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Adani समूह के इस शेयर में होगी 40 फीसदी की उछाल! ब्रोकर क्यों हैं इतने बुलिश
Adani समूह के इस शेयर में होगी 40 फीसदी की उछाल! ब्रोकर क्यों हैं इतने बुलिश
Authored By: Suman
Published On: Thursday, March 13, 2025
Updated On: Thursday, March 13, 2025
अडानी समूह के शेयरों (Adani group share) की हालत पिछले कई साल से खराब है. अब ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी (Macquarie) ने ग्रुप के शेयर अडानी ग्रीन एनर्जी में 40% तक बढ़त का अनुमान जताया है.
Authored By: Suman
Updated On: Thursday, March 13, 2025
अडानी समूह के शेयरों (Adani group share) की हालत पिछले कई साल से खराब है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडानी समूह के शेयरों को जो तगड़ी चोट पहुंची है उससे वे अभी तक उबर नहीं पाए हैं, जबकि कई जगह से समूह को क्लीन चिट मिल चुकी है और अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग खुद कारोबार समेट चुका है. लेकिन अब कई ब्रोकरेज हाउस अडानी समूह के शेयरों में आगे शानदार तेजी की उम्मीद कर रहे हैं. ऐसे ही एक ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी (Macquarie) ने अडानी समूह के शेयर अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy Ltd) में 40 फीसदी तक बढ़त का अनुमान जताया है.
ब्रोकरेज हाउस ने अडानी ग्रीन एनर्जी के लिए आउटपरफॉर्म की रेटिंग देते हुए इसके लिए टारगेट प्राइस 1200 रुपये कर दिया है. आउटपरफॉर्म का मतलब यह है कि कंपनी का शेयर बेहतर प्रदर्शन करेगा. 1200 रुपये के टारगेट का मतलब है कि आगे चलकर यह शेयर 1200 रुपये की ऊंचाई तक जा सकता है. बुधवार को यह शेयर 853.40 रुपये पर बंद हुआ था. इसका मतलब यह है कि इस शेयर में ब्रोकरेज हाउस को 40 फीसदी तक बढ़त होने की उम्मीद है. इस खबर के आते ही गुरुवार को अडानी समूह के शेयर करीब 3 फीसदी उछलकर 878 रुपये तक पहुंच गया.
शेयर की हालत खराब
अप्रैल 2022 के अपने अब तक के सर्वोच्च स्तर 2882 से अडानी ग्रीन एनर्जी शेयर करीब 70 फीसदी टूट चुका है. पिछले एक साल में ही यह शेयर करीब 54 फीसदी टूट चुका है. यही नहीं 27 सितंबर 2024 के अपने पीक लेवल से यह शेयर करीब 60 फीसदी टूट चुका है. इस साल जनवरी से अब तक यह शेयर करीब 19 फीसदी टूट चुका है. अडानी समूह के बाकी शेयरों की हालत भी खराब है.
क्या कहा ब्रोकरेज हाउस ने
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ब्रोकरेज आउस मैक्वेरी इस शेयर को लेकर अब इतना बुलिश क्यों है. मैक्वेरी ने कहा कि है कि अडानी ग्रीन एनर्जी वित्त वर्ष 2030 तक अपनी क्षमता बढ़ाकर 50 मेगावॉट तक करने का लक्ष्य रखा है. अभी उसकी क्षमता करीब 12 मेगावॉट है.
ब्रोकरेज हाउस को (CAGR) उम्मीद है कि अगले पांच वर्ष में कंपनी के EBITDA यानी ब्याज, टैक्स, डिप्रिसिएशन और अमॉर्टिजेशन के पहले की कमाई सालाना 25 फीसदी के कम्पाउंड रेट से बढ़ सकती है. कंपनी के पास मजबूत नकदी प्रवाह है जिसकी वजह से उसके लिए भारी पूंजीगत व्यय आसान होगा. यही नहीं अगले वर्षों में कंपनी के कर्ज में भी कमी आएगी.
पिछले दो साल में लगातार दो रिपोर्ट से अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के शेयरों को भारी झटका दिया था. हिंडनबर्ग ने अडानी समूह में वित्तीय हेराफेरी और शेयरों की कीमतों में मैनिपुलेशन का आरोप लगाया था. इस झटके से अडानी समूह के शेयर अभी तक उबर नहीं पाए हैं. अडानी समूह को वैल्युएशन में अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार और निवेश संबंधी खबरें सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी जाती हैं. इसे निवेश सलाह नहीं मानना चाहिए. किसी भी तरह के निवेश से पहले सेबी रजिस्टर्ड किसी सलाहकार की राय जरूर लें.)