Arattai मैसेजिंग ऐप, क्या यह WhatsApp का भारतीय विकल्प बन सकता है?
Authored By: संतोष आनंद
Published On: Saturday, September 27, 2025
Updated On: Saturday, September 27, 2025
Zoho के भरोसेमंद नाम के चलते Arattai धीरे-धीरे अपनी पहचान बना रहा है। यदि आने वाले समय में यह ऐप मैसेजिंग के लिए भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन और और अधिक फीचर्स जोड़ लेता है, तो यह करोड़ों भारतीयों के लिए WhatsApp का एक मज़बूत विकल्प बन सकता है।
Authored By: संतोष आनंद
Updated On: Saturday, September 27, 2025
भारत को एक नया मैसेजिंग ऐप मिल रहा है और इसे सरकार का भी समर्थन मिल रहा है। हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नागरिकों को Arattai आजमाने की सलाह दी। यह ऐप चेन्नई स्थित Zoho Corporation द्वारा डेवलप किया गया है और इसे WhatsApp के भारतीय विकल्प के रूप में पेश किया जा रहा है। मंत्री ने इसे फ्री, आसान, सुरक्षित और स्वदेशी बताते हुए लोगों से लोकल डिजिटल टूल्स अपनाने की अपील की।
Arattai क्या है?
Arattai नाम का अर्थ तमिल में कैज़ुअल चैट यानी सामान्य बातचीत होता है। इस ऐप का मकसद रोजमर्रा की बातचीत को आसान और मजेदार बनाना है। इसमें यूजर्स टेक्स्ट मैसेज, इमेज, वीडियो, डॉक्यूमेंट भेज सकते हैं, साथ ही वॉयस और वीडियो कॉल्स भी कर सकते हैं। इसके अलावा, स्टोरीज और चैनल्स का विकल्प भी दिया गया है, जिससे यह पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों तरह के उपयोग के लिए सुविधाजनक बनता है।
Arattai अभी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड कॉल्स सपोर्ट करता है यानी आपकी वॉयस और वीडियो कॉल्स सुरक्षित रहती हैं। Zoho का कहना है कि यह ऐप कंपनी की उस रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत वे भारतीयों को ग्लोबल टेक प्रोडक्ट्स का विकल्प देना चाहते हैं।
Zoho Corporation: कंपनी का बैकग्राउंड
Arattai बनाने वाली Zoho Corporation की स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बु और टोनी थॉमस ने की थी। कंपनी का मुख्यालय चेन्नई में है और यह आज 55 से ज्यादा बिजनेस एप्लिकेशंस उपलब्ध कराती है, जिनमें ईमेल, CRM, HR, अकाउंटिंग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल्स शामिल हैं। Zoho के 130 मिलियन से अधिक यूजर्स 150 देशों में फैले हुए हैं और इसके क्लाइंट्स में Amazon, Netflix, Deloitte, Puma, Toyota, Sony और L’Oréal जैसे दिग्गज शामिल हैं।
सरकार का समर्थन
केंद्रीय आईटी और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी Zoho को लेकर अपनी राय दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान प्रजेंटेशन Zoho Show पर बनाई गई थी, न कि Microsoft PowerPoint पर। यह सरकार की ओर से स्थानीय टेक्नोलॉजी को सपोर्ट देने का एक इशारा माना जा रहा है।
क्या Arattai WhatsApp को रिप्लेस कर पाएगा?
हालांकि Arattai की लोकप्रियता बढ़ रही है, लेकिन अभी यह WhatsApp को पूरी तरह चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। इसकी सबसे बड़ी कमी है कि मैसेजेस एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं हैं।
WhatsApp में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन सुनिश्चित करता है कि केवल भेजने वाला और पाने वाला ही मैसेज पढ़ सके। यहां तक कि सर्विस प्रोवाइडर भी डाटा तक नहीं पहुंच सकता है। Arattai अभी केवल कॉल्स के लिए यह सिक्योरिटी देता है, जबकि मैसेजिंग पर इसका अभाव है। यही कारण है कि गोपनीयता को लेकर जागरूक यूजर्स के लिए यह चिंता का विषय बन सकता है।
Zoho के भरोसेमंद नाम के चलते Arattai धीरे-धीरे अपनी पहचान बना रहा है। यदि आने वाले समय में यह ऐप मैसेजिंग के लिए भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन और और अधिक फीचर्स जोड़ लेता है, तो यह करोड़ों भारतीयों के लिए WhatsApp का एक मज़बूत विकल्प बन सकता है।
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