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तेजस्वी का बहिष्कार ऐलान, बीजेपी बोली- डर का ड्रामा, एसआईआर पर संग्राम
Authored By: Nishant Singh
Published On: Thursday, July 24, 2025
Last Updated On: Thursday, July 24, 2025
तेजस्वी यादव द्वारा बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के विरोध में चुनाव बहिष्कार का संकेत देने से सियासी तूफान खड़ा हो गया है. बीजेपी ने पलटवार करते हुए इसे हार के डर का ड्रामा बताया है. सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने कहा कि तेजस्वी हार की आशंका से चुनाव से भागना चाहते हैं. वहीं दामोदरदास अग्रवाल ने सवाल उठाया कि क्या तेजस्वी फर्जी वोटिंग के समर्थन में हैं? एसआईआर को लेकर अब बिहार की राजनीति में जबरदस्त आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो चुका है, जो चुनावी माहौल को और गरमाने वाला है.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Thursday, July 24, 2025
Tejashwi Yadav BJP Clash: बिहार की सियासत एक बार फिर उबाल पर है, और इस बार चिंगारी फूटी है तेजस्वी यादव के उस बयान से जिसमें उन्होंने आगामी चुनावों के बहिष्कार की संभावना जता दी. लेकिन बीजेपी ने पलटवार करते हुए इसे डर का नाटक करार दिया है. शशांक मणि त्रिपाठी ने सीधा हमला बोला – “तेजस्वी हार से बौखलाए हुए हैं, एसआईआर नहीं, कुर्सी छिनने का डर सता रहा है.” एसआईआर यानी मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण. इस तकनीकी मुद्दे पर अब जुबानी जंग ने पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले लिया है. चुनावी बहिष्कार की धमकी से लेकर ‘रोहिंग्या वोट’ तक, बिहार की राजनीति में अब घमासान तय है!
चुनावी रण में बहिष्कार का संकेत
बिहार एसआईआर मुद्दे को लेकर तेजस्वी यादव के बयान पर राजनीति तेज है. मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में तेजस्वी यादव ने आगामी चुनावों का बहिष्कार करने का संकेत दिया. हालांकि, भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि तेजस्वी यादव हार के डर से ऐसी बातें कर रहे हैं.
बीजेपी का तीखा वार: “डर से कर रहे हैं ड्रामा”
तेजस्वी यादव पर भाजपा सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने कहा, “तेजस्वी यादव डरे हुए हैं. वे चुनाव बहिष्कार की बात इसलिए नहीं कर रहे हैं कि उन्हें एसआईआर से दिक्कत है, बल्कि वे चुनाव हार रहे हैं. इसके कारण उन्होंने नाटक करना शुरू किया है.” समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में शशांक मणि त्रिपाठी ने आगे कहा, “बिहार में जनता की आवाज भाजपा की तरफ है. इससे तेजस्वी यादव डर गए हैं. “भाजपा के सांसद दामोदरदास अग्रवाल ने भी तेजस्वी यादव को जवाब दिया है. एसआईआर प्रक्रिया पर उन्होंने कहा कि मृतकों के नाम हटाना, दोहरे नाम को एक जगह करना और अवैध रूप से रहने वाले लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाना, यही तीन मुद्दे हैं.
बीजेपी का बड़ा सवाल: क्या फर्जी वोटिंग की तैयारी?
दामोदरदास अग्रवाल ने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या बांग्लादेशियों, रोहिंग्या और अवैध रूप से रहने वाले लोगों को मतदान का अधिकार मिलना चाहिए? क्या दो अलग-अलग जगह नाम वाले मतदाताओं को इसकी छूट मिलनी चाहिए? क्या 18 लाख मृत लोगों के नाम भी मतदाता सूची में रहने चाहिए, ताकि उनकी जगह यह लोग फर्जी वोट डाल सकें?”
तेजस्वी की मंशा पर संदेह: असहमति या एजेंडा?
तेजस्वी यादव पर सवाल दागते हुए उन्होंने कहा, “वह कौन सा मुद्दा है, जिस पर तेजस्वी यादव की असहमति है? क्या वे रोहिंग्या या फर्जी मतदाताओं के माध्यम से चुनाव को कैप्चर करना चाहते हैं?”
इससे पहले, तेजस्वी यादव ने बिहार में एसआईआर प्रक्रिया पर हंगामे के बीच ‘चुनाव बहिष्कार’ की बात की. यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्ष आपसी सहमति से चुनावों का बहिष्कार करने पर विचार कर सकता है, तेजस्वी यादव ने कहा, “इस पर भी चर्चा हो सकती है. हम देखेंगे कि जनता क्या चाहती है और सबकी क्या राय है.”
(आईएएनएस इनपुट के साथ)