TB Eradication: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया टीबी मुक्त होने में झारखंड मॉडल नंबर 1
Authored By: स्मिता
Published On: Tuesday, August 19, 2025
Last Updated On: Tuesday, August 19, 2025
TB Eradication: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने अपनी हालिया स्टडी में यह निष्कर्ष निकाला कि झारखंड का पूर्वी सिंहभूम जिला टीबी मुक्त भारत अभियान का वैश्विक उदाहरण बन गया है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने दक्षिण एशियाई देशों को टीबी के खिलाफ लड़ाई में झारखंड मॉडल को अपनाने की सलाह दी है.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Tuesday, August 19, 2025
TB Eradication: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने अपने किए गये एक अध्ययन में यह बात सामने लाई कि झारखंड का पूर्वी सिंहभूम जिला टीबी के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे है. इस मॉडल की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी टीबी देखभाल के प्रभावी मॉडल के रूप में सराहना की है. डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण-पूर्व या क्षेत्र के देशों से अपील की है कि झारखंड मॉडल अपनाकर टीबी मुक्त बनाने में अपनी आबदारी सुनिश्चित करें. दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों में बुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड, तिमोर-लेस्ते व वियतनाम शामिल हैं.
टीबी रोगियों की हालत में तेजी से सुधार (TB Eradication)
वर्ष 2023 में द लेंसेट ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि टीबी रोगियों को पोषण सहायता देने से उनकी हालत में तेजी से सुधार हुआ. उनकी मृत्यु दर में भी कमी आई. अध्ययन के अनुसार, जिन रोगियों को भोजन का राशन मिला, उन्होंने मानक देखभाल की तुलना में बेहतर रिकवरी दिखाई. उनकी जीवित रहने की दर भी अधिक रही. विशेषज्ञ मानते हैं कि टीबी के इलाज में पोषक तत्वों से भरपूर भोजन लाभकारी साबित होता है.
टीबी मरीजों को पोषण किट और मल्टीविटामिन
प्रधानमंत्री के आह्वान पर रेडक्रास सोसाइटी (जमशेदपुर शाखा) ने पिछले 36 महीनों तक टीबी मरीजों को पोषण किट तथा मल्टीविटामिन वितरित किए. इस पहल से 388 मरीजों को बीमारी से लड़ने में मदद मिली और वे एक से दो माह पहले स्वस्थ हो गये. इसी प्रकार जिला स्वास्थ्य विभाग ने भी लगभग 308 मरीजों के बीच पोषण किट वितरित किए. इससे उन मरीजों की रिकवरी दर अन्य मरीजों की तुलना में बेहतर रही. इसके बाद सभी टीबी मरीजों को दवा के साथ पोषण किट उपलब्ध करवाये गए.
टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य की सफलता
झारखंड में पहली बार पूर्वी सिंहभूम के 8 प्रखंडों की 12 पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई हैं. इस वर्ष के अंत तक 120 पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिले की कुल 231 पंचायतों में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. जिन पंचायतों को पहले ही टीबी मुक्त घोषित किया जा चुका है, वहां पुनः संक्रमण न हो इसके लिए कर्मचारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिये गये हैं.
दवा के साथ पौष्टिक आहार (Medicine & Nutrition)
दवा के साथ-साथ मरीजों को पौष्टिक आहार भी अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. इस पहल के कारण मरीजों की रिकवरी दर में उल्लेखनीय सुधार आया है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने झारखंड की इस पल की सराहना की है.
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