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‘स्पार्कल’ से एडटेक में लौटे आकाश चौधरी, नितिन कामथ एवं दीपिंद्र गोयल का मिला साथ
‘स्पार्कल’ से एडटेक में लौटे आकाश चौधरी, नितिन कामथ एवं दीपिंद्र गोयल का मिला साथ
Authored By: अंशु सिंह
Published On: Tuesday, December 24, 2024
Updated On: Wednesday, January 15, 2025
आकाश एजुकेशनल सर्विसेज (एईएसएल) को वर्ष 2021 में बायजू ने करीब 1 बिलियन डॉलर में खरीद लिया था। अब उसी एईएसएल के पूर्व सीईओ आकाश चौधरी ने दोबारा से एडटेक सेक्टर में वापसी की है। उनके नए ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ‘स्पार्कल’ (Sparkl) में जीरोधा के संस्थापक नितिन कामथ एवं जोमैटो के दीपिंदर गोयल ने करीब 4 बिलियन डॉलर (34 करोड़ रुपये) का निवेश किया है।
Authored By: अंशु सिंह
Updated On: Wednesday, January 15, 2025
आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) की शुरुआत दिल्ली में एक छोटे से कोचिंग सेंटर के रूप में वर्ष 1989 में हुई थी। मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए छात्र यहां आते थे। इसके अलावा, आकाश इंस्टीट्यूट हाई स्कूल के छात्रों को फाउंडेशन कोर्स की तैयारी के लिए ग्रेड 11 और 12 में टेस्ट तैयारी की सेवाएं प्रदान करता था। वर्ष 2021 में बायजू (BYJU) ने टेस्ट प्रिपरेशन प्लेटफॉर्म आकाश को लगभग 950 मिलियन डॉलर में अधिग्रहित कर लिया। ऐसे में दोबारा से इस सेगमेंट में आकाश चौधरी की वापसी चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि कोविड के बाद के दौर में ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म्स की राह आसान नहीं रह गई है। हालांकि, आकाश चौधरी (Akash Chaudhry) का मानना है कि ऑनलाइन मॉडल प्रतिभाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करता है और लागत कम रखने में मदद करता है। ऑफ़लाइन कोचिंग की तुलना में यह अधिक किफ़ायती है। इतना ही नहीं, भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और यूके के शिक्षक भी बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा पा रहे हैं।
कंपनी में करीब 34 करोड़ रुपये की हुई सीड फंडिंग
बायजू की परेशानियों के मद्देनजर पिछले साल से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि चौधरी कंपनी के सीईओ के रूप में वापसी कर सकते हैं। हालांकि, चौधरी एडटेक फर्म में 11% शेयरहोल्डिंग के अलावा किसी भी क्षमता में आकाश में शामिल नहीं थे। इस बीच, चौधरी ने आकाश की सहायक कंपनी मेरिटनेशन डॉट कॉम के सह-संस्थापक पवन चौहान एवं रितेश हेमराजानी के साथ मिलकर ‘स्पार्कल’ की शुरुआत करने का निर्णय लिया। यह विश्वव्यापी बैकलॉरिएट (आईबी) और कैंब्रिज पाठ्यक्रम के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यताप्राप्त, प्रशिक्षित शिक्षकों, एआई-संचालित ऑनलाइन वन-ऑन-वन ट्यूटिंग प्लेटफ़ॉर्म है, जो ग्रेड 6 से 12 के स्टूडेंट्स पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। चौधरी के अनुसार, निवेशकों से प्राप्त करीब 34 करोड़ रुपये के सीड फंड को तीन प्रमुख क्षेत्रों में आवंटित किया जाएगा। पहला होगा, शिक्षण और गैर-शिक्षण दोनों क्षेत्रों में शीर्ष प्रतिभाओं की नियुक्ति। दूसरा काम होगा प्रौद्योगिकी में निवेश करना, विशेष रूप से एआई और तीसरा मार्केटिंग पर खर्च किया जाएगा।
दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य शहरों में शुरू हुए दाखिले
आकाश चौधरी की मानें, तो ‘स्पार्कल’ का लक्ष्य छात्रों को व्यक्तिगत, आमने-सामने की शिक्षा के साथ सशक्त बनाना है, जो उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुकूल हो। दिल्ली, एनसीआर, बेंगलुरु, पुणे एवं हैदराबाद में छात्र स्पार्कल की कक्षाओं में दाखिला ले चुके हैं। वैसे, चौधरी भारत के बाहर सिंगापुर तक अपनी पहुंच बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। एडटेक सेक्टर में निवेशकों का विश्वास फिर से बढ़ रहा है। एडटेक स्टार्टअप भांजू ने भी अमेरिका में अपना विस्तार किया है। इसके लिए वेंचर कैपिटल फर्म एपिक कैपिटल की अगुवाई में सीरीज बी फंड रेजिंग राउंड में करीब 16.5 मिलियन डॉलर जुटाए गए हैं।