इराक और ईरान के बीच सीमा सुरक्षा पर हुआ समझौता, साझेदारी को मजबूत करने पर दिया जोर
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Tuesday, August 12, 2025
Last Updated On: Tuesday, August 12, 2025
इराक और ईरान ने सीमा सुरक्षा और समन्वय को मजबूत करने के लिए एक संयुक्त समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. इस कदम को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नए स्तर पर ले जाने की दिशा में अहम माना जा रहा है.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Tuesday, August 12, 2025
Iraq Iran security deal: पड़ोसी देश इराक और ईरान ने सीमा सुरक्षा और समन्वय को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी और ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली लारीजानी के बीच हुए इस एमओयू से क्षेत्रीय स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
हालांकि समझौते के बिंदुओं का विस्तार सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन दोनों पक्षों ने रेलवे कनेक्शन, यात्री परिवहन, और विकास गलियारों में साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया. यह समझौता न केवल सुरक्षा सहयोग का प्रतीक है, बल्कि पिछले संघर्षों के बाद आपसी विश्वास बहाली का भी संकेत देता है.
एमओयू से संबंधित फिलहाल कोई विवरण नहीं
- इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के मीडिया कार्यालय के मुताबिक, सोमवार को ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली लारीजानी और इराकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कासिम अल-अराजी ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
- समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्रधानमंत्री मीडिया कार्यालय के बयान में एमओयू से संबंधित कोई विवरण नहीं दिया गया है. हस्ताक्षर से पहले लारीजानी के साथ बैठक में, इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने ईरान के साथ संबंध विकसित करने और विभिन्न स्तरों व क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने के लिए इराक की प्रतिबद्धता दोहराई.
अमेरिका-ईरान वार्ता का भी समर्थन
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने दोहराया कि उनका देश ईरान के खिलाफ इजरायल की किसी भी आक्रामक कार्रवाई और ऐसी गतिविधियों को सख्ती से खारिज करता है, जो क्षेत्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ा सकती हैं. उन्होंने साफ कहा कि इराक, अमेरिका और ईरान के बीच संवाद और वार्ता का समर्थन करता है.
ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली लारीजानी ने कहा कि ईरान, इराक के साथ संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने यात्री परिवहन के लिए रेलवे कनेक्शन, क्षेत्र में उभर रहे विकास मार्ग और प्रमुख गलियारों से इराक को जोड़ने जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया.
दोनों देशों के बीच लंबा चला संघर्ष
पिछले सप्ताह शीर्ष सुरक्षा पद संभालने के बाद लारीजानी की यह पहली विदेश यात्रा है, जिसके बाद वे लेबनान भी जाएंगे. ईरान और इराक दोनों पड़ोसी देश हैं, लेकिन इनके बीच लंबे समय तक सीमा विवाद और क्षेत्रीय वर्चस्व को लेकर टकराव चलता रहा. 1980 से 1988 तक दोनों देशों के बीच भीषण युद्ध हुआ. यह संघर्ष तब खत्म हुआ, जब दोनों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 598 को स्वीकार कर लिया.
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