पहला खो-खो वर्ल्ड कप 2025: इतिहास रचने को तैयार भारत
पहला खो-खो वर्ल्ड कप 2025: इतिहास रचने को तैयार भारत
Authored By: सोनी झा
Published On: Friday, January 3, 2025
Updated On: Friday, January 3, 2025
मिट्टी से निकलकर मैट तक पहुंच चुके भारत के शुद्ध देशी खेल खो-खो का पहली बार वर्ल्ड कप होने जा रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि यह आयोजना आगामी 13-19 जनवरी, 2025 को दिल्ली में होने जा रहा है, जिसमें दुनिया के 24 देशों की 41 टीमें हिस्सा लेंगी
Authored By: सोनी झा
Updated On: Friday, January 3, 2025
हाइलाइटर
- पहली बार भारत (दिल्ली) को मिला है वर्ल्ड कप के आयोजन का उत्तरदायित्व।
- मैचों का आयोजन 13 से 19 जनवरी, 2025 के बीच दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम और नोएडा इंडोर स्टेडियम में होगा।
- कुछ देशों की पुरुष और महिला दोनों टीमें अपनी दावेदारी पेश करेंगी तो कुछ देशों की केवल पुरुष टीम एक्शन में दिखेगी।
- पहले ही मुकाबले में भारत का सामना होगा पाकिस्तान से।
देश और दुनिया के सबसे प्राचीन और सबसे किफायती खेल खो-खो का पहली बार वैश्विक स्तर पर आयोजन होने जा रहा है। खुशी की बात यह है कि इसकी जिम्मेदारी भारत को मिली है। पहली बार भारत में खो-खो वर्ल्ड कप का आयोजन 13 से 19 जनवरी, 2025 के बीच दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम और नोएडा इंडोर स्टेडियम में होगा। खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (KKFI) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल के अथक प्रयास से यह संभव होने जा रहा है। टूर्नामेंट में दुनिया के 24 देशों की कुल 41 टीमें हिस्सा लेंगी। इसमें कई देश ऐसे हैं जिनकी पुरुष और महिला टीमें भी अपनी दावेदारी पेश करेंगी तो कुछ देशों का केवल पुरुष टीम एक्शन में दिखेगी।
भारत से हुई शुरुआत
खो-खो को बढ़ावा देने में वैसे भी भारत का योगदान सबसे अधिक है। भारत में हर साल पुरुष, महिला और जूनियर वर्ग में राष्ट्रीय स्तर पर इसके टूर्नामेंट आयोजित होते हैं। भारत पिछले कुछ सालों से खो खो में लीग का आयोजन भी कर रहा है जिसे अल्टीमेट खो खो लीग से जाना जाता है। वैसे तो भारत में इस देसी खेल की शुरुआत ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में ही हो गई थी। लेकिन, प्रामाणिक तौर पर इसकी शुरुआत 1914 से कह सकते हैं। ऐसा इसलिए कि बाल गंगाधर तिलक ने उसी वर्ष पहली बार खो खो के लिए नियमों पर रूल बुक लिखी थी।
वर्ल्ड कप का रोमांच
बात करते हैं मौजूदा वर्ल्ड कप की, क्रिकेट की तरह ही इस खेल की शुरुआत भी रोमांचक होने की पूरी तैयारी कर ली गई है। ऐसा इसलिए कि पहले ही मुकाबले में भारत का सामना पाकिस्तान से होगा। सभी टीमों को चार ग्रुप में बांटा जाएगा। प्रत्येक ग्रुप के मैच लीग कम नॉक आउट आधार पर खेले जाएंगे। लीग राउंड के बाद सभी ग्रुप की टॉप 2 टीमों को नॉक आउट में एंट्री मिलेगी। गौरतलब है कि एक खो-खो टीम में 15 खिलाड़ी खेलते हैं। दिल्ली में होने जा रही वर्ल्ड चैंपियनशिप पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर आयोजित होगी। यही वजह है कि चैंपियनशिप में अंतरराष्ट्रीय टेक्निकल टीम भारत को मुख्य ग्राउंड ऑपरेशन के संचालन में मदद करेगी जिसमें रेफरी, स्कोरर, टाइम क्लॉक, कंपाइलेशन आद शामिल हैं।
24 देश लेंगे भाग
