Salmonella Alert: अमेरिका से आए दूषित खीरे भारत में फैला रहे हैं Food Poisoning

Salmonella Alert: अमेरिका से आए दूषित खीरे भारत में फैला रहे हैं Food Poisoning

Authored By: स्मिता

Published On: Monday, June 2, 2025

Last Updated On: Monday, June 2, 2025

Salmonella Alert: दूषित खीरे, बैक्टीरिया और रक्त सैंपल की इमेज जो भारत में फूड पॉइजनिंग के खतरे को दिखा रही है.
Salmonella Alert: दूषित खीरे, बैक्टीरिया और रक्त सैंपल की इमेज जो भारत में फूड पॉइजनिंग के खतरे को दिखा रही है.

Food Poisoning : पिछले दिनों भारत में फ़ूड पॉइजनिंग के एक प्रमुख कारक साल्मोनेला बैक्टीरियम का आउटब्रेक हुआ था. बेडनर ग्रोवर्स कंपनी के खीरे से जुड़े साल्मोनेला प्रकोप ने भारत में 45 से भी अधिक लोगों को बीमार कर दिया. जानते हैं साल्मोनेला के कारण होने वाले फ़ूड पॉइजनिंग के लक्षण और इलाज.

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Monday, June 2, 2025

Salmonella Alert: यू.एस. खाद्य एवं औषधि प्रशासन और रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के हालिया अपडेट के अनुसार, फ्लोरिडा स्थित बेडनर ग्रोवर्स कंपनी द्वारा खीरे (Cucumber) की एक प्रजाति उगाई गई, जो दूषित था. इसके बावजूद टारगेट, वालमार्ट जैसे प्रमुख खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से दूषित खीरों को बेचा गया. ये खीरा रेस्तरां, अस्पतालों और यहां तक कि क्रूज जहाजों में भी वितरित किए गए थे. दूषित खीरे पर पनपने वाले बैक्टीरिया साल्मोनेला के प्रकोप ने भारत में कम से कम 45 लोगों को बीमार कर दिया. प्रभावित लोगों में से 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. जानते हैं कैसे साल्मोनेला फ़ूड पॉइजनिंग (Food Poisoning ) का जिम्मेदार बनता है.

कहां पाया जाता है साल्मोनेला बैक्टीरिया (salmonella Bacteria)

साल्मोनेला बैक्टीरिया (salmonella Bacteria) मुख्य रूप से आंत में पाया जाता है. इसमें मौजूद विशेष रूप से एक सीरोटाइप भोजन विषाक्तता (Food Poisoning) का कारण बनता है. यह स्वैब में पाया जाता है.

भारत में साल्मोनेला संक्रमण (salmonella Infection in India)

भारत में साल्मोनेला संक्रमण (Salmonella infections) काफी आम है. गैर-टाइफोइडल साल्मोनेला (non-typhoidal Salmonella -NTS) और साल्मोनेला टाइफी (Salmonella Typhi) के कारण होने वाला टाइफाइड बुखार (Typhoid fever) दोनों यहां होता है. यहां एनटीएस संक्रमण एक बढ़ती हुई चिंता है, जो गंभीर स्वास्थ्य जोखिम (Health Risk) पैदा करता है.

साल्मोनेला के लक्षण (Salmonela Symptoms)

Journal of Bacteriology and Infectious Diseases के अनुसार, साल्मोनेला के लक्षणों (Salmonela Symptoms) पर नज़र रखनी चाहिए. साल्मोनेला के कारण हुए संक्रमण से बुखार, दस्त, पेट में ऐंठन और निर्जलीकरण (Dehydration) जैसी समस्या लक्षण के रूप में सामने आ सकती है. स्वास्थ्य जांचकर्ताओं ने मुख्य रूप से साल्मोनेला मोंटेवीडियो के रूप में प्रकोप के प्रकार की पहचान की है.

ब्लडस्ट्रीम में बैक्टीरिया ( Salmonella in Bloodstream)

आपका हेल्थकेयर प्रोवाइडर बैक्टीरिया को मारने के लिए एंटीबायोटिक्स लिख सकता है. ये आमतौर पर तब दिए जाते हैं जब आपके डॉक्टर को संदेह होता है कि साल्मोनेला बैक्टीरिया रक्तप्रवाह में प्रवेश कर गया है. आपका संक्रमण गंभीर है या आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर है.

प्राकृतिक रूप से साल्मोनेला को कैसे खत्म करें (How to treat Salmonella Naturally)

अमेरिकन सोसायटी फॉर माइक्रोबायोलॉजी की पत्रिका माइक्रोबायोलॉजी स्पेक्ट्रम में प्रकाशित शोध के अनुसार, टमाटर का रस साल्मोनेला टाइफी और अन्य बैक्टीरिया को मार सकता है. साल्मोनेला लोगों के पाचन और यूरीन पाथवे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

साल्मोनेला का उपचार (Salmonella Treatment)

Journal of Bacteriology and Infectious Diseases के अनुसार, आमतौर पर गंभीर मामलों में साल्मोनेला संक्रमण (Salmonella Infection) के लिए एंटीबायोटिक से उपचार (Antibiotic Treatment) किया जाता है. अधिकांश मामलों में हल्के साल्मोनेला संक्रमण एंटीबायोटिक दवाओं के बिना ठीक हो जाते हैं. यदि एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत पड़ती है, तो आम विकल्पों में सिप्रोफ्लोक्सासिन, एज़िथ्रोमाइसिन और सेफ्ट्रिएक्सोन जैसे फ्लोरोक्विनोलोन शामिल हैं.

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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