Russia Ukraine War : राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा सैन्य एवं आर्थिक मदद रोकने पर क्या होगा असर?

Russia Ukraine War : राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा सैन्य एवं आर्थिक मदद रोकने पर क्या होगा असर?

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Thursday, March 6, 2025

Updated On: Thursday, March 6, 2025

रूस-यूक्रेन युद्ध पर अमेरिकी मदद रोकने का संभावित असर
रूस-यूक्रेन युद्ध पर अमेरिकी मदद रोकने का संभावित असर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के बीच हाल ही में हुए विवाद के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को सभी सैन्य एवं आर्थिक सहायता रोक दी है. लेकिन अब सबसे अहम सवाल यही है कि इसका असर रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या पड़ने वाला है? क्या अमेरिका द्वारा बंद की गई मदद को कीव के यूरोपीय सहयोगी देश पूरा कर सकते हैं?

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Thursday, March 6, 2025

हाईलाइट

  • युद्ध शुरू होने से पिछले साल तक यूक्रेन को अमेरिका और यूरोपीय देशों से कुल 265 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद मिला.
  • इस दौरान अमेरिका ने यूक्रेन को 123 बिलियन डॉलर का आर्थिक मदद दिया है.
  • अमेरिका ने यूक्रेन को 67.2 बिलियन डॉलर मूल्य की मिसाइलें, वायु रक्षा प्रणाली, तोप, गोलियां आदि सैन्य मदद दिया है.
  • अमेरिकी मदद रोकने पर यूरोपीय देशों ने मदद बढ़ाने का किया है वादा.

Russia Ukraine War: यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की 28 फरवरी को व्हाइट हाउस ट्रंप से मिलने पहुंचे थे. दोनों नेताओं को एक महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर करना था. जिसमें अमेरिका द्वारा यूक्रेन को मिल रही सैन्य एवं आर्थिक मदद जारी रहना था. लेकिन दोनों नेताओं के बीच हो रही वार्ता का माहौल धीरे-धीरे गरमाता चला गया. एक तरह से जेलेंस्की राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ उलझते गए. अंततः उन्हें व्हाइट हाउस से बेरंग लौटना पड़ा.

जेलेंस्की अमेरिका से ब्रिटेन गए. वहां उन्हें ब्रिटेन सहित यूरोपियन यूनियन का साथ मिला. लेकिन जेलेंस्की यह भूल गए कि रूस के साथ युद्ध के मैदान में अब तक टीके रहने के पीछे अमेरिकी मदद की भूमिका अहम रही है, न कि सिर्फ ब्रिटेन और यूरोपीय देशों की मदद. दो दिन पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन को मिलने वाली मदद पर रोक लगा दी है. जिसके बाद जानकारों का मानना है कि अब यूक्रेन का युद्ध में बने रहना मुश्किल हो सकता है.

अमेरिकी मदद रुकने का क्या असर होगा, इसे समझने के लिए, सबसे पहले यह समझना होगा कि 2022 की शुरुआत में रूस के आक्रमण के बाद से, अमेरिका ने यूक्रेन को कितना और क्या-क्या दिया.

आर्थिक मदद

एक जर्मन थिंक टैंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों से यूक्रेन को मिली मदद का आकलन किया है. उनके आकलन के मुताबिक युद्ध शुरू होने (वर्ष 2022 से दिसंबर 2024 तक) के बाद से यूक्रेन को अमेरिका और यूरोपीय देशों से कुल 265 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद मिला है. इसमें सभी यूरोपीय देशों द्वारा संयुक्त रूप से 142 बिलियन डॉलर यूक्रेन को दान किए गए हैं. जबकि अकेले अमेरिका ने 123 बिलियन डॉलर से अधिक का दान यूक्रेन को इस दौरान दिए हैं.

