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CDS General Rawat Death: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर कैसे हुआ क्रैश, आई जांच रिपोर्ट
CDS General Rawat Death: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर कैसे हुआ क्रैश, आई जांच रिपोर्ट
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Published On: Saturday, December 21, 2024
Updated On: Saturday, December 21, 2024
संसद के रक्षा मामलों की स्थायी समिति ने 13 वीं रक्षा योजना अवधि के दौरान हुई भारतीय वायुसेना के विमान दुर्घटनाओं की जांच की है। इसमें जनरल बिपिन रावत की मौत वाली हेलीकॉप्टर दुर्घटना के पीछे का कारण ‘मानवीय भूल’ बताया गया है।
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Updated On: Saturday, December 21, 2024
हाइलाइट्स
- रक्षा संबंधी स्थायी समिति ने 13वीं रक्षा योजना के दौरान हुए 34 वायुसेना के दुर्घटनाओं की जांच कर तैयार की रिपोर्ट।
- 17 दिसंबर को समिति ने रिपोर्ट में सदन में रखा।
- समिति की रिपोर्ट में जनरल बिपिन रावत की मौत वाली Mi-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना का कारण ‘मानवीय भूल’ दर्ज किया गया है।
- जनरल रावत की मौत दिसंबर 2021 में तमिलनाडु के कन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी।
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) की 8 दिसंबर 2021 को मौत हुई थी। तमिलनाडु के कन्नूर के समीप वायुसेना का Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी सहित कई वायु सैनिक अधिकारियों की मौत हुई थी। इस दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच हुई।
संसद के रक्षा संबंधी स्थायी समिति ने भी एक जांच रिपोर्ट 17 दिसंबर को संसद के पटल पर रखा है। समिति की इस रिपोर्ट में Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना का कारण ‘मानवीय भूल’ बताया गया है।
जनरल रावत की कैसे हुई मौत
इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 12 सशस्त्र बल के कर्मियों की मौत हो गई थी। जनरल रावत एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए हेलीकॉप्टर से जा रहे थे। तभी कन्नूर के पास अचानक मौसम खराब होने के बाद उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
दुर्घटना के दौरान जनरल रावत का हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित सुलूर एयरफोर्स बेस से वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज कॉलेज जा रहा था। हेलीकॉप्टर लैंड करने से कुछ ही मिनट पहले पहाड़ियों से टकरा गया था।
संसद में पेश हुई रिपोर्ट
संसद के इसी शीतकालीन सत्र में 17 दिसंबर को रक्षा मामलों की स्थायी समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट सदन में पेश किया। इस जांच रिपोर्ट में जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर की दुर्घटना के साथ 13 वीं रक्षा योजना अवधि के दौरान हुई भारतीय वायुसेना के विमान दुर्घटनाओं के कारणों का जिक्र है।
दुर्घटनाओं की कुल संख्या 34
13 वीं रक्षा योजना अवधि के दौरान वायुसेना के विमान दुर्घटनाओं की कुल संख्या 34 है। यह अवधि वर्ष 2017 से 2022 के बीच का है। वर्ष 2018-19 में वायुसेना विमान दुर्घटनाओं की कुल संख्या 11 थीं। वहीं वर्ष 2021-22 में 9 भारतीय वायुसेना विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस वर्ष हुए 9 दुर्घटनाओं में जनरल रावत का हेलीकॉप्टर भी शामिल है।
क्या है समिति की रिपोर्ट में
रक्षा मामलों की स्थायी समिति की रिपोर्ट में सभी विमान दुर्घटनाओं के जिक्र के साथ-साथ उसके कारणों का भी उल्लेख किया गया है। जनरल रावत का हेलीकॉप्टर (Mi-17 V5) के दुर्घटना का कारण एयरफोर्स टीम की ‘HE(A)’ या ‘मानवीय भूल (एयर क्रू)’ बताया गया है। यानी समिति की रिपोर्ट में साफ-साफ है कि पायलट की गलती की वजह से यह दुर्घटना हुआ था। रिपोर्ट में सूचीबद्ध दुर्घटनाओं में जनरल रावत के हेलीकॉप्टर दुर्घटना 33 वें नंबर पर सूचीबद्ध है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक
रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने समिति को सूचित किया कि इस अवधि के दौरान इन दुर्घटनाओं की 34 जांच की गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि इस तरह की दुर्घटना न हो, इसके लिए इन जांच समितियों की सिफारिशें, कार्यप्रणाली, प्रशिक्षण, उपकरण, संचालन, विमान रखरखाव और प्रशासन की समग्र समीक्षा करती हैं।