Special Coverage
यहां मिला शेयर बाजार से 25 गुना ज्यादा रिटर्न, क्या आपके पास है ये एसेट
Authored By: Suman
Published On: Saturday, September 27, 2025
Last Updated On: Saturday, September 27, 2025
रिटर्न के मामले में वैसे तो शेयर बाजार (Share Market) और म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) को काफी दमदार माना जाता है, लेकिन कुछ एसेट छुपे रुस्तम साबित होते हैं.
Authored By: Suman
Last Updated On: Saturday, September 27, 2025
Good Return on Investment: रिटर्न के मामले में वैसे तो शेयर बाजार (Share Market) और म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) को काफी दमदार माना जाता है, लेकिन कुछ एसेट छुपे रुस्तम साबित होते हैं. ऐसा ही एक एसेट है बुलियन यानी गोल्ड और सिल्वर का. गोल्ड और सिल्वर ने इस साल शेयर बाजार के मुकाबले जबर्दस्त रिटर्न दिया है. चांदी ने तो इस साल जनवरी से अब तक शेयर बाजार के मुकाबले 25 गुना ज्यादा रिटर्न दिया है.
चांदी में कितना रिटर्न
पिछले एक साल में चांदी में 52 फीसदी का और इस साल जनवरी से अब तक 64 फीसदी का जबर्दस्त रिटर्न मिला है. इस दौरान चांदी की कीमत बढ़कर 1.40 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. इंडिया बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एससोसिएशन (IBJA) के अनुसार पिछले साल सितंबर में चांदी करीब 92 हजार रुपये प्रति किलोग्राम थी. जनवरी 2025 में चांदी करीब 85 हजार रुपये प्रति किलोग्राम थी.
गोल्ड में कितना रिटर्न
इसी तरह गोल्ड की बात करें तो इस साल जनवरी से अब तक सोने ने करीब 50 फीसदी और पिछले एक साल में करीब 58 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है. अभी हाजिर बाजार में 24 कैरेट गोल्ड करीब 1.14 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है. सितंबर 2024 में गोल्ड का रेट 72 हजार रुपये के आसपास था. इसी तरह जनवरी 2025 में 76 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास था.
शेयर बाजार से कम रिटर्न
सेंसेक्स ने पिछले एक साल में 6 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है यानी इसमें 6 फीसदी की गिरावट आई है. इस साल जनवरी से अब तक सेंसेक्स में महज ढाई फीसदी का रिटर्न मिला है. यानी इस साल जनवरी से अब तक सिल्वर ने शेयर बाजार के मुकाबले 25 गुना और गोल्ड ने 20 गुना ज्यादा रिटर्न दिया है.
यही नहीं अगर लॉन्ग टर्म की बात करें तो पिछले चार वर्षों यानी सितंबर 2021 से सितंबर 2025 के बीच घरेलू बाजार में गोल्ड की कीमतें 147 फीसदी तक बढ़ गई हैं. सितंबर 2021 के अंत में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 45,600 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो अब करीब 1.14 लाख रुपये तक पहुंच गई है. यानी पिछले चार साल में इसमें करीब ढाई गुना की बढ़ोतरी हुई है. इस अवधि के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में महज 37 फीसदी की बढत हुई है.
क्यों बढ़ रही सोने की कीमत
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की वजह से शुरू ट्रेड वॉर की वजह से शेयर बाजारों की हालत खराब है और लोग अब गोल्ड जैसे सुरक्षित साधनों में निवेश करना पसंद कर रहे हैं. ऐसे माहौल में केंद्रीय बैंक भी धड़ाधड़ गोल्ड की खरीदारी में लगे हैं. इसकी वजह से सोने की मांग बढ़ रही है और कीमतों में उछाल आ रहा है.
क्यों बढ़ रही चांदी की कीमत
चांदी की इंडस्ट्रियल मांग लगातार बढ़ती जा रही है. चांदी का कई तरह के उद्योगों में व्यापक स्तर पर उपयोग होता है. खासक सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक व्हीकल जैसे क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी में इसका काफी इस्तेमाल होता है. गौरतलब है कि समूचे चांदी की मांग में इंडस्ट्रियल डिमांड का हिस्सा 52 फीसदी से ज्यादा है.
इसके अलावा बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और ट्रेड वॉर की वजह से भी लोग सिल्वर जैसे सुरक्षित साधनों में निवेश करना पसंद कर रहे हैं. इधर अमेरिकी डॉलर में आ रही कमजोरी की वजह से विदेशी निवेशकों को निवेश के साधन के रूप में चांदी भाने लगी है.
यह भी पढ़ें :- ट्रंप के 100% टैरिफ के झटके से फार्मा शेयर पस्त, शेयर बाजार में भी आई गिरावट