Vice President Election 2025: सीपी राधाकृष्णन के उम्मीदवार बनने के बाद ये रहा विपक्षियों का सुर

Authored By: सतीश झा

Published On: Monday, August 18, 2025

Last Updated On: Monday, August 18, 2025

Vice President Election 2025 में सीपी राधाकृष्णन उम्मीदवार बने, विपक्ष का बयान.
Vice President Election 2025 में सीपी राधाकृष्णन उम्मीदवार बने, विपक्ष का बयान.

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 Vice (President Election 2025) को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को उपराष्ट्रपति पद (Vice President of India) के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का उम्मीदवार घोषित किया. BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा (JP Nadda) ने औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि विपक्ष से भी संवाद जारी है और प्रयास रहेगा कि उपराष्ट्रपति का चुनाव सर्वसम्मति से और निर्विरोध संपन्न हो.

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Monday, August 18, 2025

Vice President Election 2025: महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को उम्मीदवार बनाकर राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे दिया है. उनके नाम के ऐलान के बाद विपक्षी दलों की रणनीति में बदलाव साफ नज़र आने लगा है. सूत्रों के मुताबिक, INDIA गठबंधन इस चुनाव में साझा उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि BJP ने दक्षिण भारत को साधने के लिए राधाकृष्णन का नाम आगे बढ़ाया है, ऐसे में उन्हें टक्कर देने के लिए विपक्ष भी किसी सशक्त चेहरे को मैदान में उतारेगा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि यह चुनाव केवल संख्या बल का नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश का भी है.

BJP के रणनीतिकारों का दावा है कि राधाकृष्णन का अनुभव और उनकी साफ-सुथरी छवि उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनाती है. वहीं विपक्ष का कहना है कि उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकतंत्र की विविधता को दर्शाने वाला होना चाहिए, इसलिए वे किसी ऐसे उम्मीदवार पर सहमति बनाने की कोशिश में हैं जो सर्वमान्य हो. अब सबकी निगाहें विपक्ष की ओर हैं कि वे किसे उम्मीदवार बनाते हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आने वाले कुछ दिनों में INDIA गठबंधन अपने पत्ते खोल देगा.

संघ संस्कारों से निकला एक कर्मशील जनसेवक

  • श्री चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) का जीवन भारतीय राजनीति में संगठन और सेवा के अद्भुत संगम का उदाहरण प्रस्तुत करता है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्कारों में पले-बढ़े श्री राधाकृष्णन ने राजनीति को कभी सत्ता के आकर्षण से नहीं, बल्कि सेवा और राष्ट्रहित की दृष्टि से देखा. 20 अक्तूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे श्री राधाकृष्णन ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय जनसंघ और संघ से जुड़कर की. संगठनात्मक दृष्टि से उनका कद तब और स्पष्ट हुआ जब उन्होंने 2003 से 2006 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पार्टी को नई ऊंचाई देने का कार्य किया. उनका नेतृत्व न केवल संगठन को मजबूत करने वाला रहा बल्कि विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने वाला भी था.
  • उनका राजनीतिक सफर केवल संगठन तक सीमित नहीं रहा. 1998 और 1999 में लगातार दो बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद बने और संसद में क्षेत्र की आवाज को बुलंद किया. यहीं से उनकी पहचान एक जमीनी नेता के रूप में मजबूत हुई.
  • संवैधानिक पदों पर उनकी भूमिका और भी महत्त्वपूर्ण रही. 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी संवैधानिक मर्यादाओं को बनाए रखा. इसके साथ ही, उन्होंने तेलंगाना और पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला. यह उनकी प्रशासनिक दक्षता और संगठन क्षमता का परिचायक है. अंततः 31 जुलाई 2024 को उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी ग्रहण की, जो उनके राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव की पराकाष्ठा है.

वे उपराष्ट्रपति बनते हैं, तो हमें खुशी होगी, लेकिन चुनाव तो होगा

शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ सांसद संजय राउत ने एनडीए द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “सी.पी. राधाकृष्णन निश्चित रूप से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, उनका व्यक्तित्व संतुलित है. अगर वे उपराष्ट्रपति बनते हैं, तो हमें खुशी होगी, लेकिन चुनाव तो होगा. INDIA गठबंधन इस पर विचार करेगा और आज ही चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा.” राउत ने साथ ही कहा कि देश में उपराष्ट्रपति चुनाव से भी ज्यादा गंभीर मुद्दा वोट चोरी का है. उन्होंने स्पष्ट किया कि विपक्ष इस मुद्दे से ध्यान नहीं भटकाना चाहता.

INDIA गठबंधन के नेता बैठक करेंगे

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने NDA द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर कहा, “INDIA गठबंधन के नेता बैठक करेंगे और उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर गठबंधन का रुख और उम्मीदवार तय करेंगे.” टैगोर ने आगे कहा कि सी.पी. राधाकृष्णन की पृष्ठभूमि आरएसएस से जुड़ी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि राधाकृष्णन हमेशा गर्व से आरएसएस का बैच पहनते रहे हैं और उनका तमिलनाडु से गहरा नाता रहा है.

INDIA गठबंधन करेगा चर्चा, अंतिम निर्णय जल्द

रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) के सांसद एन.के. प्रेमचंद्रन ने NDA द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने कहा कि INDIA गठबंधन उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर जल्द ही बैठक करेगा और इस पर विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा. प्रेमचंद्रन ने कहा, “INDIA गठबंधन उपराष्ट्रपति चुनाव पर ज़रूर चर्चा करेगा, लेकिन अभी तक हमने इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है. गठबंधन के सभी दल औपचारिक और अनौपचारिक रूप से विमर्श करेंगे और जल्द से जल्द इस पर घोषणा की जाएगी.

समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव ने उपराष्ट्रपति चुनाव पर कही ये बड़ी बात

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सांसद राम गोपाल यादव ने एनडीए द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर कहा,”देश में कुछ पद ऐसे हैं, चाहे वह राष्ट्रपति हों, उपराष्ट्रपति हों या लोकसभा अध्यक्ष हों, इन पदों पर आम सहमति होना बेहतर है. अभी हमारे पास ज़्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन हमारा मानना है कि दक्षिण भारत के लोग काबिल और अच्छे होते हैं.”

राम गोपाल यादव के इस बयान को विपक्षी राजनीति की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, जहां वे उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने से पहले विपक्षी दलों के बीच परामर्श की बात कर रहे हैं.

टीडीपी सांसद कृष्ण प्रसाद टेनेटी ने सी.पी. राधाकृष्णन की उम्मीदवारी का किया स्वागत

एनडीए द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर टीडीपी सांसद कृष्ण प्रसाद टेनेटी ने इसे एक स्वागत योग्य निर्णय बताया. उन्होंने कहा, “यह बहुत ही स्वागत योग्य है. सी.पी. राधाकृष्णन एक अत्यंत अनुभवी प्रशासक हैं। उनके पास अपार अनुभव है और वे समाज, विशेषकर हाशिए पर पड़े वर्ग, के लिए अपनी सेवाओं के लिए जाने जाते हैं.” सांसद टेनेटी ने उम्मीद जताई कि राधाकृष्णन के चयन से उपराष्ट्रपति पद की गरिमा और सुदृढ़ होगी तथा देश के सामाजिक ताने-बाने को और मजबूती मिलेगी.

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About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है


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