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Film Stars Digital Detox : बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड के सितारे बना रहे फोन और सोशल मीडिया से दूरी, डिजिटल डिटॉक्स आ रहा रास
Film Stars Digital Detox : बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड के सितारे बना रहे फोन और सोशल मीडिया से दूरी, डिजिटल डिटॉक्स आ रहा रास
Authored By: अंशु सिंह
Published On: Friday, February 21, 2025
Updated On: Friday, February 21, 2025
दक्षिण भारतीय फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री सामंथा प्रभु खुद की सेहत एवं होलिस्टिक वेलनेस पर काफी ध्यान देती हैं. खुद के साथ वक्त बिताने के लिए अक्सर ही सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी से दूरी बना लेती हैं. सामंथा की तरह देश-विदेश के कई फिल्मी सितारों में इन दिनों डिजिटल डिटॉक्स (Digital Detox) और माइंडफुलनेस प्रैक्टिस का चलन बढ़ रहा है.
Authored By: अंशु सिंह
Updated On: Friday, February 21, 2025
आज के आधुनिक दौर में मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है. आम लोगों से लेकर फिल्मी सितारे अपनी दिनचर्या, छुट्टियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते रहते हैं. ऐसे में फोन के बिना तीन-चार दिन गुजारने की सोचना भी बड़ी चुनौती हो जाती है. लेकिन हाल ही में जब दक्षिण भारतीय फिल्मों की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री सामंथा (Samantha Prabhu) ने डिजिटल गैजेट्स से दूरी बनाने का फैसला लिया, तो उन्हें बहुत अच्छा अनुभव हुआ. सामंथा एक साइलेंट रीट्रिट में शामिल हुईं. वहां तीन दिन वे बिना किसी फोन के रहीं. दुनिया से दूर खुद के साथ क्वालिटी टाइम बिताया. उन्होंने भविष्य में भी ऐसे डिजिटल डिटॉक्स (Digital Detox) प्रोग्राम्स करने का फैसला लिया है. वे दोस्तों को भी इसकी सिफारिश करने वाली हैं.
जब कृति खरबंदा ने किया डिजिटल डिटॉक्स
फिल्मी सितारों की असल जिन्दगी सिल्वर स्क्रीन की तरह रंगीन और आसान नहीं होती. उन्हें अपनी पब्लिक इमेज बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. लगातार मीडिया की नजरों में रहने से एक अलग ही दबाव होता है. इसके अलावा, काम के लंबे घंटे, गला काट प्रतिस्पर्धा, बॉक्स ऑफिस की सफलता-असफलता और निजी जीवन के संघर्ष उन्हें मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से प्रभावित करते रहते हैं. उस पर से सोशल मीडिया और डिजिटल टूल्स का बढ़ता इस्तेमाल उन्हें खुद की खुशियों से दूर कर देता है. तभी तो बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री कृति खरबंदा (Kriti Kharbanda) को इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा कर डिजिटल डिटॉक्स से मिले फायदे के बारे में बताना पड़ा.
सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाली कृति ने कुछ समय पूर्व बताया था कि कैसे डिजिटल वर्ल्ड से कुछ समय का ब्रेक लेने के कारण उन्होंने जिंदगी का असली आनंद लिया. फैमिली डिनर्स पर गईं. एक से बढ़कर एक व्यंजन चखे. डाइट कंट्रोल तक की परवाह नहीं की. परिवार संग खूबसूरत लम्हे बिताए. खूब सोयीं. कृति के अनुसार, टेक्नोलॉजी हमेशा जुड़े रहने में मदद करती है. लोग उसे प्राथमिकता भी देते हैं. लेकिन संबंधों को गहरा बनाने और खुद से जुड़ने के लिए डिजिटल दुनिया से डिसकनेक्ट करना भी जरूरी है.
