मेयर बालेन शाह का अंतरिम सरकार को समर्थन, सुशीला कार्की का नाम चर्चा में प्रमुख
Authored By: सतीश झा
Published On: Thursday, September 11, 2025
Last Updated On: Thursday, September 11, 2025
नेपाल की मौजूदा राजनीतिक उथल-पुथल के बीच काठमांडू महानगर पालिका के मेयर बालेन शाह (Balen Shah) ने अपने आधिकारिक बयान में देश के भविष्य को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि नेपाल इस समय अभूतपूर्व स्थिति से गुजर रहा है और देश को आगे बढ़ाने के लिए धैर्य, एकता और समझदारी की आवश्यकता है.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Thursday, September 11, 2025
Balen Shah Nepal Interim Government: बालेन शाह (Balen Shah) ने खासतौर पर जेन-ज़ी पीढ़ी और नेपाल की जनता से अपील करते हुए कहा कि आप अब एक सुनहरे भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. कृपया इस समय घबराएं नहीं; धैर्य रखें. अब देश को एक अंतरिम सरकार मिलने वाली है, जो नए चुनाव कराएगी और देश को एक नया जनादेश देगी.
उन्होंने जनता द्वारा सुझाए गए पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की (Sushila Karki) के नाम का समर्थन करते हुए कहा कि वे इस अंतरिम/चुनावी सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए उपयुक्त हैं. शाह ने इस प्रस्ताव को जनता की परिपक्वता और जिम्मेदारी का प्रतीक बताया.
मेयर बालेन शाह ने उन राजनीतिक नेताओं को भी संदेश दिया जो इस समय नेतृत्व संभालने की जल्दबाजी में हैं. उन्होंने कहा, “देश को आपके जुनून, आपकी सोच और आपकी ईमानदारी की स्थायी रूप से ज़रूरत है, अस्थायी रूप से नहीं. इसके लिए चुनाव होंगे, कृपया जल्दबाजी न करें.”
उन्होंने नेपाल के राष्ट्रपति से आग्रह किया कि जेन-ज़ी द्वारा लाई गई ऐतिहासिक क्रांति की रक्षा के लिए संसद को तुरंत भंग किया जाए और अंतरिम सरकार का गठन किया जाए. नेपाल में मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता और जनता के आक्रोश को देखते हुए बालेन शाह का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है. यह स्पष्ट संकेत है कि देश अब नए जनादेश और स्थिर शासन की दिशा में कदम बढ़ा सकता है.
कौन है न्यायधीश सुशीला कार्की
न्यायमूर्ति सुशीला कार्की नेपाल की सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice) रही हैं. सुशीला कार्की नेपाल की न्यायपालिका का महिला सशक्तिकरण का प्रतीक हैं और अपनी साफ-सुथरी छवि व न्यायप्रियता के कारण उन्हें जनता का विश्वास प्राप्त है.
प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:
- जन्म और शिक्षा: सुशीला कार्की का जन्म नेपाल के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र में हुआ था. उन्होंने राजनीतिक विज्ञान और कानून में पढ़ाई की.
- कानूनी करियर: शुरुआत में वकालत और अध्यापन से जुड़ी रहीं. बाद में न्यायपालिका में आईं और अपने स्पष्ट व निष्पक्ष फैसलों के लिए पहचानी गईं.
- सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश (2016-2017): वे 11 अप्रैल 2016 को नेपाल सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनीं.
- कार्यकाल: उनका कार्यकाल अपेक्षाकृत छोटा था (2016 से 2017 तक), लेकिन इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक फैसले दिए.
- खास पहचान: वे अपने ईमानदार और निर्भीक फैसलों के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने कई बार शक्तिशाली नेताओं और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में भी कड़े निर्णय दिए.
- सेवानिवृत्ति के बाद: वे सामाजिक और शैक्षिक गतिविधियों से जुड़ी रहीं. हाल ही में नेपाल की मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता के बीच उनका नाम अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए सुझाया गया है, क्योंकि उन्हें निष्पक्ष और सशक्त व्यक्तित्व के रूप में देखा जाता है.
प्रमुख फैसले और कार्य
भ्रष्टाचार के मामलों में सख्ती : मुख्य न्यायाधीश रहते हुए उन्होंने कई उच्चस्तरीय भ्रष्टाचार मामलों में सरकार और बड़े राजनेताओं के खिलाफ कड़े रुख अपनाए. उनके नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट ने कई ऐसे आदेश दिए, जिससे सरकारी अधिकारियों की जवाबदेही तय हुई.
संविधान कार्यान्वयन से जुड़े फैसले : नेपाल के 2015 के संविधान के बाद का दौर राजनीतिक रूप से अस्थिर था. इस दौरान उन्होंने कई फैसलों में संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा को प्राथमिकता दी.
मानवाधिकार और न्याय तक पहुंच : उन्होंने न्यायपालिका को आम नागरिकों के लिए अधिक सुलभ बनाने पर जोर दिया. जेल सुधार, महिला अधिकार और कमजोर वर्गों के अधिकारों से जुड़े मामलों में उन्होंने संवेदनशीलता दिखाई.
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