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नीट परीक्षा विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर एनटीए से पूछे कई सवाल

नीट परीक्षा विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर एनटीए से पूछे कई सवाल

Authored By: Omdutt, State Head, UP

Published On: Wednesday, June 12, 2024

Categories: Education

Updated On: Thursday, June 27, 2024

supreme court on neet exam controversy

देश की सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (NEET) पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। नीट यूजी 2024 के विवादास्पद रिजल्ट ने न सिर्फ लाखों छात्रों और उनके परिवारों को आहत किया है, बल्कि पूरी शिक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। 67 छात्रों को पूरे 720 अंकों में टॉप करने जैसी अनोखी घटना ने शंकाओं की लहर खड़ी कर दी है। रोल नंबरों की मिलती-जुलती संख्याएं, एक ही केंद्र से बड़ी संख्या में टॉपर्स निकलना और कथित अनियमितताओं के आरोप परीक्षा की गरिमा पर प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं।

इस लेख में:

एनटीए का इनकार, सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख, छात्रों के भविष्य पर संकट

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने किसी भी धांधली से इनकार किया है और ग्रेस मार्क्स देने का हवाला दिया है, लेकिन विवादित परिस्थितियां और छात्रों की चिंताएं गंभीर हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले को गंभीरता से लिया है और साफ कहा है कि परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है और इसके लिए जवाब चाहिए। इस पूरे विवाद ने लाखों मेडिकल उम्मीदवारों के भविष्य पर संकट के बादल लाकर खड़े कर दिए हैं।

एनटीए को नोटिस जारी लेकिन दोबारा परीक्षा कराने की मांग खारिज की

11 जून को इससे संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को नोटिस जारी किया। लेकिन नीट यूजी 2024 रिजल्ट को रद्द घोषित कर दोबारा परीक्षा कराने की मांग सुप्रीम कोर्ट ने नहीं मानी। साथ ही याचिकाकर्ता की काउंसलिंग पर रोक लगाने की मांग मानने से फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने इंकार कर दिया है। इसकी अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।

क्या है नीट परीक्षा का पूरा विवाद

देश के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए हुए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर यूजी (NEET-UG) 5 मई 2024 को आयोजित हुई थी। जिसमें देशभर से लगभग 24 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। देश की सबसे टफ परीक्षा में से एक NEET UG-2024 के रिजल्ट में पहली बार ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर 67 स्टूडेंट का नाम आया है। टॉप करने वाले सभी 67 परीक्षार्थियों  कुल 720 अंक में से पूरे 720 अंक आये हैं। इनमें से 6 स्टूडेंट्स के रोल नंबर आसपास होने के कारण चर्चा में है। गौरतलब है कि अब तक ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर एक या दो छात्र को ही मिल पाती थी।

नीट यूजी में हुई गड़बड़ियों को लेकर एक के बाद एक परीक्षार्थी सोशल मीडिया पर आकर आरोप लगा रहे हैं। किसी का ओएमआर शीट फाड़ दिया गया, किसी के मार्क्स मिसमैच हैं। कई छात्रों का रिजल्ट ऑनलाइन शो नहीं हो रहा है। कइयों के नंबर कम हैं। यानी OMR शीट के मुताबिक जितने नंबर मिलने चाहिए थे, उतने मिले नहीं हैं।

