Womens Day 2025: पहली बार कब मनाया गया था अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस? जानिये इसके बारे में 5 रोचक बातें

Womens Day 2025: पहली बार कब मनाया गया था अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस? जानिये इसके बारे में 5 रोचक बातें

Authored By: JP Yadav

Published On: Saturday, March 1, 2025

Updated On: Friday, March 7, 2025

Womens Day 2025: पहली बार कब मनाया गया था अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस? जानिये इसके बारे में 5 रोचक बातें
Womens Day 2025: पहली बार कब मनाया गया था अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस? जानिये इसके बारे में 5 रोचक बातें

Womens Day 2025 : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को पहली बार 1977 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता दी गई थी.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Friday, March 7, 2025

Womens Day 2025 : प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को देश-दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women Day) मनाया जाता है. यह दिन खासतौर तौर से महिलाओं को डेडिकेट किया जाता है. देश के अलावा करीब-करीब सभी देशों में सरकारी के साथ-साथ निजी संस्थाएं भी इस मौके पर तमाम आयोजन करती हैं. इस मौके पर सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक समेत अन्य फील्ड में अच्छा और उम्दा काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया जाता है. इस स्टोरी में हम बता रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से जुड़ी कुछ खास बातें.

8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है महिला दिवस ?

8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने एक बड़ी और अहम वजह यह है कि अमेरिका में काम करने वाली महिलाओं ने 8 मार्च को अपने अधिकारों को लेकर आंदोलन छेड़ा था. यह लड़ाई काफी लंबी चली थी. इसके साथ ही सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में 1908 में महिला वर्कर्स को सम्मान देने के मकसद 8 मार्च को दिन चुना था. बताया यह भी जाता है कि सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने इस दिन को “न्यू यॉर्क में 1908 में परिधान श्रमिकों की हड़ताल के सम्मान में नामित किया था. यहां पर महिलाओं ने काम करने की स्थितियों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) की वेबसाइट के अनुसार, 8 मार्च, 1908 को करीब 15,000 महिलाओं ने काम के कम घंटे, बेहतर वेतन और मतदान के अधिकार के लिए मार्च किया था. इसके बाद से यह दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.

क्लारा ज़ेटकिन का क्या है योगदान ?

एक दूसरा तर्क यह है कि 28 फरवरी, 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया था. उन्होंने इसे फरवरी के आखिरी रविवार को मनाया था. इसके एक साल बाद वर्ष 1910 में जर्मनी के महिला कार्यालय की नेता क्लारा ज़ेटकिन (Clara Zetkin, leader of the German Women’s Office) ने एक वैश्विक अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का मानाने का प्रस्ताव रखा. इसके मकसद यह था कि जिससे लोग एक ही दिन पूरी दुनिया में महिला दिवस मना सकें. इसके बाद 19 मार्च, 1911 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. इसमें जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड, ऑस्ट्रिया और डेनमार्क से 1 मिलियन से भी ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था. यूनाइटेड नेशंस ने 1975 में आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को अपनाया गया. इसके बाद इसे 8 मार्च को ही मनाया जाने लगा. इस वर्ष को अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष का नाम दिया गया था. फिर यूनाइटेड नेशंस इस दिवस का प्रमुख स्पांसर बन गया और हर साल इसे दुनिया भर के देशों में अपनाने के लिए जागरूक किया.

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कई देशों में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन होती है छुट्टी

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का सेलेब्रेशन अमेरिका, यूरोप समेत सभी महाद्वीप में किया जाता है. इसके अलावा कई देश ऐसे हैं जहां पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन छुट्टी घोषित होती है. भारत में भी इस दिन कई सरकारी आयोजन होते हैं, इसी तरह निजी कार्यक्रम में आयोजित किए जाते हैं, लेकिन अवकाश नहीं होता है. वहीं अफगानिस्तान, क्यूबा, वियतनाम, युगांडा, मंगोलिया, जॉर्जिया, लाओस, कंबोडिया, आर्मेनिया, बेलारूस, मोंटेनेग्रो, रूस और यूक्रेन कुछ ऐसे देश हैं जहां 8 मार्च एक ऑफिसियल छुट्टी होती है.

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कहां-कहां मदर्स डे के रूप में मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

आपको यह जानकर हैरत होगी कि सर्बिया, अल्बानिया, मैसेडोनिया और उज़्बेकिस्तान में अंतरराष्ट्री महिला दिवस और मदर्स डे, दोनों छुट्टियां एक साथ मनाई जाती हैं. सेलेब्रेशन के तौर पर बच्चे अपनी माताओं और दादी-नानी को छोटे-छोटे गिफ्ट देते हैं उन्हें बताने के लिए कि वे कितनी खास हैं. भारत में भी मदर्स डे और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर गिफ्ट देने का चलन है.

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प्रत्येक वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का एक थीम

प्रत्येक वर्ष महिला दिवस एक खास थीम पर आधारित होता है. पहली बार वर्ष 1996 में यूनाइटेड नेशंस ने पहली बार उस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के लिए एक थीम बनाई. वर्ष 2024 के लिए इस बार थीम था ‘इंस्पायर इंक्लूजन’ यह विषय दूसरों को महिलाओं के समावेशन को समझने और महत्व देने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि इससे हम एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर सके. इस बार की थीम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) 2025 का थीम है “कार्रवाई में तेज़ी लाना”. इसका मतलब विश्व आर्थिक मंच के अनुसार, प्रगति की वर्तमान दर पर, पूर्ण लैंगिक समानता प्राप्त करने में 2158 तक का समय लगेगा. IWD 2025 का थीम है ‘सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार.

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About the Author: JP Yadav
जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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