महाराष्ट्र में चल रहा है सत्ता का सेमीफाइनल, किसके सिर सजेगा ताज
महाराष्ट्र में चल रहा है सत्ता का सेमीफाइनल, किसके सिर सजेगा ताज
Authored By: सतीश झा
Published On: Friday, July 12, 2024
Updated On: Saturday, July 27, 2024
लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा के लिए महाराष्ट्र फायदेमंद साबित नहीं हुआ। अब महाराष्ट्र विधानपरिषद की 11 सीटों चुनाव होना है। इसे इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इस चुनाव को लेकर राज्य के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। ये चुनाव राजनीतिक दलों के लिए अपनी ताकत दिखाने और अपने समर्थकों को सक्रिय करने का महत्वपूर्ण अवसर बन गए हैं।
Authored By: सतीश झा
Updated On: Saturday, July 27, 2024
साल भर के भीतर विधानसभा चुनाव होना है। महाराष्ट्र विधानपरिषद की 11 सीटों पर चुनाव की तैयारी हो रही है। भाजपा इन चुनावों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पूरी ताकत से चुनाव प्रचार कर रही है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरी है और अपने आधार को बनाए रखने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के समर्थन में पूरी ताकत झोंक रही है और इन चुनावों को अपने पुनरुत्थान का मौका मान रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी इन चुनावों में पूरी तरह से सक्रिय है और अपनी पकड़ को मजबूत करने के प्रयास में है।
इन चुनावों के परिणाम यह संकेत देंगे कि महाराष्ट्र की जनता आगामी विधानसभा चुनावों में किस पार्टी के साथ खड़ी हो सकती है। राजनीतिक दलों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका है कि वे अपनी नीतियों और कार्यों को जनता के सामने प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करें और आगामी चुनावों के लिए समर्थन जुटाएं।
चुनावी गणित भी है बेहद खास
महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Legislative Assembly) में कुल सदस्यों की संख्या 288 है, लेकिन कुछ विधायकों के निधन और इस्तीफे के कारण संख्या घटकर 274 हो गई है। हर उम्मीदवार को जीत के लिए 23 वोटों की दरकार है। भाजपा ने 5 प्रत्याशी उतारे हैं। एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने भी दो-दो उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। भाजपा और शिंदे की शिवसेना के उम्मीदवार पार्टी के संख्याबल को देखते हुए जीत सकते हैं, लेकिन मुश्किल अजीत पवार के लिए है। उनका एक उम्मीदवार तो जीत सकता है, लेकिन दूसरे उम्मीदवार के लिए 4 वोट कम पड़ रहे हैं।
विपक्षी दलों के पास है ये आंकड़ा
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनावों में इंडिया अलायंस ने 3 उम्मीदवार दिए हैं। इनमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना, और शरद पवार गुट के समर्थित उम्मीदवार शामिल हैं। शरद पवार ने जयंत पाटिल को उम्मीदवार बनाया है। शरद पवार के पास 12 वोट हैं। कांग्रेस के 14 अतिरिक्त वोटों के समर्थन से जयंत पाटिल की जीत लगभग तय मानी जा रही है। मिलिंद नार्वेकर के पास 15 वोट हैं और उन्हें जीतने के लिए 8 और वोट जुटाने होंगे।
अजीत पवार (Ajit Pawar) गुट पर है नजर
नतीजों से पता चलेगा कि सरकार में काबिज भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति एकजुट है, या उसके कुछ विधायक सिखक रहे हैं। सबसे ज्यादा निगाह अजीत पवार गुट के विधायकों पर होगी। शरद पवार गुट के नेताओं का दावा है कि पिछले साल जो विधायक बगावत कर अजित पवार के साथ चले गए थे, उनमें से कई वापस लौटना चाहते हैं।
राज्य के लिए नया नहीं है रिसॉर्ट पॉलिटिक्स
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग की आशंका को देखते हुए रिसोर्ट पॉलिटिक्स का सहारा लिया जा रहा है। क्रॉस वोटिंग की संभावना को देखते हुए सभी दल अपने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे किसी भी तरह के दबाव या प्रभाव से बचे रहें। 2019 से लेकर अब तक बीते पांच सालों में महाराष्ट्र में तीसरी बार रिसोर्ट पॉलिटिक्स देखने को मिल रही है। विधान परिषद के चुनाव गुप्त मतदान के जरिये होते हैं, इसलिए अक्सर क्रॉस वोटिंग भी हो जाती है। 2022 के विधान परिषद चुनाव में भी क्रॉस वोटिंग हुई थी, और इस बार भी ऐसी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
राजनीतिक दलों के लिए विधायक की सुरक्षा अहम
विधान परिषद की 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग की संभावना भी प्रबल हो गई है, क्योंकि 3 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास चुनाव जीतने लायक वोट नहीं हैं। सभी दल अपने-अपने विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने में जुट गए हैं। क्रॉस वोटिंग की आशंका के कारण तमाम पार्टियों ने अपने विधायकों को पांच सितारा होटलों में भेज दिया है। उद्धव ठाकरे अपने विधायकों से मिलने मुंबई के परेल इलाके में स्थित आईटीसी होटल पहुंचे।
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