कांग्रेस को फिर पड़ा भारी राहुल गांधी का बयान, अंदर ही उठने लगी आवाज़ें

कांग्रेस को फिर पड़ा भारी राहुल गांधी का बयान, अंदर ही उठने लगी आवाज़ें

Authored By: सतीश झा

Published On: Saturday, May 24, 2025

Updated On: Saturday, May 24, 2025

Congress Crisis After Rahul Gandhi Statement: भारतीय संसद भवन के बाहर गंभीर मुद्रा में खड़े राहुल गांधी की तस्वीर, जिनके हालिया बयान से कांग्रेस में आंतरिक विवाद और राजनीतिक बहस शुरू हो गई है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयानों को लेकर एक बार फिर पार्टी के भीतर असहजता की स्थिति देखने को मिल रही है. ऑपरेशन सिंदर (Operation Sindoor) को लेकर दिए बयानों से दूसरे दलों के नेता भी सांसद राहुल गांधी के बयान से इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं. कांग्रेस के लिए यह मुसीबत है कि राहुल गांधी को लेकर इस बार क्या स्टैंड ले ? ऑपरेशन सिंदूर देशभक्ति और सेना से जुड़ा मसला है.

Authored By: सतीश झा

Updated On: Saturday, May 24, 2025

Congress Crisis After Rahul Gandhi Statement: हालांकि, यह कोई पहली बार नहीं है जब कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान ने पार्टी नेतृत्व को मुश्किल में डाला हो. इससे पहले भी कई बार उनके वक्तव्यों ने कांग्रेस के रुख से टकराव पैदा किया है. हाल ही में राहुल गांधी द्वारा दिए गए कुछ विवादास्पद बयानों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सार्वजनिक और निजी तौर पर चिंता जता चुके हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कई नेता अब यह मानने लगे हैं कि राहुल गांधी की बयानबाजी रणनीतिक रूप से पार्टी के हित में नहीं होती और इससे दूसरे दलों को हमला करने का मौका मिल जाता है.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से कांग्रेस हैरान और परेशान : यूपी सरकार के मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी (Danish Azad Ansari) ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद जिस तरह से हमारी सेना ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी, उससे कांग्रेस हैरान और परेशान है.”
दानिश आज़ाद ने राहुल गांधी के बयान को “दुर्भाग्यपूर्ण और सेना के मनोबल को गिराने वाला” करार दिया. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या ऑपरेशन सिंदूर की सफलता कांग्रेस पार्टी के लिए चिंता का कारण है?” उन्होंने आगे कहा कि जब देश की सेना हर मोर्चे पर ताकत से खड़ी है और दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ रही है, ऐसे समय में कांग्रेस पार्टी के नेताओं के इस प्रकार के बयान न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हैं, बल्कि विरोध के नाम पर देशहित को भी नुकसान पहुंचाते हैं. मंत्री ने कांग्रेस से इस बयान पर माफी मांगने की मांग की और कहा कि विपक्ष को राजनीति के साथ-साथ राष्ट्रहित का भी ध्यान रखना चाहिए.

संकट के समय अनावश्यक बयान से बचें

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के हालिया बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है. इस बीच जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेता के.सी. त्यागी (K C Tyagi) ने संयम और जिम्मेदारी की सलाह दी है. के.सी. त्यागी ने कहा, “ऐसे संकट के समय में किसी को भी इस तरह के आपत्तिजनक और अनावश्यक बयान देने से बचना चाहिए.” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब देश एकजुटता और संयम की अपेक्षा करता है, तब राजनीतिक बयानबाजी से बचना सभी दलों और नेताओं की जिम्मेदारी है. त्यागी ने यह भी कहा कि विपक्ष की भूमिका आलोचना की जरूर है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और संवेदनशील मुद्दों पर संतुलन और विवेक आवश्यक है.

राहुल गांधी पर ओपी राजभर का हमला — विदेश जाकर भारत की करते हैं निंदा

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के पुंछ दौरे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. राजभर ने कहा, “पीड़ित परिवारों से मिलना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन देश को कटघरे में खड़ा करना बिल्कुल भी सही नहीं है.” उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले बयान देते हैं, उन्होंने आगे कहा, “ये जिस देश में रहते हैं, उसी देश की विदेश जाकर निंदा करते हैं। यह देशहित में नहीं है.” राजभर ने यह भी कहा कि भारत की सेना और सरकार पर सवाल उठाने की बजाय सभी को एकजुट होकर देश के साथ खड़ा होना चाहिए. यह बयान भाजपा और उसके सहयोगी दलों की उस लाइन से मेल खाता है जिसमें राहुल गांधी पर लगातार सेना और देश की छवि को लेकर सवाल उठाने के आरोप लगते रहे हैं.

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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