भारत में आयोजित हो रहे पहले वर्ल्ड कप में 24 देशों की टीमें हिस्सा लेंगी। इन टीमों में 16 पुरुष और 16 महिला टीमें शामिल हैं। कुछ देश ऑब्जरवेशन डेलिगेट भेजेंगे। वर्ल्ड कप में आने वाली टीमों में मेजबान भारत के अलावा केन्या, घाना, दक्षिण अफ्रीका, युगांडा, दक्षित कोरिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, नेपाल, ईरान, मलयेशिया, जर्मनी, नीदरलैंड्स, पोलैंड, इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा, पेरू, ब्राजील, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमें शामिल हैं। प्रत्येक टीम में 18 सदस्य होंगे जिसमें 15 खिलाड़ी, एक कोच, एक मैनेजर और एक सपोर्ट स्टाफ होगा।
भारत का दावा मजबूत
टूर्नामेंट में भारत का दावा मजबूत माना जा रहा है। ऐसा इसलिए कि अब तक भारत के 15 खिलाड़ियों को देश का प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार अर्जुन अवॉर्ड मिल चुका है। 2023 में महिला टीम की सदस्य नसरीन शेख को राष्ट्रीय द्रौपदी मुर्मु ने इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड से नवाजा था।
उद्घाटन में आएंगे ब्रैंड अंबेसडर सलमान
टूर्नामेंट का आगाज रंगारंग तरीके से करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। बॉलीवुड के सुपर स्टार सलमान खान ने टूर्नामेंट के उद्घाटन में आने पर अपनी सहमति दे दी है। पहले खो-खो वर्ल्ड कप के प्रचार-प्रसार में भी उनका चेहरा प्रमुखता से दिख रहा है। वह भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला पहला मैच देखेंगे भी और इस दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों से मिलकर उनका उत्साह भी बढ़ाएंगे। इतना ही नहीं, वह लाइव मैचों के दौरान स्टार स्पोर्ट्स, डिजिटल, सोशल मीडिया के जरिए पूरी दुनिया में खो-खो को प्रमोट भी करेंगे। सलमान ने कहा कि उन्हें इस मेगा इवेंट का ब्रैंड अंबेसडर बनाए जाने पर बेहद खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस खेल को बढ़ावा देने की जरूरत है। उनके अलावा टाइगर श्रॉफ, अनन्या पांडे ने भी इस खेल को प्रमोट करने को लेकर अपना आश्वासन दिया है। कहा जा रहा है कि ये दोनों स्टार भी टूर्नामेंट के मैचों में आ सकते हैं।
- 13 से 19 जनवरी तक दिल्ली और नोएडा में खेले जाएंगे मुकाबले
- 615 अंतररष्ट्रीय खिलाड़ी टूर्नामेंट में दिखेंगे
- 125 सपोर्ट स्टाफ इन खिलाड़ियों के लिए होंगे
- 10 टीमें सबसे ज्यादा एशिया से टूर्नामेंट में होंगी
कैसे खेलते हैं खो-खो
खो-खो को दुनिया का सबसे किफायती खेल कहा जा सकता है। इसमें न तो किसी गेंद की आवश्यकता होती है ना बैट की। मैदान भी कोई लंबा चौड़ा नहीं चाहिए। बस 111 फीट लंबे और 51 फीट चौड़े मैदान पर ही यह खेल खेला जाता है। दोनों और 10-10 फीट की जगह छोड़कर 4-4 फीट ऊंचे लकड़ी के दो खंभे गाड़े जाते हैं। इन खंभों के बीच की दूरी आठ बराबर भागों में इस प्रकार बांटी जाती है कि दोनों टीमों के खिलाड़ी (प्रत्येक टीम में 15 खिलाड़ी) एक दूसरे के विपरीत मुंह करके अपने-अपने नियत स्थान पर बैठ जाते हैं। दोनों टीमों को एक-एक पारी के लिए सात-सात मिनट दिए जाते हैं और नियत समय में उस टीम को अपनी पारी समाप्त करनी पड़ती है। दोनों टीमों में से एक-एक खिलाड़ी खड़ा होता है। पीछा करने वाली टीम का खिलाड़ी विपक्षी टीम के खिलाड़ी को पकड़ने के लिए सीटी बजते ही दौड़ता है। विपक्षी टीम का खिलाड़ी पंक्ति में बैठे हुए खिलाड़ियों का चक्कर लगाता है। जब पीछा करने वाला खिलाड़ी उस भागने वाले खिलाड़ी के निकट आ जाता है, तब वह अपनी ही टीम के खिलाड़ी के पीछे जाकर ‘खो‘ बोलता है तो वह उठकर भागने लगता है और पीछा करने वाला खिलाड़ी पहले को छोड़कर दूसरे का पीछा करने लगता है।
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