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Nelore Cow Price: 35 करोड़ में बिकी दुनिया की सबसे महंगी गाय का क्या है भारत से कनेक्शन, Mercedes-Benz जितना है वजन
Nelore Cow Price: 35 करोड़ में बिकी दुनिया की सबसे महंगी गाय का क्या है भारत से कनेक्शन, Mercedes-Benz जितना है वजन
Authored By: JP Yadav
Published On: Tuesday, February 4, 2025
Updated On: Tuesday, February 4, 2025
Nelore Cow Price : ब्राजील की नेलोरे नस्ल की एक गाय 'वियाटिना-19' को पिछले दिनों 4.8 मिलियन डॉलर (करीब 35 करोड़ रुपये) में नीलाम किया गया. इसके बाद से यह चर्चा में है. इसका कनेक्शन भारत से है.
Authored By: JP Yadav
Updated On: Tuesday, February 4, 2025
Nelore Cow Price : भारतीयों में यह आम धारणा है कि विदेशी गाय की तुलना में देशी गाय का दूध अधिक पौष्टिक और लाभदायक होता है. इसका गोमूत्र कई रोगों के इलाज में कारगर होता है. गोमूत्र के अलावा देशी गाय के गोबर और दूध को लेकर भी अलग-अलग मत हैं. वैज्ञानिकों के दावों पर यकीन करें तो देशी गाय का दूध विदेशी गायों से अधिक पौष्टिक होता है. इस सबके बीच इन दिनों एक विदेशी गाय अपनी खूबी के साथ कीमत को लेकर भी चर्चा है.
कई घंटों तक चली नीलामी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्राजील में एक नेलोरे गाय ‘वियाटिना-19’ की नीलामी की गई. बोली लगाने वाले आखिर तक डटे रहे. आखिरकार रिकॉर्ड 35 करोड़ रुपये (World Most expensive Nelore cow) में यह गाय नीलाम की गई. अब दावा किया जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे कीमती/महंगी गाय बन गई है. दरअसल, बोली लगने के बाद नेलोरे ब्रीड की गाय ‘वियाटिना-19’ को पिछले दिनों 4.8 मिलियन डॉलर यानी भारतीय रुपये की बात करें करीब 35 करोड़ रुपये में नीलाम किया गया.
वियाटिना-19 की खूबियां ?
ऐसा नहीं है कि 35 करोड़ रुपये की गाय सिर्फ शौक के लिए खरीदी गई है, बल्कि नेलोरे गाय वियाटिना-19 कई खूबियां भी हैं. शक्तिशाली शारीरिक संरचना और बेहतरीन प्रजनन क्षमता के अलावा, यह गाय अपने विशेष आनुवंशिक गुणों के कारण भी लाभदायक है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वियाटिना-19 गाय अपनी बेहतरीन बेहतरीन प्रजनन क्षमता के लिए जानी जाती है. इसका वजन 1,101 किलोग्राम है. यह करीब करीब एक मर्सिडीज बेंज कार के आसपास है. जाहिर है कि कि इसका वजन सामान्य गायों से कहीं अधिक भारी है. यही वजह है कि यह काफी मजबूत गाय है और बीमार भी कम ही होती है. जानकारों की मानें तो अपनी खूबियों के चलते वियाटिना-19 गाय की पशुपालन और दुग्ध उत्पादन उद्योग में खूब डिमांड है.
1800 में भारत से ले जाया गया था ब्राजील
आपको जानकर हैरत होगी कि नेलोरे गाय को ओंगोले नस्ल के रूप में पहचाना जाता था. इसका मूल भारत से है. बताया जाता है कि 1800 के दशक में इस नस्ल को भारत से ब्राज़ील ले जाया गया. भारत से ब्राजील पहुंचकर इस नेलोरे गाय में गर्मी सहने की क्षमता और बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ने लगी. इसके साथ ही यह जल्द ही पशुपालन क्षेत्र में बेहद चर्चित और लोकप्रिय हो गई. वर्तमान में वैश्विक बाजार में नेलोरे गाय की कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है. नेलोरे नस्ल की गायें ब्राज़ील के मांस उद्योग की रीढ़ मानी जाती हैं.
जानिये नेलोरे गाय की खूबियां
- ‘वियाटिना-19’ केवल अपनी कीमत के लिए जानी जाती है.
- अपनी संपूर्णता और आनुवंशिक श्रेष्ठता के लिए भी पूरी दुनिया में मशहूर है.
- इस गाय को साउथ अमेरिका” का खिताब भी मिल चुका है.
- ओंगोले गाय (Ongole Cow) को ही ब्राज़ील में नेलोरे कहा जाता है.
- इस गाय का भारत में संबंध आंध्र प्रदेश राज्य के प्रकाशम जिले से है.
- भारत में ओंगोले नस्ल की गायों की भारी मांग है.
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