Lifestyle News
Measles Outbreak in India: अमेरिका में बढ़ रहे हैं खसरा के मामले, भारत में क्या है स्थिति
Measles Outbreak in India: अमेरिका में बढ़ रहे हैं खसरा के मामले, भारत में क्या है स्थिति
Authored By: स्मिता
Published On: Thursday, June 5, 2025
Last Updated On: Thursday, June 5, 2025
अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन यूनिवर्सिटी के हाल के अध्ययन के अनुसार, कोविड वैक्सीन नहीं लेने के कारण अमेरिका के कई शहरों में मीजल्स से प्रभावितों की संख्या बढ़ रही है. इस पर भारत में क्या है स्थिति?
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Thursday, June 5, 2025
Measles Outbreak in India: अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन यूनिवर्सिटी के हाल के अध्ययन से पता चलता है कि कोविड-19 (Covid -19) के बाद कई अमेरिकी शहरों में बच्चों में खसरा यानी मीजल्स (Measles) के टीकाकरण की दरों में चिंताजनक गिरावट आई है. इससे टेक्सास, कंसास, कोलोराडो और नॉर्थ डकोटा जैसे राज्यों में इसका प्रकोप बढ़ गया है. भारत में अभी तक खसरे के मामलों में वृद्धि नहीं देखी जा रही है. हालांकि पिछले साल यहां बच्चे बड़ी संख्या में मीजल्स यानी खसरा से प्रभावित हुए थे.
अमेरिका में बढ़ रहे हैं खसरा के मामले (Measles in America)
जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन यूनिवर्सिटी के अनुसार, अमेरिका का टेक्सास वर्तमान में सबसे अधिक मीजल्स प्रभावित राज्यों में से एक है. यहां जनवरी से अब तक 742 मामले सामने आ चुके हैं. 2025 में पूरे अमेरिका में खसरे के मामले बढ़ रहे हैं. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के एक नए अध्ययन में इसका स्पष्ट कारण बताया है: कोविड-19 महामारी के बाद से बच्चों में खसरे के टीकाकरण की दरों में काफ़ी गिरावट आई है. खासकर उन शहरों में जो अब सक्रिय प्रकोपों का सामना कर रही हैं.
भारत में क्या है स्थिति (Measles Status in India)
भारत में खसरा के न्यून मामले देखे जा रहे हैं. “जनवरी-मार्च 2025 के दौरान देश के 332 जिलों में खसरे का कोई मामला सामने नहीं आया और 487 जिलों में रूबेला का कोई मामला सामने नहीं आया. पिछले कुछ सालों में भारत में वैश्विक खसरे के प्रकोप की संख्या सबसे अधिक थी. दिसंबर 2022 तक विश्व स्वास्थ्य संगठन को खसरे के कुल 32,069 संदिग्ध और पुष्ट मामले रिपोर्ट किए गए थे. भारत 2026 तक मीजल्स और रूबेला उन्मूलन का लक्ष्य रखता है.
कैसे होता है खसरा (Causes of Measles)
खसरा वायरस के कारण होता है, विशेष रूप से खसरा वायरस. यह वायरस पैरामाइक्सोविरिडे परिवार के भीतर मोरबिलिवायरस जीनस से संबंधित है.
खसरा एक अत्यधिक संक्रामक श्वसन रोग (Respiratory Disease) है. खसरा वायरस हवा के माध्यम से फैलता है: जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता है, छींकता है या सांस लेता है. खसरा एक वायरल संक्रमण है.इसका अर्थ है कि एंटीबायोटिक्स इसके इलाज के लिए प्रभावी नहीं हैं. टीकाकरण खसरे के संक्रमण को रोक सकता है.
खसरे का उपचार (Measles Treatment)
किसी विशिष्ट इलाज के बजाय लक्षणों के प्रबंधन और जटिलताओं को रोकने पर इसका इलाज केंद्रित है, क्योंकि इसके लिए कोई एंटीवायरल दवा नहीं है. मरीज को ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक के साथ बुखार को नियंत्रित करना, निर्जलीकरण को रोकने के लिए तरल पदार्थ देना और आराम करने दिया जाता है. कुछ मामलों में गंभीर जटिलताओं के जोखिम को कम करने के लिए विटामिन ए दिया जाता है. इसके अतिरिक्त, खसरे के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को एमएमआर वैक्सीन या इम्यून ग्लोब्युलिन के साथ पोस्ट-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस मिल सकता है.
यह भी पढ़ें :- High Uric Acid Level : यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर किन खाद्य पदार्थों से रहें दूर