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तेज प्रताप यादव का बड़ा ऐलान, ‘यूपी-बंगाल में चुनाव लड़ेगी मेरी पार्टी’, चुनावी हार के बाद भी नहीं टूटा हौसला
Authored By: Nishant Singh
Published On: Saturday, December 13, 2025
Last Updated On: Saturday, December 13, 2025
बिहार चुनाव में हार के बाद भी तेज प्रताप यादव ने राजनीति से दूरी नहीं बनाई, बल्कि बड़े सियासी ऐलान के साथ फिर सुर्खियों में आ गए हैं. जनशक्ति जनता दल के संरक्षक तेज प्रताप यादव ने साफ कहा है कि उनकी पार्टी अब सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगी. यूपी और बंगाल विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर उन्होंने संकेत दे दिया है कि उनकी राजनीति अब राष्ट्रीय पटल की ओर बढ़ रही है.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Saturday, December 13, 2025
Tej Pratap Yadav’s Big Announcement: बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद अक्सर नेता राजनीतिक तौर पर शांत हो जाते हैं, लेकिन तेज प्रताप यादव ने ठीक इसका उलटा रास्ता चुना है. जनशक्ति जनता दल के संरक्षक और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने साफ कर दिया है कि चुनावी हार ने उन्हें कमजोर नहीं, बल्कि और मजबूत बनाया है. उनका कहना है कि हार-जीत लोकतंत्र का हिस्सा है और इससे डरकर पीछे हटना उनकी राजनीति नहीं है. तेज प्रताप का दावा है कि चुनाव के बाद उनकी सक्रियता पहले से कहीं ज्यादा बढ़ी है और वह अब पूरी ऊर्जा के साथ संगठन को खड़ा करने में जुटे हैं.
बिहार से बाहर जाने की तैयारी में जनशक्ति जनता दल
एक इंटरव्यू के दौरान तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी की भविष्य की रणनीति को खुलकर सामने रखा. उन्होंने कहा कि जनशक्ति जनता दल अब सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहना चाहता. पार्टी पूरे देश में संगठन विस्तार की दिशा में काम कर रही है. लगातार सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है और बड़ी संख्या में युवा, सामाजिक कार्यकर्ता और आम लोग पार्टी से जुड़ रहे हैं. तेज प्रताप ने कहा कि उनकी राजनीति का केंद्र जनता है और यही वजह है कि लोग उनकी पार्टी की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
खुद मैदान में उतरकर बना रहे संगठन
तेज प्रताप यादव सिर्फ बयानबाजी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वह खुद मैदान में उतरकर संगठन को मजबूत कर रहे हैं. पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने न सिर्फ आम लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलवाई, बल्कि अपने प्रदेश अध्यक्ष को भी औपचारिक रूप से सदस्यता दिलाकर संदेश दिया कि पार्टी जमीनी स्तर पर काम कर रही है. उनका दावा है कि दूसरी पार्टियों से भी लोग जनशक्ति जनता दल में शामिल हो रहे हैं, जिससे संगठन की ताकत लगातार बढ़ रही है.
दिल्ली से राष्ट्रीय राजनीति की ओर कदम
पार्टी को राष्ट्रीय पहचान देने की दिशा में तेज प्रताप यादव ने दिल्ली में भी अहम कदम उठाया है. हाल ही में उन्होंने अपनी पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया है, जो पेशे से विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं. तेज प्रताप का कहना है कि यह फैसला सोच-समझकर लिया गया है ताकि पार्टी की बात मजबूती और तार्किक तरीके से देशभर में रखी जा सके. इसे जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार की रणनीति का बड़ा संकेत माना जा रहा है.
यूपी और बंगाल में चुनाव लड़ने का बड़ा ऐलान
इंटरव्यू के दौरान तेज प्रताप यादव ने सबसे बड़ा राजनीतिक ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी अब बिहार के बाहर भी चुनाव लड़ेगी. उन्होंने साफ कहा कि 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जनशक्ति जनता दल अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी पार्टी हिस्सा लेगी. तेज प्रताप का मानना है कि यूपी और बंगाल जैसे बड़े राज्यों में जनता को एक नए राजनीतिक विकल्प की जरूरत है और उनकी पार्टी इस खाली जगह को भरने की कोशिश करेगी.
विपक्ष की कमजोरी और जनता की लड़ाई
तेज प्रताप यादव ने बिहार की राजनीति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्य में विपक्ष की भूमिका कमजोर हो गई है. ऐसे में जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाने की जिम्मेदारी उनकी पार्टी निभाएगी. उन्होंने जल्द ही पूरे बिहार में यात्रा निकालने की बात कही, ताकि गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुनी जा सकें. तेज प्रताप का कहना है कि राजनीति सिर्फ विधानसभा तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि सड़क से सदन तक जनता की आवाज पहुंचनी चाहिए.
भाई तेजस्वी यादव पर हल्का तंज
इंटरव्यू में तेज प्रताप यादव ने बिना नाम लिए अपने भाई तेजस्वी यादव पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग चुनाव हारने के बाद शांत हो गए हैं, जबकि वह लगातार सक्रिय हैं और संगठन को खड़ा करने में लगे हैं. उनका इशारा साफ था कि राजनीति में सक्रियता ही असली पहचान बनाती है, न कि सिर्फ पद और सत्ता.
बुलडोजर कार्रवाई पर सरकार से सवाल
तेज प्रताप यादव ने बुलडोजर कार्रवाई को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार बुलडोजर चलाती है तो उसके साथ मानवीय व्यवस्था भी होनी चाहिए. ठंड के मौसम में गरीबों के घर तोड़ देना अमानवीय है. उन्होंने मांग की कि सरकार को पहले यह तय करना चाहिए कि बेघर हुए लोगों को कहां और कैसे रखा जाएगा.
“जनता के बीच हैं, गायब नहीं”
कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी और सदस्यता लेने वालों की भीड़ को दिखाते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह एक्टिव है. उन्होंने दावा किया कि जब अन्य पार्टियों के नेता नजर नहीं आते, तब जनशक्ति जनता दल के कार्यकर्ता जनता के बीच मौजूद रहते हैं. तेज प्रताप का कहना है कि आने वाले समय में जनता खुद देखेगी कि उनकी पार्टी किस तरह राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराती है.
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