सुदर्शन रेड्डी होंगे उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार, खरगे ने किया एलान

Authored By: Ranjan Gupta

Published On: Tuesday, August 19, 2025

Last Updated On: Tuesday, August 19, 2025

Sudarshan Reddy Vice President Candidate विपक्ष द्वारा घोषित, खरगे का बड़ा बयान.
Sudarshan Reddy Vice President Candidate विपक्ष द्वारा घोषित, खरगे का बड़ा बयान.

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. उनका मुकाबला एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से होगा. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रेड्डी के नाम की घोषणा करते हुए इसे विचारधारा की लड़ाई बताया. अब 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए यह अहम मुकाबला होगा.

Authored By: Ranjan Gupta

Last Updated On: Tuesday, August 19, 2025

Sudarshan Reddy Vice President Candidate: भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं और इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प होने जा रहा है. जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद खाली हुए पद को भरने के लिए इंडिया गठबंधन और एनडीए ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इंडिया ब्लॉक ने सर्वसम्मति से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है, जबकि एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन ताल ठोकेंगे. यह चुनाव न केवल विचारधारा की जंग मानी जा रही है, बल्कि राज्यसभा की राजनीति और आने वाले वर्षों की संसदीय कार्यवाही पर भी इसका सीधा असर पड़ने वाला है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने की इसकी घोषणा 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रेड्डी के नाम की घोषणा की. खरगे ने कहा कि सुदर्शन रेड्डी के नाम पर सर्वसम्मति से सहमति बनी. उन्होंने कहा कि इंडिया ब्लॉक की बैठक में रेड्डी के नाम पर मुहर लगी. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है.

इंडिया गठबंधन की तरफ सुदर्शन रेड्डी के नाम की घोषणा के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए मुकाबला तय हो गया है. ऐसे में अब 9 सितंबर को राधाकृष्णन बना सुदर्शन रेड्डी होगा. खास बात है कि इंडिया गठबंधन में सर्वसम्मति से नाम चुनने पर जोर दिया जा रहा था. वहीं, ममता बनर्जी की टीएमसी ने गैर राजनीतिक नाम चुनने की वकालत की थी. ऐसे में इंडिया ब्लॉक में एकता का संदेश देने के लिए बी. सुदर्शन रेड्डी के साथ मुकाबले में उतरने का फैसला लिया है.

कौन हैं जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी?

जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी (बीए, एलएलबी) का जन्म 8 जुलाई 1946 को हुआ था. 27 दिसंबर 1971 को उन्होंने हैदराबाद में आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में बतौर अधिवक्ता पंजीकरण कराया. इसके बाद वे आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में रिट और सिविल मामलों की पैरवी करते रहे.

साल 1988 से 1990 तक वे आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में सरकारी वकील रहे. इसके अलावा 1990 में उन्हें केंद्र सरकार का अतिरिक्त स्थायी वकील भी नियुक्त किया गया. उस दौरान उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय के लिए कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील के रूप में भी सेवाएं दीं.

उनकी मेहनत और अनुभव को देखते हुए 2 मई 1995 को उन्हें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का स्थायी न्यायाधीश बनाया गया. इसके बाद साल 2005 में उन्हें गौहाटी हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया. लंबे समय तक न्यायिक सेवा में रहते हुए उन्होंने कई अहम फैसलों में अपनी भूमिका निभाई.

कैसे चुने जाते हैं देश के उपराष्ट्रपति?

  • जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद देश में अब एक बार फिर उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो रहा है. यह चुनाव न सिर्फ राज्यसभा यानी संसद के ऊपरी सदन के लिहाज से अहम माना जाता है, बल्कि इसके नतीजे आने वाले समय की संसदीय राजनीति और कार्यवाही को भी प्रभावित कर सकते हैं.
  • भारत में उपराष्ट्रपति का चुनाव संविधान के अनुच्छेद 66 के तहत होता है. इस चुनाव के लिए विशेष इलेक्टोरल कॉलेज बनाया जाता है, जिसमें केवल लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित तथा नामांकित सदस्य वोट डालते हैं.
  • मतदान की प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय मतपत्र (Secret Ballot) से होती है. किसी उम्मीदवार को जीतने के लिए कुल वैध मतों का आधे से ज्यादा यानी 50% से अधिक वोट हासिल करना जरूरी होता है. उपराष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है और यह पद भारतीय गणराज्य का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद माना जाता है.

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रंजन कुमार गुप्ता डिजिटल कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें डिजिटल न्यूज चैनल में तीन वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्त है. वे कंटेंट राइटिंग, गहन रिसर्च और SEO ऑप्टिमाइजेशन में माहिर हैं. शब्दों से असर डालना उनकी कला है और कंटेंट को गूगल पर रैंक कराना उनका जुनून! वो न केवल पाठकों के लिए उपयोगी और रोचक लेख तैयार करते हैं, बल्कि गूगल के एल्गोरिदम को भी ध्यान में रखते हुए SEO-बेस्ड कंटेंट तैयार करते हैं. रंजन का मानना है कि "हर जानकारी अगर सही रूप में दी जाए, तो वह लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है." यही सोच उन्हें हर लेख में निखरने का अवसर देती है.


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