ब्रिटिश सिंगर एड शीरन ईमेल से करते हैं संवाद
हाल ही में भारत दौरे पर आए ब्रिटिश सिंगर एड शीरन (Ed Sheeran) के दुनियाभर में 150 मिलियन से अधिक रिकॉर्ड्स की बिक्री हो चुकी है. ये अपने आपमें किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं. लेकिन इस प्रसिद्धि का उनकी मानसिक सेहत पर काफी असर पड़ा. फोन पर लगातार संदेशों एवं ईमेल का जवाब देने के कारण उन पर इतना दबाव बढ़ गया कि उन्होंने स्मार्टफोन से दूरी बनाने का फैसला कर लिया. वे करीब एक दशक से स्मार्टफोन से दूर हैं. ऐसा नहीं है कि उनका लोगों से कनेक्शन कम हो गया है, बल्कि उसे उन्होंने सीमित कर दिया है. फोन की बजाय वे ईमेल से संवाद करते हैं. हॉलीवुड के सुपरस्टार टॉम क्रूज (Tom Cruise) भी न स्मार्टफोन का प्रयोग करते हैं और न ही सोशल मीडिया का. अभिनेता जॉर्ज क्लूनी (George Clooney) को तो लगता है कि फोन उन्हें अपने खूबसूरत पलों का आनंद नहीं लेने देता है. इसलिए वे इससे दूर रहना बेहतर समझते हैं. दरअसल, डिजिटल डिटॉक्स से लोग वर्तमान क्षण में जीना सीखते हैं. माइंडफुलनेस के अभ्यास से भावनात्मक संतुलन आता है. सूचनाओं का प्रवाह कम होने से मन का भटकाव कम हो जाता है और नए आइडियाज का सृजन होता है.
सेलेना गोमेज अपनाती रही हैं डिजिटल डिटॉक्स
सिंगर सेलेना गोमेज (Selena Gomez) सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली सेलेब्रिटीज में से एक हैं. उन्होंने कई इंटरव्यूज में डिजिटल डिटॉक्स के फायदों के बारे में बात की है. कुछ समय पहले सोशल मीडिया से ब्रेक लेने पर उन्होंने कहा था, ‘मेरे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अब तक का यह सबसे अच्छा फैसला था. मैंने एक ऐसा सिस्टम बनाया है, जहां मेरे पास मेरे पासवर्ड नहीं हैं. जब मैंने अपना फोन नीचे रखा, तो बेवजह की नफरत और तुलनाएं दूर हो गईं.’ जब अधिकांश युवा पीढ़ी अपने स्मार्टफोन का मोह त्याग नहीं पाती है, ऐसे में सेलिब्रेटीज का फोन और सोशल मीडिया से समय-समय पर डिसकनेक्ट करना संकेत करता है कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए ये कितना जरूरी है. सेलेना का कहना है कि डिजिटल वर्ल्ड से ब्रेक लेने के बाद वे ज्यादा खुश रहती हैं. उन्हें नॉर्मल महसूस होता है. वे लोगों से बेहतर तरीके से कनेक्ट कर पाती हैं.
क्या है डिजिटल डिटॉक्स ?
डिजिटल डिटॉक्स (Digital Detox) वह समय अवधि है, जिसमें आप ऑनलाइन बिताए जाने वाले समय को कम करते हैं. इसका मतलब है कि आप सोशल मीडिया, व्हाट्सएप पर लगातार आ रहे नोटिफिकेशंस को देखने से खुद को रोकते हैं. यह समय कुछ घंटे का हो सकता है या पूरे हफ्ते या उससे ज्यादा का. एक बार जब मोबाइल फोन, कंप्यूटर और सोशल मीडिया से ब्रेक ले लिया, तो उससे खुद को रीचार्ज करने के अलावा उन चीजों पर ध्यान देना का मौका मिलता है, जो जीवन के लिए जरूरी होती हैं. आपको ऑफलाइन गतिविधियों में शामिल होने का मौका मिलता है. आप घूमने जाते हैं. पढ़ते हैं. एक्सरसाइज करते हैं. दोस्तों और परिवार के संग क्वालिटी टाइम बिताते हैं. अपने शौक को पूरा करते हैं.
डिजिटल डिटॉक्स के फायदे
ग्लैमर की दुनिया में सितारे अक्सर नींद की कमी का रोना रोते हैं. कई बार उन्हें सेट पर अपनी नींद पूरी करते देखा गया है. डिजिटल डिटॉक्स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि स्क्रीन की ब्लू लाइट का एक्सपोजर कम होने से नींद का चक्र बेहतर हो जाता है.एकाग्रता में सुधार आने से उत्पादकता बढ़ जाती है. अपने बारे में बेहतर महसूस करने लगते हैं. कई शोध से यह भी पता चलता है कि स्मार्टफोन का कम उपयोग, तनाव के स्तर को कम कर सकता है. मन शांत हो जाता है. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार से रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है. स्पष्टता आने से निर्णय शक्ति अच्छी हो जाती है.