकी विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी. इसके बाद मंगलवार सुबह 11 बजे वह एनएसए डोभाल से मिलेंगे और सीमा मसले पर विशेष प्रतिनिधियों की वार्ता का नया दौर शुरू करेंगे.
इन बैठकों में सीमा की मौजूदा स्थिति, व्यापारिक रिश्ते और हवाई सेवाओं की बहाली जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार शाम 5:30 बजे वांग यी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात करेंगे. यह बैठक खास इसलिए भी है क्योंकि कुछ ही दिन बाद प्रधानमंत्री मोदी चीन यात्रा पर जा रहे हैं और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
SCO सम्मेलन के लिए चीन जाएंगे PM मोदी
बता दें, पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एलएसी पर वर्तमान में भारत और चीन के लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं. हालांकि दोनों पक्षों ने टकराव वाले स्थानों से सैनिकों को हटा लिया है, लेकिन सीमा पर अग्रिम पंक्ति के बलों की मौजूदगी बनी हुई है.
प्रधानमंत्री मोदी 29 अगस्त के आसपास जापान का दौरा करेंगे और फिर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए उत्तरी चीनी शहर तियानजिन जाएंगे.
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