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‘UP में पेपर लीक और भ्रष्टाचार…’, रोज़गार की लड़ाई या सत्ता से टकराव? संजय सिंह बनाम योगी सरकार
Authored By: Nishant Singh
Published On: Saturday, November 15, 2025
Last Updated On: Saturday, November 15, 2025
उत्तर प्रदेश में नौकरी की उम्मीद लिए बैठे लाखों युवाओं के सपनों पर पेपर लीक और भ्रष्टाचार का हथौड़ा चल रहा है, इसी मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी ने “रोज़गार दो–सामाजिक न्याय दो” पदयात्रा शुरू की है, तीसरे दिन संजय सिंह ने योगी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “यूपी में सत्ता सो रही है और युवाओं का भविष्य लूटा जा रहा है,” भीड़, नारों और गुस्से के बीच यह यात्रा अब आंदोलन बन चुकी है.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Saturday, November 15, 2025
Paper Leak in UP: उत्तर प्रदेश में नौकरियों का सपना देख रहे लाखों युवाओं के पास इस समय एक ही सवाल है कि आखिर कब रुकेगा पेपर लीक और भ्रष्टाचार का खेल? इसी सवाल को आवाज़ देते हुए आम आदमी पार्टी ने “रोज़गार दो–सामाजिक न्याय दो” पदयात्रा शुरू की है, इस पदयात्रा में AAP नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि “यूपी में सरकार सो रही है और युवाओं का भविष्य लूटा जा रहा है.”
पदयात्रा में उमड़ी भीड़: मुद्दों ने जगाया जनसमर्थन
इस यात्रा के तीसरे दिन अयोध्या के बीकापुर से सुल्तानपुर के कूरेभार तक सड़कें लोगों से भरी दिखाई दीं. बच्चे, युवा, महिलाएं, छात्र, बेरोजगार शिक्षित युवक हर वर्ग इस यात्रा का हिस्सा बना. रास्ते भर फूल बरसाए गए, लोगों ने नारे लगाए और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज़ बुलंद की। कई जगह युवाओं ने कहा कि सरकारी नौकरियों की तैयारी करने के बावजूद परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक उनकी मेहनत को कुचल देता है.
संजय सिंह का आरोप- “पेपर लीक सरकार की संस्कृति बन चुकी है”
संजय सिंह ने मंच से दावा किया कि लाखों युवाओं ने यूपी की नौकरियां पाने के लिए मेहनत की, लेकिन सरकार की व्यवस्था इतनी खोखली है कि लगभग हर बड़ी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होता है. उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में हजारों पद खाली हैं, लेकिन न तो भर्ती निकाली जाती है और अगर निकली भी, तो महीनों अटक जाती है.
उन्होंने सवाल उठाया- “जब सरकारी विभागों में पद खाली हैं, बजट भी है, तो युवाओं को नौकरी क्यों नहीं दी जा रही? क्या सरकार बेरोजगारी को जानबूझकर बढ़ावा दे रही है?”
सामाजिक न्याय का सवाल- “रामराज्य का वादा कहां गया?”
पदयात्रा के दौरान दलितों, पिछड़ों और गरीबों पर हो रहे भेदभाव और अत्याचार का मुद्दा भी जोरदार तरीके से उठा. संजय सिंह ने कहा कि न्याय सिर्फ भाषणों में नहीं, जमीन पर दिखना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि यूपी में पुलिस कार्रवाई से लेकर सरकारी योजनाओं तक, हर जगह वर्गभेद और असमानता दिखाई देती है.
उन्होंने जोर देकर कहा- “जब तक आखिरी व्यक्ति तक न्याय नहीं पहुंचेगा, तब तक विकास की बात सिर्फ छलावा है.”
पंजाब उपचुनाव का जिक्र- “जनता ने ईमानदारी पर मोहर लगा दी”
भीड़ को संबोधित करते हुए संजय सिंह ने कहा कि पंजाब के तरनतारन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत साबित करती है कि जनता अब ईमानदार राजनीति चाहती है. उन्होंने दावा किया कि यूपी में भी लोग बदलाव के मूड में हैं और रोजगार के लिए उठी आवाज़ अब दबने वाली नहीं.
आंदोलन या चुनावी आगाज़?
स्थानीय नेताओं और हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में यह पदयात्रा अब सिर्फ राजनीतिक कार्यक्रम नहीं रह गई है. यह युवाओं के भविष्य, मजदूरों के अधिकार और सामाजिक न्याय की मांग का बड़ा आंदोलन बनती जा रही है.
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