जर्मनी का सबसे अधिक दान

यूरोपीय देशों में सबसे अधिक दान जर्मनी ने यूक्रेन को दिया है. बताया गया है कि जर्मनी ने लगभग 30 बिलियन डॉलर की मदद की है. जर्मनी के बाद ब्रिटेन ने 15.5 बिलियन डॉलर की सहायता दी है. इसके बाद फ्रांस का दान 15 बिलियन डॉलर है.

सैन्य मदद

युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका ही यूक्रेन को सबसे अधिक सैन्य मदद करने वाला देश रहा है. जर्मनी के बर्लिन स्थित कील इंस्टीट्यूट के मुताबिक युद्ध शुरू होने से 31 दिसंबर, 2024 तक अमेरिका ने यूक्रेन को 67.2 बिलियन डॉलर मूल्य की मिसाइलें, वायु रक्षा प्रणाली, तोपखाना और गोलियां, रेडियो, पैदल सेना के वाहन और अन्य उपकरण दिए हैं.

सैन्य उपकरण

जानकारी के मुताबिक अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट, NASAMS, HAWK और एवेंजर जैसी अमेरिकी वायु रक्षा प्रणालियां दी थी. साथ ही कंधे से दागी जाने वाली विमान भेदी मिसाइल स्टिंगर और टैंक रोधी मिसाइल जेवलिन भी दी गई थी. इसके अलावा अमेरिका द्वारा दान की गई HIMARS और ATACM मिसाइलें भी शामिल रहा है. अमेरिका ने यूक्रेन को उन्नत टैंक और परिष्कृत ड्रोन भी दिए हैं.

क्या पड़ेगा प्रभाव?

अमेरिकी मदद रुकने से यूक्रेन पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इस पर रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि युद्ध के मैदान में अमेरिकी सहायता की कमी के प्रभाव को महसूसने में थोड़ा समय लग सकता है लेकिन यह जानना जरूरी है कि पिछले साल जब कांग्रेस में अमेरिकी सहायता पर चर्चा हुई तो सबसे उल्लेखनीय प्रारंभिक प्रभाव आने वाली रूसी मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराने के लिए हवाई सुरक्षा की कमी थी. शुरू में यूक्रेनी सेना ने तोपखाने सहित गोला-बारूद की कमी की भी शिकायत की थी. इसके बाद ही अमेरिका से मदद मिली थी. खुफिया जानकारी जुटाने आदि पर इसका तत्काल प्रभाव दिखने लगेगा. अमेरिकी मदद से ही यूक्रेन के पास दुनिया की सबसे अच्छी अंतरिक्ष-आधारित निगरानी, खुफिया जानकारी जुटाने और संचार लाभ था.

संचार पर प्रभाव

अमेरिकी मदद रुकने से फ्रंटलाइन पर संचार में भी बाधा आ सकती है. मीडिया रिपोर्टों को माने तो एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट फर्म यूक्रेन में संचार के लिए महत्वपूर्ण रही है. स्टारलिंक को तोपखाने और ड्रोन हमलों के समन्वय के लिए आवश्यक बताया गया है. यूक्रेनी सेना के स्टारलिंक उपयोग को भी पेंटागन द्वारा वित्त पोषित किया गया था.

मदद बढ़ाने का यूरोपीय वादा

ट्रंप द्वारा यूक्रेन को मदद रोकने के बाद कई यूरोपीय देशों ने सहायता बढ़ाने का वादा किया है. लेकिन ये देशों कितनी भी मदद बढ़ा दें, वह अमेरिकी मदद की क्षतिपूर्ति नहीं हो सकती है. ब्रिटेन ने 2 बिलियन डॉलर की हवाई रक्षा मिसाइलों का ऑर्डर दिया है. वहीं नव-निर्वाचित जर्मन नेता फ्रेडरिक मर्ज़ ने भी यूक्रेन की सुरक्षा के लिए और सहायता का संकेत दिया है. रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि सिर्फ यूरोपीय मदद शक्तिशाली रूसी सेना से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं है.

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
Leave A Comment

अन्य खबरें

अन्य खबरें