Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं को होगें बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन, और सुरक्षा व्यवस्था होगी हाईटेक

Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं को होगें बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन, और सुरक्षा व्यवस्था होगी हाईटेक

Authored By: स्मिता

Published On: Wednesday, December 4, 2024

hightech security kumbh mela arrangements
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महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को भारत का नक्शा वाला शिवालय पार्क दिखेगा। पार्क में ज्योतिर्लिंगों के दर्शनार्थ रामेश्वरम मंदिर, केदारनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर, वैद्यनाथ मंदिर, जगन्नाथ पुरी मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर जैसे प्रमुख मंदिरों के स्वरूप को बनाकर तैयार किया गया है। पार्क में अयोध्या का प्रभु श्रीराम मंदिर भी बनाया गया है।

Authored By: स्मिता

Updated On: Friday, December 20, 2024

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर है। न सिर्फ प्रशासन, बल्कि आम लोग भी मेला को यथार्थपूर्ण बनाने के लिए प्राणपन से जुटे हुए हैं। महाकुम्भ आने वाले श्रद्धालुओं को बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हो सकेंगे। बॉलीवुड के सितारों के साथ संगम में डुबकी लगा सकेंगे। मेला क्षेत्र में बन रहे गंगा पंडाल में ये सितारे पूरे महाकुम्भ के दौरान अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं के लिए इस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाआयोजन को और अधिक पावन बनाएंगे। इसलिए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है। । इस पूरे आयोजन (Mahakumbh 2025) को उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से कर रहा है।

भारत के नक़्शे पर बारह ज्योतिर्लिंगों वाला शिवालय पार्क (Jyotirlinga in Mahakumbh) 

प्रयागराज नगर निगम की ओर से अरैल घाट के किनारे दस एकड़ जमीन पर शिवालय पार्क बनकर तैयार हुआ है। अरैल घाट पर इस पार्क में महाकुम्भ आने वाले श्रद्धालुओं को बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हो सकेंगे। बारह ज्योतिर्लिंगों के मंदिरों को बनाये जाने के कारण इस पार्क का नाम शिवालय पार्क दिया गया है। पार्क को तैयार करने में कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभाने वाले सचिन सिंह ने बताया कि पार्क बेहद खुबसूरत बना है। इसे डिजाइन करते हुए भारत के नक्शे जैसा बनाया गया है।

उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में अरैल घाट पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भारत का यह नक्शा वाला शिवालय पार्क दिखेगा। पार्क में ज्योतिर्लिंगों के दर्शनार्थ रामेश्वरम मंदिर, केदारनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर, वैद्यनाथ मंदिर, जगन्नाथ पुरी मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर जैसे प्रमुख मंदिरों के स्वरूप को बनाकर तैयार किया गया है। पार्क में अयोध्या का प्रभु श्रीराम मंदिर भी बनाया गया है।

अमृत प्राप्ति के लिए देवताओं और दानवों के समुद्र मंथन का चित्रण (Samudra Manthan in Mahakubh) 

शिवालय पार्क में बारह ज्योतिर्लिंग के अलावा महाकुम्भ में अमृत प्राप्ति के लिए देवताओं और दानवों को समुद्र मंथन करते हुए भी देखा जायेगा। इसके लिए मुख्य मार्ग से सामने की ओर आने पर समुद्र मंथन के दर्शन हो सकेगें। पार्क को महाकुम्भ से पहले पूरी तरह से तैयार कर लिया जा रहा है।

बॉलीवुड के सितारों का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाआयोजन

महाकुम्भ में सिर्फ देश और विदेश के श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में पवित्र डुबकी ही नहीं लगाएंगे, बल्कि बॉलीवुड के सितारों के संगम से भी सराबोर होंगे। मेला क्षेत्र में बन रहे गंगा पंडाल में ये सितारे पूरे महाकुम्भ के दौरान अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं के लिए इस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाआयोजन को और अधिक पावन बनाएंगे।

इनमें सिंगर और कम्पोजर शंकर महादेवन, कैलाश खेर, सोनू निगम, विशाल भारद्वाज, ऋचा शर्मा, जुबिन नौटियाल और श्रेया घोषाल जैसे सितारे अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इस पूरे आयोजन को उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से आयोजित करेगा। इन कलाकारों की प्रस्तुतियों के लिए शेड्यूल भी प्रस्तावित किया गया है, लेकिन यह उनकी उपलब्धता पर निर्भर करेगा। आयोजन में सम्मिलित होने पर असमर्थता जताने पर उनकी जगह किसी अन्य कलाकार की प्रस्तुति का प्रयास किया जाएगा।

45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा करेंगे हाईटेक रिमोट लाइट बॉय (High tech Security in Mahakumbh 2025) 

जवानों के लिए अत्याधुनिक लाइफ जैकेट, 04 नई फ्लोटिंग जेटी और रेस्क्यू ट्यूब आए-700 झंडे लगी नाव पर 24 घंटे तैनात रहेंगे। पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान-संगम नोज से किलाघाट तक जर्जर नावें हटाई जाएंगी। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में हर परिस्थिति में 45 करोड़ लोगों के संगम स्नान का पूरा सुरक्षित प्लान तैयार कर लिया गया है।

इसके लिए पीएसी के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मिलकर काम कर रही हैं। जिसमें एक-एक श्रद्धालु की सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। यहां 700 झंडे लगी नाव पर 24 घंटे पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं सुरक्षित निकाले जाने की योजना भी बनाई गई है।

(हिंदुस्तान समाचार के इनपुट के साथ)

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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