नेपाल में अव्यवस्था और भारत के सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी, सरकार है पूरा एक्शन में

Authored By: सतीश झा

Published On: Thursday, September 11, 2025

Last Updated On: Thursday, September 11, 2025

Nepal Unrest India Border Security Measures.
Nepal Unrest India Border Security Measures.

नेपाल इस समय गंभीर राजनीतिक अस्थिरता और कानून-व्यवस्था के संकट से गुजर रहा है. जेलों से बड़े पैमाने पर कैदियों के भागने की घटनाओं ने न केवल वहां की प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोल दी है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी गहरी चिंता पैदा कर दी है.नेपाल में कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति और जेलों से बड़े पैमाने पर हुई भागदौड़ को देखते हुए भारत ने सीमा पर निगरानी और सख्ती और बढ़ा दी है.

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Thursday, September 11, 2025

Nepal Unrest India Border Security: भारत जैसे पड़ोसी और मित्र राष्ट्र के लिए यह स्थिति हल्के में लेने योग्य नहीं है. सीमावर्ती इलाकों में कैदियों की घुसपैठ, आपराधिक गतिविधियों की संभावना और स्थानीय जनजीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक असर को देखते हुए भारत ने सीमा पर निगरानी और सख्ती को और बढ़ा दिया है. सशस्त्र सीमा बल (SSB) की तैनाती और कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता करने वाला नहीं है.

भारत के लिए यह जरूरी है कि वह न केवल सुरक्षा के स्तर पर सतर्क रहे, बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी नेपाल को स्थिरता की राह दिखाने में सहयोग करे. एक पड़ोसी का संकट दूसरे पड़ोसी के लिए भी चुनौती होता है. इस समय आवश्यकता है कि नेपाल अपनी व्यवस्था को सुदृढ़ करे और भारत अपनी सीमाओं को और मजबूत बनाते हुए शांति और स्थिरता के लिए प्रयासरत रहे.

भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई

  • नेपाल की जेलों से भागे कैदियों के खिलाफ सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 35 फरार कैदियों को दबोच लिया है. अधिकारियों ने जानकारी दी कि इनमें से 22 कैदी उत्तर प्रदेश से लगी भारत-नेपाल सीमा पर पकड़े गए, जबकि 10 कैदियों को बिहार और 3 को पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार किया गया.
  • SSB अधिकारियों ने बताया कि नेपाल में हाल ही में जेलों से कैदियों के फरार होने की घटनाओं के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी. इसी सतर्कता के चलते सीमावर्ती इलाकों से बड़ी संख्या में कैदियों को पकड़ा गया. अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार कैदियों की संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि तलाशी अभियान लगातार जारी है. सभी पकड़े गए कैदियों को स्थानीय प्रशासन और नेपाल के अधिकारियों को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है.
  • बिहार के सीतामढ़ी, जो नेपाल की सीमा से सटा है, में जलेश्वर जेल से कैदियों द्वारा कथित तौर पर भारत में प्रवेश करने की कोशिश के बाद कम से कम 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

सीतामढ़ी में अलर्ट, बिहार सरकार ने बढ़ाई सीमाई सुरक्षा

नेपाल के जलेश्वर जेल से बड़ी संख्या में कैदियों के भागने की घटना के बाद बिहार प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. सीतामढ़ी के एसपी अमित रंजन ने जानकारी दी कि जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है और सभी पुलिस थानों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. एसपी ने बताया कि सीमाई क्षेत्रों में बसों और अन्य वाहनों की सघन जांच की जा रही है ताकि फरार कैदी भारत की सीमा में प्रवेश न कर सकें. उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

नेपाल में हाल ही में हुए ‘जेन-ज़ी आंदोलन’ और जेल तोड़कर भागने की घटनाओं के मद्देनजर बिहार सरकार ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा को और सुदृढ़ करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं. इसी क्रम में 10 सितम्बर 2025 को बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में सीमा से सटे सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक (SPs) और जिलाधिकारी (DMs) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया.

बोले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्रालय पूरी तरह सतर्क, भारतीयों की सुरक्षित वापसी होगी सुनिश्चित

बिहार दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने आश्वासन दिया कि भारत सरकार (Govt. of India) अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. पीयूष गोयल ने बताया, “हमारा विदेश मंत्रालय वहां के हालात पर पूरी नज़र रखे हुए है. कल रात मैंने वहां के राजदूत से भी बात की. वे लोगों का ध्यान रख रहे हैं. एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई है. अगर किसी को वहां किसी भी तरह की कोई चिंता है, तो उस हेल्पलाइन पर ज़रूर बताएं और हमारा मिशन वहां हमारे सभी लोगों को वापस लाने में पूरी मदद करेगा.“

उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड यह साबित करता है कि वह अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने में सक्षम है. आप सभी ने हमारा ट्रैक रिकॉर्ड देखा है. हम बड़े-बड़े युद्धों के बीच से भी अपने लोगों को वापस लाए हैं. नेपाल में जल्द से जल्द शांति बहाल होनी चाहिए.

नेपाल की स्थिति पर कांग्रेस का बयान, पवन खेड़ा ने सरकार को घेरा

नेपाल की मौजूदा परिस्थितियों को लेकर कांग्रेस (Congress) नेता पवन खेड़ा (Pawan Kheda) ने केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि नेपाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता ने आवाज बुलंद की है, लेकिन भारत की खुफिया एजेंसियां इस स्थिति का आकलन करने में नाकाम साबित हुई हैं. पवन खेड़ा ने कहा, “भ्रष्टाचार के खिलाफ वहां की जनता ने बिगुल बजाया है. हमारी खुफिया एजेंसी फेल हुई है, क्योंकि हमारे हजारों लोग वहां पर फंसे हुए हैं. वहां कुछ लोग गुजरात से पर्यटक हैं, कुछ लोग मानसरोवर यात्रा पर गए थे, कुछ लोग खेलने गए थे. ऐसे अनेक उदाहरण आपको मिलेंगे. उनकी सुरक्षा की चिंता हमें और हमारी सरकार को होनी चाहिए.”

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About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है


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