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Trump’s Trade War: अमेरिका और बीजिंग में फिर छिड़ी ट्रैड वॉर
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Published On: Saturday, October 11, 2025
Last Updated On: Saturday, October 11, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ट्रैड वॉर को और तेज़ कर दिया है। 10 अक्टूबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर पोस्ट कर जानकारी दी कि एक नवंबर से चीनी वस्तुओं पर 100 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा।
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Last Updated On: Saturday, October 11, 2025
Trumps Trade War: इजराइल-हमास युद्ध विराम समझौते के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर ट्रैड वॉर को और तेज करने में लग गए हैं. उन्होंने 10 अक्टूबर को इसकी घोषणा की. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस दौरान चीन के खिलाफ नए व्यापार नीति की घोषणा की. इसमें 1 नवंबर से सभी चीनी आयातों पर अतिरिक्त 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने और अमेरिका में निर्मित महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर सख्त निर्यात नियंत्रण लगाने का वादा किया गया है.
फिर बढ़ेगा अमेरिका चीन तनाव
राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ा सकता है. अगले कुछ हफ्तों में राष्ट्रपति ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक होने वाली है. ट्रंप ने अब संकेत दिया है कि दोनों नेताओं के बीच होने वाली बैठक अब नहीं होगी.
यह बीजिंग के खिलाफ ट्रंप का एक और एक तीखा हमला है. इसने दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बाजारों और संबंधों को उथल-पुथल कर दिया है. ट्रंप करीब तीन हफ्तों बाद दक्षिण कोरिया में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने वाले हैं। ट्रंप ने कहा कि शी जिनपिंग के साथ बैठक करने का कोई मतलब नहीं है, जिसकी उन्होंने पहले घोषणा की थी। बीजिंग ने भी दोनों नेताओं के बीच बैठक की पुष्टि नहीं की है.
ट्रंप का सोशल मीडिया पोस्ट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर एक पोस्ट में ट्रंप ने बीजिंग पर व्यापार के मामले में असाधारण रूप से आक्रामक रुख अपनाने का आरोप लगाया है। साथ ही इस पर उन्होंने बीजिंग को चेतावनी दी है. चेतावनी में उन्होंने कहा है, ‘अमेरिका भी उसी तरह जवाब देगा.’
ट्रंप ने घोषणा की कि 1 नवंबर 2025 से या उससे पहले चीन द्वारा की गई किसी भी आगे की कार्रवाई या बदलाव के आधार पर संयुक्त राज्य अमेरिका चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा. यह टैरिफ वर्तमान में चीन द्वारा चुकाए जा रहे किसी भी टैरिफ के अतिरिक्त होगा.
चीन की निर्यात प्रतिबंध लगाने की योजना
ट्रंप के अनुसार यह निर्णय उन रिपोर्टों के आधार पर लिया गया है, जिनमें कहा गया था कि चीन अपने लगभग हर उत्पाद पर व्यापक निर्यात प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है. ट्रंप ने इसे अन्य देशों के साथ व्यापार व्यवहार के लिए एक नैतिक अपमान बताया है.
ट्रंप लिखते हैं, ‘अभी पता चला है कि चीन ने व्यापार के मामले में असाधारण रूप से आक्रामक रुख अपनाया है. यह बिना किसी अपवाद के सभी देशों को प्रभावित करेगा. केवल अमेरिका के लिए नहीं बल्कि उन अन्य देशों के लिए जिन्हें इसी तरह की धमकी दी गई थी, इसलिए हम 1 नवंबर से सभी महत्वपूर्ण सॉफ़्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लगाएंगे.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अमेरिका द्वारा यह कदम उठाया गया, तो उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों तक सभी क्षेत्रों पर असर पड़ सकता है. ये सभी क्षेत्र पहले से ही मौजूदा टैरिफ के दबाव में हैं. यदि इसे लागू किया जाता है तो यह ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा किए गए व्यापार युद्धों के बाद से वाशिंगटन द्वारा उठाए गए सबसे कड़े कदमों में से एक होगा.
अभी 40 से 50 प्रतिशत टैरिफ
वर्तमान समय में अमेरिका द्वारा चीन की हर उत्पाद पर अलग-अलग टैरिफ लगाता है। लगभग हर उत्पाद पर पहले से ही भारी शुल्क लगाया है। वर्तमान में कुछ चीनी उत्पादों पर 40 प्रतिशत टैरिफ है. वहीं स्टील और एल्युमीनियम पर 50 प्रतिशत और उपभोक्ता वस्तुओं पर 7.5 प्रतिशत तक हैं.
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