Assembly Election News
तेजस्वी का बड़ा ऐलान, ‘18 को लूंगा मुख्यमंत्री की शपथ’ एग्जिट पोल्स पर पलटवार
Authored By: Nishant Singh
Published On: Thursday, November 13, 2025
Last Updated On: Thursday, November 13, 2025
बिहार की सियासत में इस बार मुकाबला सिर्फ वोटों का नहीं, बल्कि भरोसे का है. तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल्स को सिरे से खारिज करते हुए दावा किया है कि इस बार 1995 से भी बड़ी जीत होगी और 18 नवंबर को वो सीएम पद की शपथ लेंगे. जनता के मन में बदलाव की लहर है या एग्जिट पोल्स की भविष्यवाणी सही निकलेगी - जानिए पूरी कहानी.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Thursday, November 13, 2025
Tejashwis Big Announcement: बिहार की राजनीति में एक बार फिर गर्मी चढ़ गई है. एग्जिट पोल्स ने जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की वापसी के संकेत दिए हैं, वहीं महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने सारे अनुमानों को खारिज करते हुए एक बड़ा दावा कर दिया है. पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए तेजस्वी ने कहा- “14 नवंबर को नतीजे आएंगे और 18 नवंबर को मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा.” तेजस्वी ने कहा कि इस बार बिहार की जनता ने जाति, धर्म और चेहरे नहीं, बल्कि बदलाव को वोट दिया है. उन्होंने दावा किया कि आरजेडी को 1995 से भी बड़ी जीत मिलने वाली है.
एग्जिट पोल्स को बताया ‘झूठा सर्वे’, कहा- सच्चाई जनता ने बता दी है
तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल्स पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये सर्वे सच्चाई का आईना नहीं हैं, बल्कि राजनीतिक प्रचार का हिस्सा हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर इन सर्वे का सैंपल साइज क्या है और यह किसके हित में तैयार किए गए हैं?
तेजस्वी ने कहा कि इस बार 72 लाख से अधिक वोट “वोट फॉर चेंज” के नाम पर पड़े हैं. उन्होंने कहा, “बिहार की जनता ने इस बार नीतीश कुमार को बचाने के लिए नहीं, बल्कि रोजगार, शिक्षा और बेहतर शासन के लिए वोट किया है.” उनका यह बयान युवाओं में जोश भरने वाला साबित हुआ है, क्योंकि पिछले कुछ सालों से बिहार में बेरोजगारी और पलायन प्रमुख मुद्दे रहे हैं.
महागठबंधन में उत्साह, तेजस्वी बोले- “हर तरफ से मिल रही है पॉजिटिव खबर”
तेजस्वी यादव ने अपने सभी उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक का हवाला देते हुए कहा कि इस बार हर बूथ से सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमारे उम्मीदवारों ने गांव-गांव जाकर जनता की नब्ज समझी है. हर ओर लोगों में बदलाव की लहर है.” उन्होंने दावा किया कि इस बार जनता ने “नया बिहार” बनाने का मन बना लिया है और महागठबंधन को ऐतिहासिक जीत मिलने जा रही है. तेजस्वी ने 1995 के आरजेडी के स्वर्णकाल का जिक्र करते हुए कहा कि “1995 में जो लहर थी, वो अब फिर लौट आई है – मगर इस बार उससे भी बड़ी.”
एनडीए ने भी किया दावा, बोले- “14 नवंबर को आएगी NDA सरकार”
दूसरी ओर, सत्ताधारी एनडीए भी पीछे नहीं है. जेडीयू के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट जारी की गई जिसमें लिखा गया- “14 नवंबर को आ रही है NDA सरकार.” इस पोस्ट के साथ पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से मतगणना के दिन सतर्क रहने की अपील की है. भाजपा और जेडीयू दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. राजनीतिक गलियारों में अब माहौल पूरी तरह से “कौन बनेगा मुख्यमंत्री” के सवाल पर केंद्रित हो गया है.
महावीर मंदिर पहुंचे नीतीश कुमार, आशीर्वाद लिया जीत का
जहां एक ओर तेजस्वी यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के महावीर मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे. इसे कई राजनीतिक विश्लेषक “आस्था और आत्मविश्वास का संकेत” मान रहे हैं.
नीतीश ने पूजा के बाद कहा कि उन्होंने हमेशा बिहार की सेवा की है और जनता पर उन्हें भरोसा है. गौरतलब है कि बिहार में दो चरणों में मतदान हुआ- पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर वोट पड़े और दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान हुआ. अब सबकी नजरें 14 नवंबर की मतगणना पर टिकी हैं.
जनता के बीच चर्चा – क्या दो दशक बाद बदलेगा बिहार का चेहरा?
बिहार की गलियों, चौपालों और चाय की दुकानों पर अब सिर्फ एक ही चर्चा है – क्या इस बार तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति में नया अध्याय लिख पाएंगे? 1995 में लालू यादव की ऐतिहासिक जीत ने बिहार को राजनीति की नई दिशा दी थी, और अब तेजस्वी उसी इतिहास को दोहराने का दावा कर रहे हैं. युवाओं में उम्मीद है कि अगर महागठबंधन सत्ता में आता है तो रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग जैसे मुद्दों पर बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.
नतीजों से पहले ‘साइलेंट वेव’ की चर्चा, जनता बोले- “इस बार मन बदल गया है”
राजनीतिक पंडितों के मुताबिक, बिहार में इस बार साइलेंट वोटिंग हुई है – यानी जनता ने खुलकर कुछ नहीं कहा लेकिन मतदान केंद्र पर जाकर अपने मन की बात वोट के जरिए बता दी. तेजस्वी यादव के “बदलाव” के नारे ने खासकर युवाओं और पहली बार वोट डालने वालों में असर छोड़ा है. अब सबकी निगाहें 14 नवंबर पर हैं – जब तय होगा कि एग्जिट पोल्स सही साबित होते हैं या तेजस्वी यादव का यह आत्मविश्वास.
14 नवंबर की गिनती तय करेगी 18 नवंबर की शपथ
तेजस्वी यादव का दावा भले ही साहसिक लगे, लेकिन उनके तेवरों से साफ है कि वो खुद को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे मान रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमने जनता से वादा किया था कि हम बिहार को नई दिशा देंगे, अब जनता ने उस दिशा की शुरुआत कर दी है.”
अब सवाल सिर्फ इतना है- क्या बिहार 1995 की तरह फिर एक ऐतिहासिक राजनीतिक मोड़ देखने जा रहा है?
यह भी पढ़ें :- एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में क्या है फर्क? जानिए कैसे होता है ये सर्वे का खेल

















