ज्यादातर निवेशक Finfluencer की सलाह पर कर रहे निवेश, SEBI के सर्वे में चिंताजनक जानकारी

Authored By: Suman

Published On: Wednesday, October 1, 2025

Last Updated On: Wednesday, October 1, 2025

Finfluencer Alert: SEBI सर्वे में खुलासा, ज्यादातर निवेशक कर रहे निवेश सलाह पर भरोसा.
Finfluencer Alert: SEBI सर्वे में खुलासा, ज्यादातर निवेशक कर रहे निवेश सलाह पर भरोसा.

भारतीय प्रतिभूति एवं बाजार नियामक (SEBI) के सर्वे से चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. इस सर्वे में कहा गया है कि करीब 62% निवेशक finfluencer  की सलाह पर भरोसा करते हैं

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Last Updated On: Wednesday, October 1, 2025

भारतीय प्रतिभूति एवं बाजार नियामक (SEBI) के एक सर्वे से चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. इस सर्वे में कहा गया है कि करीब 62 फीसदी निवेशक फिनफ्लुएंसर (Finfluencer)  की सलाह पर भरोसा करते हैं और मेनस्ट्रीम की मीडिया और चैनल पर कम भरोसा करते हैं. इसे चिंताजनक माना जा रहा है कि क्योंकि ​ऐसे फिनफ्लुएंसर आधी-अधूरी जानकारी देते हैं और वे सलाह देने के लिए अधिकृत भी नहीं होते. सेबी समय-समय पर इनके खिलाफ कार्रवाई भी करता रहा है.

सेबी की कार्रवाई में बताया गया है कि 93 फीसदी लोग तो सोशल मीडिया फिनफ्लुएंसर को विश्वसनीय मानते हैं. यह बात खतरनाक मानी जा रही है कि क्योंकि अगर लोग मेनस्ट्रीम चैनल और बिजनेस न्यूजपेपर्स की जगह फिनफ्लुएंसर पर भरोसा कर रहे हैं तो यह निश्चित है कि वे आधे-अधूरे जानकारी के आधार पर निवेश कर रहे हैं. ज्यादातर फिनफ्लुएंसर सेबी से रजिस्टर्ड सलाहकार नहीं होते इसलिए वे किसी को भी सलाह देने के लिए अधिकृत नहीं होते.

कम लोग करते हैं निवेश

सेबी इनवेस्टर सर्वे (Sebi Investor Survey 2025)  में पता चला है कि 63 फीसदी भारतीय परिवारों को अब प्रतिभूतियों (Securities) की जानकारी है लेकिन इनमें से केवल 9.5 फीसदी निवेश करते हैं. इसकी वजह यह है कि बहुत से लोग जोखिम, भरोसे की कमी और शेयर बाजार कारोबार की जटिलता को देखते हुए यह सर्वे काफी विरोधाभासी आंकड़े देता है क्योंकि एक तरफ जहां 63 फीसदी परिवारों को प्रतिभूतियों के बारे में जानकारी है वहीं ज्यादातर सोशल मीडिया के फिनफ्लुंएसर की सलाह पर निवेश करते हैं.

सर्वे के अनुसार जिन 21.3 करोड़ परिवारों को शेयर बाजार की जानकारी है उनमें से महज 3.21 करोड़ परिवार ही शेयर बाजार में निवेश करता है.

पूंजी बचाए रखने को तरजीह

सर्वे के अनुसार 80 फीसदी परिवार रिटर्न की जगह पूंजी बचाए रखने को तरजीह देते हैं. इसका मतलब यह है कि पक्के तौर पर ऐसे लोग ​बैंक खाते, एफडी जैसे परंपरागत साधनों में निवेश करते हैं जहां पैसा तो सुरक्षित रहता है लेकिन रिटर्न कुछ खास नहीं मिलता.

सर्वे के अनुसार 53 फीसदी परिवारों को म्यूचुअल फंड एवं ईटीएफ (ETF) की जानकारी है, इसी तरह 49 फीसदी परिवारों को शेयरों में निवेश की जानकारी है लेकिन इनमें केवल 6.7 फीसदी और 5.3 फीसदी परिवार ही निवेश कर रहे हैं. इसी तरह फ्यूचर्स ऐंड ऑप्शन्स, रीट्स, कॉरपोरेट बॉन्ड जैसे ज्यादा ​जटिल प्रोडक्ट में 1 फीसदी से भी कम परिवार पैसा लगाते हैं.

सोशल मीडिया (Social Media) यानी फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब पर ऐसे तमाम ​फाइनेंशियल इंफ्लुएंसर यानी ​फिनफ्लुएंसर की भरमार है जो शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) आदि में निवेश की जानकारी देते हैं. ऐसे पर भरोसा नहीं किया जा सकता. वे संदिग्ध रूप से किसी शेयर या उत्पाद को चढ़ाने के लिए टिप्स देते रहते हैं. इनकी कोई खास योग्यता भी नहीं होती. सेबी के नियम के मुताबिक अगर कोई सलाहकर सेबी से रजिस्टर्ड नहीं है तो वह किसी को शेयरों, म्यूचुअल फंड आदि में निवेश की सलाह नहीं दे सकता. सेबी से रजिस्ट्रेशन काफी कड़े मानक के पालन करने के बाद काफी योग्य सलाहकारों को ही हासिल होता है.

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About the Author: Suman
सुमन गुप्ता एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जो आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर अच्छी पकड़ रखती हैं। कई पत्र—पत्रिकाओं के लिए पिछले दस साल से स्वतंत्र रूप से लेखन। राष्ट्रीय राजनीति, कोर इकोनॉमी, पर्सनल फाइनेंस, शेयर बाजार आदि से जुड़े उनके सैकड़ों रिपोर्ट, आर्टिकल प्रकाशित हो चुके हैं।
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