मियामी शांति वार्ता: यूक्रेन युद्ध पर सहमति क्यों नहीं बन पा रही है?

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Monday, December 22, 2025

Last Updated On: Monday, December 22, 2025

Miami Peace Talks के बीच यूक्रेन युद्ध पर सहमति न बनने के कारण, वैश्विक राजनीति और कूटनीतिक मतभेदों की झलक.
Miami Peace Talks के बीच यूक्रेन युद्ध पर सहमति न बनने के कारण, वैश्विक राजनीति और कूटनीतिक मतभेदों की झलक.

रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए कूटनीति जारी है लेकिन शांति अभी भी बहुत दूर दिख रही है. मियामी की बैठकें यह दिखाती हैं कि कूटनीतिक प्रयास तेज़ हुए हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत यूक्रेन युद्ध खत्म होने से अभी काफी दूर है. भरोसे की कमी, ज़मीन को लेकर टकराव, ये सभी शांति की राह में बड़ी बाधा बने हुए हैं.

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Last Updated On: Monday, December 22, 2025

Miami Peace Talks: रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिश में मीटिंग का दौर जारी है. पिछले तीन दिनों से मियामी में शांति वार्ता चल रही है. लेकिन अमेरिकी दबाव के बावजूद शांति समझौता अभी दूर की कौड़ी साबित हो रही है. अमेरिका और यूक्रेन के शीर्ष दूतों ने मियामी में हुई ताज़ा बातचीत को ‘फायदेमंद और रचनात्मक’ बताया है, लेकिन रूस के साथ जारी युद्ध को खत्म करने पर कोई ठोस बातें नहीं कही गई.
यह बातचीत उस वक्त हुई है, जब यूक्रेन युद्ध को लगभग चार साल हो चुके हैं. युद्ध में शामिल दोनों देशों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और यूक्रेन के शीर्ष वार्ताकार रुस्तम उमेरोव ने यूरोपीय सहयोगियों के साथ तीन दिनों बैठकें की. बैठकों के बाद दोनों वार्ताकार ने आज 22 दिसंबर को एक संयुक्त बयान जारी किया है.
बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने युद्ध समाप्ति के लिए संभावित रोडमैप पर विचारों को एक जैसा करने की कोशिश की.

20-पॉइंट प्लान और सुरक्षा गारंटियां

संयुक्त बयान में कहा गया है कि बातचीत का मुख्य फोकस चार प्रमुख दस्तावेजों पर रहा है. पहला, 20-पॉइंट प्लान, दूसरा, एक मल्टीलेटरल सिक्योरिटी गारंटी फ्रेमवर्क, तीसरा, यूक्रेन के लिए अमेरिकी सुरक्षा गारंटी का ढांचा और चौथा, एक आर्थिक एवं खुशहाली योजना.
इन योजनाओं का उद्देश्य न केवल युद्ध को रोकना है, बल्कि युद्ध के बाद यूक्रेन की रिकवरी, स्थिरता और दीर्घकालिक समृद्धि के लिए हालात तैयार करना भी है. बयान में कहा गया है, ‘हमारी साझा प्राथमिकता हत्याओं को रोकना, सुरक्षा सुनिश्चित करना और यूक्रेन के भविष्य के लिए ठोस आधार बनाना है.’ इसके साथ यह भी कहा गया है कि इन योजनाओं पर सहमति अभी शुरुआती स्तर पर ही है. इन्हें ज़मीनी हकीकत में बदलने के लिए लंबा रास्ता तय करना होगा.

रूस के साथ समानांतर वार्ता

मियामी बैठकों की एक अहम कड़ी अमेरिकी और रूसी दूतों के बीच अलग से हुई बातचीत रही. रूस की ओर से किरिल दिमित्रिएव ने अमेरिकी अधिकारियों से बैठक की. अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने दावा किया कि ये बातचीत भी ‘प्रोडक्टिव और कंस्ट्रक्टिव’ रही है.
विटकॉफ ने बताया कि इन बैठकों में ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर भी शामिल हुए थे. उन्होंने दावा किया कि रूस, यूक्रेन में शांति हासिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. जबकि इस अमेरिकी दावे पर यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों में शंकाएं बनी हुई हैं.

अमेरिकी शांति प्लान हुआ लीक

इन बैठकों से पहले 28-पॉइंट वाला एक अमेरिकी शांति प्लान लीक हो गया था. इस घटना ने यूक्रेन और यूरोपीय देशों को चौंका दिया था. प्लान लीक होने पर यूक्रेन और उनके यूरोपीय सहयोगियों में धारणा बनी कि अमेरिका रूस के प्रति कुछ ज्यादा नरम रुख अपना रहा है.
यूरोपीय राजनयिकों का कहना है कि इस प्लान में रूस द्वारा पहले से कब्जा की गई, यूक्रेनी ज़मीन को लेकर बहुत अस्पष्टता है. जबकि युद्ध का सबसे बड़ा विवादित मुद्दा यही है. यूक्रेन साफ कर चुका है कि वह अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा.

ट्रंप का दबाव

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार रूस और यूक्रेन दोनों पर युद्ध खत्म करने के लिए समझौते का दबाव बना रहे हैं. इसके बावजूद दोनों देश बड़े मुद्दों पर सहमत नहीं हो पाए हैं. खासकर रूस की यह मांग कि वह कब्जा की गई ज़मीन अपने पास रखे, समझौते की राह में सबसे बड़ी रुकावट बनी हुई है.
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टें भी हालात को लेकर सतर्क कर रही हैं. खुफिया सूत्रों के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब भी पूरे यूक्रेन पर नियंत्रण और पूर्व सोवियत इलाकों में प्रभाव बढ़ाने की मंशा रखते हैं.

पुतिन का दावा

शांति वार्ता और इन रिपोर्टों के बीच पुतिन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर रूस के साथ ‘सम्मानजनक व्यवहार’ किया जाता है, तो यूक्रेन के बाद कोई और युद्ध नहीं होगा. उन्होंने कहा, ‘अगर आप हमारे हितों का सम्मान करेंगे, तो किसी सैन्य ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी.’ हालांकि, यूक्रेन और पश्चिमी देशों का मानना है कि ऐसे बयान रूस की वास्तविक रणनीति और हकीकत से दूर है.

ड्रोन हमले और युद्ध जारी

शांति वार्ताओं के समानांतर युद्ध की आग अभी भी भड़क रही है. रूसी अधिकारियों के मुताबिक यूक्रेन के एक ड्रोन हमले में रूस के दक्षिणी क्रास्नोडार क्षेत्र में दो जहाज और दो घाट क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इस हमले के बाद इलाके में भीषण आग लग गई. हालांकि, जहाज पर मौजूद सभी क्रू सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. इस हमले में तेल से जुड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया था.
गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
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