राष्ट्रपति पुतिन और शी के साथ सैन्य परेड में शामिल हुए किम जोंग उन, 66 वर्षों में पहली बार तीनों देश के नेता साथ

Authored By: Ranjan Gupta

Published On: Wednesday, September 3, 2025

Last Updated On: Wednesday, September 3, 2025

Putin Xi Kim Unity सैन्य परेड में पुतिन, शी जिनपिंग और किम जोंग उन की ऐतिहासिक उपस्थिति
Putin Xi Kim Unity सैन्य परेड में पुतिन, शी जिनपिंग और किम जोंग उन की ऐतिहासिक उपस्थिति

बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर पर आयोजित सैन्य परेड में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन एक साथ नजर आए. 66 वर्षों में यह पहली बार है जब तीनों देशों के शीर्ष नेता एक मंच पर खड़े हुए.

Authored By: Ranjan Gupta

Last Updated On: Wednesday, September 3, 2025

Putin Xi Kim Unity: बीजिंग में बुधवार को आयोजित भव्य सैन्य परेड इतिहास का गवाह बनी, जब 66 वर्षों बाद रूस, चीन और उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता एक साथ मंच साझा करते दिखाई दिए. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन, रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग का तियानमेन स्क्वायर की दर्शक दीर्घा में एक साथ खड़ा होना विश्व राजनीति में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जा रहा है. यह दृश्य न केवल एशिया की त्रिपक्षीय एकजुटता को दर्शाता है, बल्कि अमेरिका और पश्चिमी देशों की नीतियों के खिलाफ एक साझा संदेश भी देता है.

लाल कालीन पर किम जोंग का स्वागत

काले सूट और सुनहरी टाई में नजर आए किम जोंग उन, परेड शुरू होने से पहले धीरे-धीरे तियानमेन स्क्वायर के मुख्य द्वार से होकर प्रवेश करते हैं. लाल कालीन पर उनका स्वागत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ किया, जिनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल थे. शी ने किम और पुतिन से गर्मजोशी से हाथ मिलाया और तीनों नेताओं के बीच आत्मीय बातचीत देखी गई.

दोस्ताना अंदाज में चर्चा करते दिखे तीनों नेता

चीन, रूस और उत्तर कोरिया की एकजुटता का प्रदर्शन तब और स्पष्ट हुआ जब तीनों नेता मंच पर साथ-साथ पहुंचे और दोस्ताना अंदाज में चर्चा करते रहे. परेड शुरू होने तक तीनों एक-दूसरे के पास खड़े होकर बातें करते रहे. इस भव्य आयोजन के जरिए चीन ने जापान पर अपनी जीत और द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के 80 साल पूरे होने का जश्न मनाया.

66 साल बाद तीनों नेता एक साथ दिखाई दिए 

  • करीब 66 साल बाद ऐसा मौका आया है जब इन तीन देशों के नेता एक साथ दिखाई दिए हैं. इससे पहले 1959 में उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग, चीन के माओत्से तुंग और सोवियत संघ के प्रधानमंत्री निकिता ख्रुश्चेव इसी चौक पर आयोजित सैन्य परेड में साथ नजर आए थे.
  • यह मुलाकात किम, शी और पुतिन की भी पहली संयुक्त मौजूदगी मानी जा रही है. इन तीनों नेताओं को लंबे समय से अमेरिका के विरोधी के रूप में देखा जाता रहा है. ऐसे में उनका एक मंच पर आना अमेरिका की अगुवाई वाली वैश्विक व्यवस्था के सामने एक बड़ा संदेश माना जा रहा है.
  • परेड में दिए भाषण में शी जिनपिंग ने चीनी जनता के “पुनरुद्धार” की तारीफ की और कहा कि आज मानवता फिर एक ऐसे मोड़ पर खड़ी है जहां उसे युद्ध और शांति में से चुनना होगा.

किम जोंग के लिए यह पल बेहद अहम 

किम जोंग उन के लिए यह पल बेहद अहम माना जा रहा है. चीन की सैन्य परेड में शामिल होना उनके लिए बीजिंग के साथ पुराने रिश्तों को मजबूत करने और अपनी लंबे समय से चली आ रही अलग-थलग छवि को तोड़ने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.

विशेषज्ञों का मानना है कि किम अमेरिका के साथ संभावित वार्ता शुरू करने से पहले चीन के साथ अपने संबंध बेहतर बनाना चाहते हैं. दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी (एनआईएस) ने भी आकलन किया है कि किम शी और पुतिन से अलग-अलग बैठकें कर सकते हैं, हालांकि तीनों देशों के बीच औपचारिक त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की संभावना कम है.

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About the Author: Ranjan Gupta
रंजन कुमार गुप्ता डिजिटल कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें डिजिटल न्यूज चैनल में तीन वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्त है. वे कंटेंट राइटिंग, गहन रिसर्च और SEO ऑप्टिमाइजेशन में माहिर हैं. शब्दों से असर डालना उनकी कला है और कंटेंट को गूगल पर रैंक कराना उनका जुनून! वो न केवल पाठकों के लिए उपयोगी और रोचक लेख तैयार करते हैं, बल्कि गूगल के एल्गोरिदम को भी ध्यान में रखते हुए SEO-बेस्ड कंटेंट तैयार करते हैं. रंजन का मानना है कि "हर जानकारी अगर सही रूप में दी जाए, तो वह लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है." यही सोच उन्हें हर लेख में निखरने का अवसर देती है.


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