एनटीए से पूछे जाने वाले सवाल, जिसका जवाब देना फिलहाल आसान नहीं

  • नीट में कुछ छात्रों ने 718 और 719 नंबर हासिल किए हैं। यह नंबरों की दृष्टि से संदिग्ध है। अगर ऐसा ग्रेस मार्क्स देने की वजह से हुआ है (जैसा NTA की दलील है) तो ग्रेस मार्क्स दिए जाने के नियम की जानकारी एनटीए ने इंफॉर्मेशन ब्रोशर में क्यों नहीं दी थी?
  • एक ही सेंटर से 6 टॉपर कैसे निकाला? क्या ये महज संयोग है?- जिस एक सेंटर से 6 नीट टॉपर निकले हैं, वहां पर परीक्षा दे रहे स्टूडेंट्स के ओवरऑल एवरेज मार्क्स भी ज्यादा थे। यानी बच्चों की परफॉर्मेंस अन्य जगहों से बेहतर थी।
  • पहले रिजल्ट आने की तारीख 14 जून थी। तो फिर इसे अचानक 4 जून (लोकसभा रिजल्ट वाले दिन) को क्यों जारी किया गया? सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या लोकसभा रिजल्ट के शोर में नीट में हुई धांधली को दबाना तो नहीं था।
  • नीट 2024 का पेपर कई जगहों पर लीक हुआ था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
  • मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली निशिता सोनी की शिकायत है कि नीट यूजी स्कोर कार्ड पर उन्हें 340 अंक मिले हैं। जबकि आंसर-मिलाने पर उनके 617 अंक होते हैं। उन्होंने इसकी शिकायत एनटीए से भी की लेकिन स्कोर कार्ड में संशोधन नहीं किया गया।

एनटीए ने सभी आरोप नकारे

एनटीए ने नीट परीक्षा में किसी भी अनियमितता का खंडन करते हुए दावा किया है कि हमने अपने सिस्टम का विश्लेषण किया और पाया कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ था। एनटीए का कहना है कि 720/720 अंक पाने वाले 67 अभ्यर्थियों में से 44 को प्रश्नपत्र के भौतिकी खंड में एक प्रश्न में त्रुटि के कारण पूर्ण अंक (720) दिए गए।

इन विवादों के बीच एनटीए ने छात्रों द्वारा उठाई गई आशंकाओं को लेकर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि करीब 24 लाख बच्चों ने परीक्षा दी, उसमें से सिर्फ 1563 को ग्रेस मार्क्स मिले हैं। एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों में बदलाव और परीक्षा केंद्र में Loss of Time क्राइटेरिया के आधार पर दिए गए ग्रेस मार्क्स अधिक अंक आने की वजह हैं। स्टूडेंट्स को अलग-अलग ग्रेस अंक दिए गए हैं, जो उनकी आंसर लिखने की क्षमता समेत अन्य कई फैक्टर्स के आधार पर निर्धारित किए गए हैं। आगे कहा गया कि ग्रेस मार्क्स दिए जाने से परीक्षा के योग्यता मानदंड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। प्रभावित अभ्यर्थियों के परिणामों की समीक्षा से प्रवेश प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

नीट यूजी में ग्रेस मार्क्स दिए जाने के विवाद के समाधान के लिए फिलहाल शिक्षा मंत्रालय और एनटीए ने एक 4 सदस्यीय पैनल का गठन भी किया है। यह पैनल ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1500 परीक्षार्थियों के मार्क्स की समीक्षा करेगा और साथ में उनके परीक्षा केंद्रों पर भी दौरा करेगा। 

नीट रिजल्ट पर लोगों की प्रतिक्रिया

नीट रिजल्ट में हुई धांधली को लेकर छात्र, उनके अभिभावक, नेता सभी हैरत में हैं। भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने 718 और 719 अंक प्राप्त करने का मुद्दा उठाया। मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की और दोबारा परीक्षा कराने को कहा। संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि नीट 2024 का पेपर कई जगहों पर लीक हुआ था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।

About the Author: Omdutt, State Head, UP
उत्तर प्रदेश के प्रमुख मीडिया आउटलेट गलगोटियाज टाइम्स के राज्य प्रमुख। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से समाचारों और घटनाक्रमों को कवर करने के लिए एक बड़े संवाददाता नेटवर्क का नेतृत्व करते हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों से मिलने वाली खबरों पर नजर रखते हुए उचित प्राथमिकता देने और समयबद्ध रिपोर्टिंग सुनिश्चित करते हैं।

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