पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं का विरोध, फिर भी दूसरे दलों से आए नेताओं पर भाजपा को भरोसा

पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं का विरोध, फिर भी दूसरे दलों से आए नेताओं पर भाजपा को भरोसा

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Tuesday, August 27, 2024

भाजपा ने कल यानी 26 अगस्त को 44 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। जम्मू में पार्टी नेताओं के विरोध के बाद उस सूची को वापस ले लिया गया था। आज जब तीसरी सूची जारी की गई, उसमें लगभग सभी पहली सूची वाले ही नाम हैं।

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Tuesday, August 27, 2024

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव (Jammu and Kashmir Assembly Elections) के लिए आज भाजपा ने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की। इस सूची में दूसरे चरण के लिए 10 और तीसरे चरण के 19 उम्मीदवारों का नाम है। इसके पहले पार्टी ने कल यानी 26 अगस्त को 16 नामों की दो सूची जारी की थी। पहली सूची में 15 तो दूसरे में एक नाम था। इसके पहले भाजपा ने उसी दिन दो घंटा पहले 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। जिसके बाद जम्मू में पार्टी नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया था।

नतीजतन पार्टी ने पहली सूची वापस ले ली। दो घंटे बाद संशोधित सूची जारी की गई। उसमें दूसरे और तीसरे चरण के क्रमशः (10 और 19) उम्मीदवारों के नाम रोक दिए गए। पार्टी ने कहा कि आज सिर्फ पहले चरण के उम्मीदवारों वाली सूची जारी होनी थी। गलती से दूसरे और तीसरे चरण का भी नाम जारी हो गया।

लेकिन पार्टी ने आज जब दूसरे और तीसरे चरण के 29 उम्मीदवारों के नाम जारी किया तो उसमें लगभग सभी नाम पुरानी सूची वाला ही है। इसका अर्थ यही हुआ कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर जम्मू-कश्मीर में नेताओं के विरोध का कोई असर नहीं पड़ा।

नेताओं ने क्यों किया विरोध

भाजपा (BJP) ने सबसे पहले जो सूची जारी की थी उसमें जम्मू क्षेत्र से 36 और कश्मीर घाटी के 8 उम्मीदवारों के नाम थे। उस सूची में दो कश्मीरी पंडित वीर सराफ और अशोक भट्ट के नाम भी थे। पहली सूची आते ही पार्टी कार्यकर्ता विरोध करने लगे। इनका विरोध दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को तरजीह देने के कारण था। अपने पुराने कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करने के कारण इनका गुस्सा फूट गया।

प्रदेश अध्यक्ष (State President) को बनाया बंधक

भाजपा कार्यकर्ता जम्मू में प्रदेश कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंच गए। नाराज कार्यकर्ताओं ने खूब हंगामा मचाया। उग्र विरोध प्रदर्शन को देखकर सुरक्षा बलों को बुलाना पड़ा। प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना(State President Ravindra Raina) को उनके ऑफिस में ही नाराज कार्यकर्ताओं ने बंधक बना लिया। हालांकि बाद में रवींद्र रैना ने कहा कि मुझे बंधक नहीं बनाया था। हम सभी एक परिवार से जुड़े हैं। इसमें बंधक बनाने की बात कहां से आ गई। कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर किया जाएगा। हर कार्यकर्ता से बात करेंगे और पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से भी बात करेंगे।

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नाम नहीं

भाजपा ने अभी तक अपने पुराने नेताओं को टिकट नहीं दिया है। आज जारी किए गए तीसरी सूची से भी वरिष्ठ नेताओं के नाम नदारद हैं। इनमें पूर्व उप मुख्यमंत्रियों निर्मल सिंह और कवींद्र गुप्ता के नाम अभी ने पार्टी ने फाइनल नहीं किया है। प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना का नाम भी अब कई सूची में नहीं है। पूर्व मंत्री सत पाल शर्मा, प्रिया सेठी और श्याम लाल चौधरी का नाम भी नहीं है।

दूसरे दलों से आए नेताओं को तरजीह

पार्टी ने अपने नेताओं का टिकट काटा है तो वहीं दूसरे दलों से आए नेताओं को तरजीह दी गई है। पार्टी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पैंथर्स पार्टी और कांग्रेस को छोड़कर आए नेताओं को प्राथमिकता दी है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई देवेंद्र राणा का नाम वापस ली गई सूची में भी था और आज जारी तीसरी सूची में भी है। देवेंद्र सिंह राणा नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़कर पार्टी में आए थे। इन्हें नगरोटा से उम्मीदवार बनाया गया है।

इसी तरह नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) छोड़कर भाजपा(BJP) में आए पूर्व मंत्री सैय्यद मुश्ताक अहमद बुखारी (Former Minister Syed Mushtaq Ahmed Bukhari) को भी पार्टी ने टिकट दिया है। इन्हें सुरनकोट विधानसभा सीट से पार्टी ने विश्वास जताया है। मेंढर से इस बार भाजपा ने मुर्तजा खान को उम्मीदवार बनाया है। मूर्तजा खान पहले पीडीपी में थे।

कांग्रेस से आए नेताओं को भी भाजपा ने टिकट दिया है। पूर्व मंत्री श्याम लाल शर्मा को जम्मू उत्तरी से भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। पहले वे कांग्रेस में थे और कांग्रेस सरकार में ही मंत्री बने थे। दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं को टिकट मिलने से ही पार्टी कार्यकर्ताओं का असंतोष खुलकर सामने आ गया। चुनाव में कहीं न कहीं इसका खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ सकता है।

नही बदले टिकट

पहली जिस सूची को भाजपा ने वापस ले ली थी, आज उसमें शामिल विधानसभा क्षेत्रों के ही उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है। इस तीसरी सूची में सिर्फ एक नया नाम है। इसके अलावा शेष 28 उम्मीदवार वापस ली गई पहली सूची के ही हैं। पार्टी ने माता वैष्णो देवी विधानसभा सीट से रोहित दुबे का टिकट बदल कर उनके स्थान पर बलदेव राज शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।

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