बदलापुर में वाकई लिया गया बदला, सीएम शिंदे ने क्यों कहा – इन्क्वायरी तो चलती रहेगी
बदलापुर में वाकई लिया गया बदला, सीएम शिंदे ने क्यों कहा – इन्क्वायरी तो चलती रहेगी
Authored By: सतीश झा
Published On: Wednesday, September 25, 2024
Updated On: Wednesday, September 25, 2024
एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, ने बदलापुर एनकाउंटर के संदर्भ में विपक्ष की दोहरी नीति पर तीखा हमला किया है। इंडिया टुडे के मुंबई कॉन्क्लेव में उन्होंने पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि यह एनकाउंटर आत्मरक्षा में किया गया था।
Authored By: सतीश झा
Updated On: Wednesday, September 25, 2024
शिंदे का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के प्रति प्रतिबद्ध है, और पुलिस के अधिकारों का बचाव किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने यह भी कहा कि अगर वो भाग जाता तो विपक्ष कहता कि उसे भगा दिया। पुलिस के पास बंदूक क्या शोपीस है। क्यों रखी है, ऐसे भी बोलते। यही लोग बदलापुर स्टेशन में 9 घंटे रेल को रोका था। इसे फांसी दो, हमने फांसी का फंदा रखा है। अब यही विपक्ष सवाल उठा रही है। विपक्ष को दोगली नीति नहीं अपनानी चाहिए। दोनों तरफ से बात नहीं करनी चाहिए। शिंदे ने साफ कहा कि ये सेल्फ डिफेंस है। पुलिस घायल है। पुलिस को क्या छोड़ना चाहिए?
बंबई उच्च न्यायालय निष्पक्षता को लेकर चिंतित
बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) ने बदलापुर एनकाउंटर मामले में महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ की हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अदालत आरोपी की मौत की जांच की निष्पक्षता को लेकर चिंतित है। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि आरोपी की मौत की जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जानी चाहिए। अदालत ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि कोई भी पक्ष जांच के दौरान प्रभावित न हो।
न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चव्हाण की खंडपीठ ने टिप्पणी की कि पुलिस को गोली चलाने से पहले आरोपी को काबू करने की कोशिश करनी चाहिए थी। इससे यह संकेत मिलता है कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। अदालत ने कहा कि यदि उन्हें यह पता चलता है कि जांच ठीक से नहीं की जा रही है, तो वे उचित आदेश पारित करने के लिए बाध्य होंगे।
प्रमुख बिंदु:
- पुलिस की आत्मरक्षा: शिंदे ने कहा कि जब पुलिस आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी, तब उसने उन पर गोली चलाई। ऐसे में पुलिस को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है।
- मामले की संवेदनशीलता: उन्होंने इस मामले में पीड़िता की उम्र का भी जिक्र किया, जो सिर्फ चार साल है, और आरोपी की हैवानियत की आलोचना की। उन्होंने कहा कि आरोपी ने न केवल पीड़िता के साथ अत्याचार किया बल्कि अपनी पत्नियों के साथ भी हिंसा की।
- परिवारों का दर्द: शिंदे ने कहा कि उन माता-पिता पर क्या बीत रही होगी जिनकी बेटियाँ ऐसी घटनाओं का शिकार होती हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर संवेदनशीलता और न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया।
- विपक्ष की नीतियों की आलोचना: मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे इस मामले में दोहरे मापदंड अपनाते हैं, जबकि सुरक्षा बलों की कार्रवाई को उचित ठहराना आवश्यक है।
FIR में एनकाउंटर का सच
मुंबई के बदलापुर में दो बच्चियों के साथ रेप करने वाला दरिंदा मारा गया। पुलिस एनकाउंटर में उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की, जिसमें मुठभेड़ की सच्चाई सामने आ गई है।पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, बदलापुर क्राइम ब्रांच के अधिकारी अक्षय शिंदे की पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए नए केस में उसको सोमवार शाम 5.30 बजे हिरासत में लेकर तलोजा जेल निकले थे। करीब एक घंटे बाद करीब 6.30 बजे पुलिस की जीप मुंब्रा बाईपास के पास पहुंची तो अक्षय शिंदे ने कांस्टेबल से रिवॉल्वर छीन ली और फायरिंग कर दी।
आरोपी अक्षय शिंदे (Akshay Shinde) ने असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर निलेश मोरे (Assistant Police Inspector Nilesh More) के कमर से रिवॉल्वर खींची और 3 राउंड फायर किया, जिसमें एक गोली निलेश मोरे की जांघ पर लगी। जवाबी कार्रवाई में एक पुलिस कर्मी ने अक्षय पर एक राउंड फायर किया और उसके सिर पर गोली जा लगी। इसके बाद पुलिस ने उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी के शव का पोस्टमार्टम जेजे हॉस्पिटल में होगा।
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